——————————————— “मूर्तिपूजा पर ऋषि दयानन्द का अकेले काशी के 40 विद्वानों से एक साथ सफल शास्त्रार्थ” …………. ऋषि दयानन्द ने अपने जीवन में जो महान् कार्य किए उनमें से एक काशी के दुर्गाकुण्ड स्थित आनन्द बाग में लगभग 50-60 हजार लोगों की उपस्थिति में ‘मूर्तिपूजा वेदसम्मत नहीं है’, विषय पर उनका शास्त्रार्थ भी था जिसमें […]
Author: मनमोहन कुमार आर्य
ओ३म् ========== ऋषि दयानन्द संसार के महापुरुषों में अन्यतम थे। उन्होंने जो कार्य किया वह अन्य महापुरुषों ने नहीं किया। उन्होंने ही हमें ईश्वर के सत्यस्वरूप से परिचित कराया है। उनसे पूर्व ईश्वर का सत्यस्वरूप वेद, उपनिषद आदि ग्रन्थों में उपलब्ध था परन्तु देश के न केवल सामान्य जन अपितु विद्वानों को भी उसका ज्ञान […]
ओ३म् ========= परमात्मा ने मनुष्य को बुद्धि दी है जो ज्ञान प्राप्ति तथा सत्य व असत्य के विवेचन में मनुष्य की आत्मा की सहायक होती है। मनुष्य को सत्य व असत्य के स्वरूप को जानने का प्रयत्न करना चाहिये। सत्य को जानकर ही मनुष्य व उसकी आत्मा की उन्नति व सत्य को न जानने से […]
ओ३म् ===================== महाभारत के बाद उत्पन्न प्रथम वेद ऋषि दयानन्द ने विलुप्त वेदों का पुनरुद्धार किया था। उन्होंने केवल वेद संहिताओं का ही उद्धार नही नहीं किया अपितु वेदों के बीस हजार से अधिक मन्त्रों के सत्य अर्थ जानने की प्रक्रिया व पद्धति का भी पुनरुद्धार किया था। वह स्वात्म प्रेरणा एवं लोगों के आग्रह […]
ओ३म् ========= हमारा संसार नास्तिक और आस्तिक विचारों के लोगों में बंटा हुआ है। अधिकांश लोग ईश्वर की सत्ता वा अस्तित्व में विश्वास रखते हैं और अन्य मनुष्य जिनकी संख्या करोड़ों व अरबों में है, विश्वास नहीं भी करते। मनुष्य का विश्वास सत्य ज्ञान व सत्य तर्कों पर आधारित हो तो वह मान्य होता है, […]
ओ३म् ========== स्वभाव से मनुष्य सुख प्राप्ति का इच्छुक रहता है। वह नहीं चाहता कि उसके जीवन में कभी किसी भी प्रकार का दुःख आये। सुख प्राप्ति के लिये सद्कर्म व धर्म के कार्य करने होेते हैं। अतः सत्कर्मों से युक्त प्राचीन वेदों पर आधारित वैदिक धर्म का पालन करते हुए मनुष्य अपने जीवन में […]
ओ३म् ============ मनुष्य को पता नहीं कि उसका इस संसार में जन्म क्यों हुआ है? उसको कोई इस बात का ज्ञान कराता भी नहीं है। मनुष्य जीवनभर संसार के कार्यों में उलझा रहता है, अतः अधिकांश मनुष्यों को तो कभी इस विषय में विचार करने का अवसर तक नही मिलता। यदि कोई इन विषयों पर […]
ओ३म् ============ प्रसिद्ध वैदिक विद्वान डा. सोमदेव शास्त्री, मुम्बई दिनांक 30 अक्टूबर, 2020 को मुम्बई से देहरादून पधारे थे। दिनांक5-11-2020 को वह देहरादून से रायपुर होते हुए गुरुकुल आमसेना उड़ीसा के लिए प्रस्थान कर गये हैं। देहरादून प्रवास में रहकर उन्होंने एक महत्वपूर्ण कार्य यह किया कि प्रतिदिन दो उपनिषदों का सार अपने लगभग 1 […]
ओ३म् ============ वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में सोमवार दिनांक 2-11-2020 से रविवार दिनांक 8-11-2020 तक 7 दिवसीय सामवेद पारायण तथा गायत्री यज्ञ सहित भजनों एवं वैदिक व्याख्यानों का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें देश के निकटवर्ती भागों से लोग सम्मिलित हुए। कार्यक्रम सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। हम प्रतिदिन इन कार्यक्रमों में सम्मिलित होते रहे। हम […]
ओ३म् ‘ईश्वर परम दयालु एवं सबसे महान है: स्वामी चित्तेश्वरानन्द’ ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में सात दिवसीय सामवेद पारायण एवं गायत्री यज्ञ सोमवार दिनांक 2-11-2020 से आरम्भ होकर रविवार दिनांक8-11-2020 को निर्विघ्न समाप्त हुआ। समापन दिवस पर प्रातः 7.00 बजे से प्रातः 9.30 बजे तक यज्ञ सम्पन्न किया गया। इस यज्ञ के अनन्तर […]