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भारतीय संस्कृति

जीवन को सकारात्मक दिशाएं देने के लिये चातुर्मास एक सशक्त माध्यम

ललित गर्ग वर्षा ऋतु के चार महीने व्रत, भक्ति एवं धर्माराधना के लिये निर्धारित है, जिसे ‘चातुर्मास’ कहा जाता है। भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा में चातुर्मास का विशेष महत्व है। हमारे यहां मुख्य रूप से तीन ऋतुएँ होती हैं- ग्रीष्म, वर्षा और शरद। वर्ष के बारह महीनों को इनमें बॉंट दें, तो प्रत्येक ऋतु […]

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आज का चिंतन

मोहन भागवत का बयान और अखण्ड भारत

ललित गर्ग बेहद दुखद है कि दुनिया के सबसे बड़े गैर राजनैतिक संगठन के प्रमुख मोहन भागवत जब हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर दे रहे हैं, तब कुछ नेता इसके लिए अतिरिक्त कोशिश कर रहे हैं कि हमारा समाज एकजुटता-सद्भावना की ऐसी बातों पर ध्यान न दे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ से […]

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आज का चिंतन

मोदी जी यदि वास्तविक रूप में प्रशासनिक सुधार चाहते हो तो केवल पत्तों को सींचने से काम नहीं चलेगा, जड़ों को भी सींचने की आवश्यकता

ललित गर्ग ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की करप्शन इंडेक्स रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के मामले में भारत की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनकी भाजपा सरकार अपने पिछले कार्यकाल से ही सरकारी दफ्तरों के कामकाज में सुधार लाने के प्रयास करती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की सत्ता संभाले आठवां साल […]

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विविधा

राष्ट्र के ‘अहित’ की राजनीति करते राजनेता ?

ललित गर्ग गांधी के तीन बंदरों की तरह-वक्त देखता नहीं, अनुमान लगाता है। वक्त बोलता नहीं, संदेश देता है। वक्त सुनता नहीं, महसूस करता है। आदमी तब सच बोलता है, जब किसी ओर से उसे छुपा नहीं सकता, पर वक्त सदैव ही सच को उद्घाटित कर देता है। हम वही देखते हैं, जो सामने घटित […]

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राजनीति

जम्मू -कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बढ़ते कदम

ललित गर्ग बैठक में पहले केंद्र सरकार ने एक प्रस्तुति के माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि जम्मू-कश्मीर में कैसे विकास कार्य चल रहे हैं, कैसे शांति के फूल खिल रहे हैं। केंद्र सरकार अगर विकास की पहल से भी घाटी के नेताओं को जोड़ सके, तो अच्छा होगा। जम्मू एवं कश्मीर […]

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समाज

कोरोना महामारी के चलते , शादी-विवाह जैसे सामाजिक रीति-रिवाजों एवं पर्व संस्कृति में भी बदलाव आयेगा

ललित गर्ग रेस्तरां के किचन की लाइव स्ट्रीमिंग और वेटरों के चेहरों पर मास्क जैसे कई बदलाव दिखाई देने वाले हैं। शिक्षा में व्यापक बदलाव होंगे। दुनिया भर में लॉकडाउन के चलते स्कूलों के बंद करने पर जोर हर जगह दिखा। टीचरों और छात्रों के बीच ऑनलाइन संपर्क बढ़ा। कोरोना महामारी ने हमारी जीवनशैली की […]

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विविधा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की ‘अनूठी’एवं प्रेरक पहल

ललित गर्ग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर्स फंड से कई योजनाओं की घोषणा की है। इस योजना के अन्तर्गत कोरोना महामारी में माता-पिता गंवाने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी और उनका हैल्थ बीमा किया जाएगा। भारत को सशक्त ही नहीं, बल्कि संवेदनशील, स्नेहिल […]

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शिक्षा/रोजगार

नई शिक्षा नीति के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का इंजीनियरिंग की शिक्षा ‘मातृभाषा’ में देने का निर्णय

ललित गर्ग भारत सुपर पावर बनने के अपने सपने को साकार कर सकता है। इस महान उद्देश्य को पाने की दिशा में विज्ञान, तकनीक और अकादमिक क्षेत्रों में नवाचार और अनुसंधान करने के अभियान को तीव्रता प्रदान करने के साथ मातृभाषा में शिक्षण को प्राथमिकता देनी होगी। सशक्त भारत-निर्माण एवं प्रभावी शिक्षा के लिए मातृभाषा […]

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मुद्दा समाज

हमारी ओर से यदि ऐसी ही लापरवाही बरती गई तो कोरोना हो सकती है बहुत खतरनाक और विनाशकारी

  ललित गर्ग हमने करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों को खो दिया हैं, पीड़ित लोगों की संख्या करोड़ों में है। अस्पतालों में बेड नहीं। ऑक्सीजन के हाहाकार ने रूला दिया है। जरूरी दवाओं की किल्लत है। सरकारें व्यापक प्रयत्नों में जुटी हैं, लेकिन हम अपने नागरिक कर्तव्य से मुंह नहीं मोड़ सकते। कोरोना महामारी […]

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भारतीय संस्कृति

‘मां!’ यह वो अलौकिक शब्द है, जिसके स्मरण मात्र से ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है

ललित गर्ग मां प्राण है, मां शक्ति है, मां ऊर्जा है, मां प्रेम, करुणा और ममता का पर्याय है। मां केवल जन्मदात्री ही नहीं जीवन निर्मात्री भी है। मां धरती पर जीवन के विकास का आधार है। मां ने ही अपने हाथों से इस दुनिया का ताना-बाना बुना है। अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस सम्पूर्ण मातृ-शक्ति को […]

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