लिमटी खरे गुजरात की दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं विधान सभा में 07 अक्टूबर 2001 से 22 मई 2014 तक 12 साल 227 दिनों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र भाई मोदी ने 26 मई 2014 को भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री के बतौर पद संभाला था, उसके बाद से आज तक वे लगातार ही प्रधानमंत्री पद […]
लेखक: लिमटी खरे
(लिमटी खरे) सर्दी, गर्मी, बरसात के अलावा एक मौसम और आता है साल में, वह है पतझड़ का। बसंत ऋतु के आगमन के कुछ दिनों बाद से ही पतझड़ का मौसम आरंभ होने लगता है। पतझड़ में हरे भरे वृक्षों से पत्ते झड़ते जाते हैं और कुछ दिनों तक हरा भरा पेड़ इस तरह प्रतीत […]
लिमटी खरे अठ्ठारहवीं लोकसभा के लिए मुनादी हो चुकी है। इस बार लोकसभा की 543 सीटों के लिए 7 चरणों में चुनाव होना है। लगभग 47 दिन तक अनेक प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद रहेगा। मतगणना 04 जून को संपन्न होगी। पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, दूसरे चरण का मतदान 26 […]
लिमटी खरे इस साल अप्रैल अथवा मई माह में होने वाले आम चुनावों के मद्देनजर रण सज चुका है। सभी की नजरें निर्वाचन आयोग पर टिकी हैं, कि वह कब चुनावों की तारीख का ऐलान कर पाएगा। भाजपा से लेकर भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन जिसे इंडी एलाईंस भी कहा जाता है के द्वारा चुनावी तैयारियां […]
(लिमटी खरे) दुनिया में चीन और अमेरिका को दो महाशक्तियों के रूप में जाना जाता है। इसे चीन के अपरादर्शी रवैया कहा जाए या दुनिया के चौधरी अमेरिका के प्रथम नागरिक डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां कि दोनों ही देश वर्तमान समय में एक ऐसे मोड़ पर आकर खड़े हो गए हैं जहां रिश्तों की […]
लिमटी खरे भारत में विज्ञान पर निर्भरता काफी हद तक कम होती दिख रही है। एक समय था जब प्राथमिक स्तर पर पाठ्यक्रम में विज्ञान को महत्व दिया जाता था। विज्ञान आओ करके सीखें नामक एक किताब अस्तित्व में हुआ करती थी। विज्ञान से संबंधित न जाने कितनी पत्र पत्रिकाएं अस्तित्व में हुआ करती थीं। […]
लिमटी खरे वर्तमान में कोरोना कोविड 19 का प्रकोप दुनिया भर में चल रहा है। महामारी से निपटना एक चुनौति तो है ही इसके साथ ही चारों ओर के संकटों के संबंध में भी सरकारों को चौकन्ना रहने की महती जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनिया गुटेरेस की चिंता को बेमानी नहीं माना […]
लिमटी खरे इधर, कोरोना कोविड 19 वायरस का संक्रमण पैर पसार रहा है, वहीं दूसरी ओर सियासी नेताओं के द्वारा जिस तरह से बयानबाजी की जा रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण मानी जा सकती है। देखा जाए तो यह समय बयानबाजी का नहीं, वरन सभी साथ मिलकर एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर चलें, इसका […]