=========== श्री विनय मोहन सोती जी ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज के अनुयायी हैं। वह वैदिक परम्पराओं के अनुसार जीवन व्यतीत करते हैं। इस समय उनकी आयु 98 वर्ष है। वह देहरादून में अपने एक पुत्र के मकान में रहते हैं। एक सेवाभावी छात्रा वा युवती उनके दैनन्दिन कार्यों में उनकी विगत कई वर्षों से देखभाल […]
Author: मनमोहन कुमार आर्य
============= आर्यसमाज का अस्तित्व वेद पर आधारित है। वेद ईश्वरीय ज्ञान और सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेद ज्ञान व विज्ञान से युक्त व इनके सर्वथा अनुकूल है। वेद विद्या के ग्रन्थ हैं। वेद में अन्य ग्रन्थों के समान, कहानी किस्से व किसी आचार्य व मत प्रवर्तक के उपदेश नहीं हैं अपितु वेदों में […]
मनुष्य शरीर में आत्मा का सर्वोपरि महत्व है। शरीर को आत्मा का रथ कहा जाता है और यह है भी सत्य। जिस प्रकार हम रथ व वाहनों से अपने गन्तव्य स्थान पर पहुंचते हैं उसी प्रकार से मनुष्य शरीर मनुष्य की आत्मा को उसके लक्ष्य ईश्वर की प्राप्ति कराता है। ईश्वर सर्वव्यापक होने से आत्मा […]
“जो मनुष्य नम्रतापूर्वक वैदिक विधि से ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना करता है वह सर्वदा आनन्द में रहता है: स्वामी यज्ञमुनि” वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून का ग्रीष्मोत्सव, 75वां स्थापना दिवस एवं संस्थापक बावा गुरमुख सिंह जी का स्मृति दिवस आदि कार्यक्रम आज तीसरे दिन सैकड़ों ऋषिभक्तों की उपस्थिति में प्रातः आश्रम की भव्य […]
=========== आर्यसमाज के शीर्ष विद्वान् एवं समर्पित ऋषिभक्त आचार्य पं. वेदप्रकाश श्रोत्रिय जी अब नहीं रहे। शनिवार दिनांक 11-5-2024 की रात्रि लगभग 1.00 उनकी मृत्यु का समाचार फेसबुक पर उनके भक्तों द्वारा डाली गई कुछ पोस्टों से ज्ञात हुआ। आचार्य श्रोत्रिय जी आर्यसमाज के शीर्ष विद्वान् एवं ऋषिभक्त एक अद्वितीय विद्वान थे। वह धारा प्रवाह […]
============ वैदिक धर्म वेदों पर आधारित संसार का ज्ञान व विज्ञान सम्मत प्राचीनतम धर्म है। यह सनातन धर्म है क्योंकि यह परमात्मा प्रदत्त वैदिक ज्ञान पर आधारित होने के कारण संसार का आदि व प्रथम धर्म है। सनातन एवं नित्य शब्दों में समानता है। नित्य उसे कहते हैं जो इस सृष्टि व पूर्व सृष्टियों सहित […]
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक धर्म वेदों पर आधारित संसार का ज्ञान व विज्ञान सम्मत प्राचीनतम धर्म है। यह सनातन धर्म है क्योंकि यह परमात्मा प्रदत्त वैदिक ज्ञान पर आधारित होने के कारण संसार का आदि व प्रथम धर्म है। सनातन एवं नित्य शब्दों में समानता है। नित्य उसे कहते हैं जो इस सृष्टि व […]
============ आज हमें देहरादून की मुख्य आर्यसमाज धामावाला के साप्ताहिक सत्संग में सम्मिलित होने का अवसर मिला। सत्संग का आरम्भ परम्परागत वैदिक यज्ञ से हुआ जिसके पुरोहित आर्यविद्वान पं. विद्यापति शास्त्री जी थे। यज्ञ के बाद भजन हुए। आर्यसमाज के पुरोहित जी एक प्रसिद्ध भजनोपदेशक भी हैं। उनके गाये हुए प्रमुख भजनों की एक सीडी […]
============ उपासना क्या है और इसे क्यों करना चाहिये? उपासना करने के क्या लाभ हैं? यह विषय किसी भी मनुष्य के लिए उपेक्षणीय नहीं है। उपासना पास बैठने को कहते हैं। हम अपनी माता की गोद में होते हैं तो हमें माता का स्नेह तथा उससे ज्ञान प्राप्त होता है। माता हमारी क्षुधा निवृति सहित […]
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। श्री सत्यपाल सरल जी आर्यसमाज के सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक हैं। आज दिनांक 2 मई, 2024 को उनका 78वां जन्म दिवस है। आज उन्होंने अपने जीवन के 78वें वर्ष में प्रवेश किया है। वह कोरोना काल के बाद से अस्वस्थ चल रहे हैं। इस अवधि में उनका आर्यसमाजों में प्रचार के लिये जाने […]