दरअसल चीन हमें मजबूत होता देखना ही नहीं चाहता है। वह हमेशा भारत विरोधी षडयंत्रों में आगे रहता है। स्वार्थी नीतियों को जानते-समझते भी विश्व समुदाय ने इसकी अनदेखी की। डॉ. राकेश राणा, समीक्षक व सामाजिक चिंतक कोरोना महामारी से उभरा यह विश्व संकट क्या दुनियां में विश्व- महाशक्ति यों के लिए नए शक्ति संतुलन […]
लेखक: डॉ. राकेश राणा
लेखक युवा समाजशास्त्री है!
ranrakesh@gmail.com
डॉ0 राकेश राणा जीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जीमीन तीनों उसके प्रमुख आधार है। विकास के माजुदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील दिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बडा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित […]
पुण्यतिथि 29 मई पर विशेष डॉ. राकेश राणा चौधरी चरण सिंह जानते थे कि इस देश की समृद्धि का रास्ता गांव और खेत-खलिहानों से ही निकलेगा। इसलिए जीवन भर यही कोशिश रही कि कैसे किसानों के जीवन को खुशहाल और बेहतर बनाया जाए क्योंकि इसके बिना भारत का विकास संभव नहीं। चौधरी चरण सिंह को […]
विजयसिंह पथिक भारतीय राजनैतिक परिदृश्य पर एकमात्र नेतृत्व है जिसने समाज के साथ मिलकर सफल सत्यागह की पहली शैली ईजाद की। होली के दूसरे दिन दुल्हेंडी 27 फरवरी, 1884 को जन्में भूपसिंह ही विजयसिंह पथिक बने। उनके पिता व माता दोनों के परिवार 1857 की क्रांति में सक्रिय भागीदारी थे। पथिक इन्दौर में 1905 में […]
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की चिंता वाजिब है कि दुनिया में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते हुए संक्रमण का महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और उनके प्रति मौजूद सामाजिक असमानता काफी बढ़ गई है। कोरोना महामारी के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य से लेकर उनकी स्थिति और सामाजिक […]
क्रान्ति-दिवसः10मई.1857 डॉ0राकेश राणा 1857 का जन-विद्रोह मेरठ छावनी से क्रांतिकारी कोतवाल धनसिंह गुर्जर के नेतृत्व में शुरु हुआ। यह कोई अचानक से उभरा जनाक्रोश नहीं था। बल्कि एक सुव्यवस्थित और सुनियोजित क्रंति की शुरुआत थी। मेरठ में जिसका दायित्व तत्कालीन सदर कोतवाल धनसिंह गुर्जर के पास था। देश भर में इस विद्रोह की रणनीति झांसी […]
*अमेरिकी नेतृत्व का लोहा लम्बे समय तक दुनियां मानती रहीं। अमेरिकी एक दशक आगे तक सोचकर संतुलन और समीकरण अपने पक्ष में झुकाएं रखने वाली नीति पर काम करने की योजनागत रणनीतियां के माहिर माने जाते रहे है। सम्पूर्ण विश्व पर अप्रत्यक्ष शासन उनकी नीति और नियत के मूल में बसा है। उनके डिप्लोमेटस सभ्यताओं […]
राकेश राणा वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत लगातार पिछड़ रहा है. 2020 की हैप्पीनेस रिपोर्ट में दुनिया के मात्र 12 देश ही भारत से पीछे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के नेतृत्व में ’संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास समाधान नेटवर्क (यूएनएसडीएसएन) द्वारा 20 मार्च, 2020 को जारी आठवीं ‘विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट’ (वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट-2020) में भारत 156 […]
डाॅ. राकेश राणा कोरोना संक्रमण की महामारी का संकट कोई सामान्य नहीं है। भारत अपनी सूझबूझ और आध्यात्मिक दृष्टि के जीवनानुभवों से बहुत सहज और आत्मविश्वास के साथ इस जीवन जंग में जीत की तरफ बढ़ रहा है। भारत ने इसे कैसे बनाया दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्ट लॉकडाउन मॉडल? यह सबके लिए हैरान कर […]