उगता भारत ब्यूरो ओ३म् का जाप स्मरण शक्ति को तीव्र करता है,इसलिए वेदाध्ययन में मन्त्रों के आदि तथा अन्त में ओ३म् शब्द का प्रयोग किया जाता है। मनुस्मृति में आया है कि ब्रह्मचारी को मन्त्रों के आदि तथा अन्त में ओ३म् शब्द का उच्चारण करना चाहिए।क्योंकि आदि में ओ३म् शब्द का उच्चारण न करने से […]
Author: ज्ञानप्रकाश वैदिक
प्रो. संजय द्विवेदी मीडिया सरकार और जनता के बीच संवाद सेतु का काम करता है। जनता की समस्याओं और उसकी बातों को शासन तक पहुंचाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। यही कारण है कि आज भी लोग मीडिया की ओर उम्मीद से देखते हैं। भारत में लोकतंत्र एक संस्कार, जीवन मूल्य और जीवन पद्धति […]
लेखक :- स्वामी ओमानन्द सरस्वती स्त्रोत :- भाषाविभाग हरयाणा वार्षिक संगोष्ठी 1967 – 68 प्रस्तुतकर्ता :- अमित सिवाहा भारत के पतनकाल के समय आज से दो सो वर्ष पूर्व भी हरयाणा स्वर्ग के समान ही था । इसकी वैदिकसंस्कृति ज्यों की त्यों अविकृतरूप में थी । केवल पौराणिक प्रभाव के कारण तीर्थ , मूर्तिपूजादि का […]
उद्योगों पर आधारित जाति व्यवस्था
राकेश उपाध्याय सभी इस तथ्य से सुपरिचित हैं कि वैदिक कालखंड के साथ औपनिषदिक समाज में तो संपूर्ण सृष्टि को ही ईश्वर का अंश बताकर सभी के अन्दर अन्तर्यामी परमात्मा के दर्शन का विधान किया गया। इसमें किसी के अस्पृश्य होने का प्रश्न ही नहीं उठता था जबकि शूद्र वर्ण भी परमात्मरूप विराट पुरूष के […]
कृष्ण गोपाल ‘व्यास’ मध्य प्रदेश में अनेक तालाब और उनके घाटों पर स्थित मन्दिर और राजप्रसाद जिनकी उम्र 1000 साल या उससे भी अधिक है, आज भी अस्तित्व में हैं। यह अकारण या आकस्मिक नहीं है। तकनीकी लोगों के अनुसार पुराने तालाबों की लम्बी उम्र का राज उनकी डिजाइन, निर्माण कला, निर्माणकर्ताओं की दक्षता और […]
उगता भारत ब्यूरो सत्यार्थ प्रकाश में कुल 14 समुल्लास ( अध्याय ) हैं जो इस प्रकार हैं :- 1 , (१.) प्रथम समुल्लास :—- इस पूरे ब्रह्माण्ड में ईश्वर से सर्वश्रेष्ठ और कोई नहीं है ईश्वर ने ही मनुष्यों की हर प्रकार की उन्नति के लिये वेद में पूरे ब्रह्माण्ड का ज्ञान विज्ञान दिया है […]
सभी पिताओं को समर्पित …..
सभी पिताओं को समर्पित ….. गुरु की धनु राशि को पार कर सूर्य अपने पुत्र व परम शत्रु शनि के आधिपत्य की मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं..सूर्य अब धीरे धीरे उत्तर की ओर बढ़ेंगे इस कारण ये उत्तरायण है..अयन यानि मार्ग..उत्तर का मार्ग..उत्तरायण.. कितनी हैरानी है कि परम शत्रु शनि की राशि में […]
◼️वेदज्ञान का प्रकाश कैसे हुआ?◼️
✍🏻 लेखक – पदवाक्यप्रमाणज्ञ पण्डित ब्रह्मदत्तजी जिज्ञासु प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ इसके दो ही प्रकार हो सकते हैं, कि या तो जगदीश्वर ने आदि मनुष्यों वा ऋषियों को आजकल की भाँति बैठकर पढ़ाया वा लिखकर दे दिया या लिखा दिया हो, यह सब एक ही प्रकार कहा जा सकता है और ईश्वर के शरीरधारी होने […]
उगता भारत ब्यूरो जन्म- 28 मई, 1883, भगूर गाँव, नासिक; मृत्यु- 26 फ़रवरी, 1966, मुम्बई वीर सावरकर न सिर्फ़ एक क्रांतिकारी थे बल्कि एक भाषाविद, बुद्धिवादी, कवि, अप्रतिम क्रांतिकारी, दृढ राजनेता, समर्पित समाज सुधारक, दार्शनिक, द्रष्टा, महान् कवि और महान् इतिहासकार और ओजस्वी आदि वक्ता भी थे। उनके इन्हीं गुणों ने महानतम लोगों की श्रेणी […]
सुरेश्वर त्रिपाठी भैय्या आपको यह तो ज्ञात होगा कि NDA (National Defence Academy) में जो बेस्ट कैडेट होता है, उसको एक गोल्ड मैडल दिया जाता हैं | लेकिन क्या आपको यह ज्ञात हैं कि उस मैडल का नाम “लचित बोरफुकन” है? कौन हैं ये “लचित बोरफुकन”? लेख को पूरा पढ़ने पर आपकों भी ज्ञात हो […]