………………… ईश्वर उपासना का अधिकारी बनने के लिए आवश्यक है कि सब प्रकार के छल कपट, द्वेष, अन्याय, पाखंड, अन्धविश्वास, पशुबलि, पाषाण पूजा, ऊंच-नीच, जात-पात आदि से मुक्त हुआ जाए । जात-पात व ऊंच नीच पर परशुराम और श्रवण कुमार का संवाद प्रेरणादायक है- श्रवणकुमार, ऋषि परशुराम को अपना परिचय देते हुए उन्हें बताते हैं […]
लेखक: ज्ञानप्रकाश वैदिक
उगता भारत ब्यूरो (1877– 1955 पुण्यतिथि पर शत शत नमन) स्वामी स्वतंत्रानन्द जी का जन्म पौष मास की पूर्णिमा सन 1877 ई. में लुधियाना से कुछ मील दूर मोही ग्राम के जाट सिख परिवार में हुआ। इनका नाम केहर सिंह था। इनके पिता सरदार भगवान सिंह सेना में अफसर थे तथा बाद में बडौदा रियासत […]
#अखंड_भारत_का_इतिहास……. आज तक किसी भी इतिहास की पुस्तक में इस बात का उल्लेख नहीं मिलता की बीते 2500 सालों में हिंदुस्तान पर जो आक्रमण हुए उनमें किसी भी आक्रमणकारी ने अफगानिस्तान, म्यांमार, श्रीलंका, नेपाल, तिब्बत, भूटान, पाकिस्तान, मालद्वीप या बांग्लादेश पर आक्रमण किया हो। अब यहां एक प्रश्न खड़ा होता है कि यह देश कैसे […]
पण्डित गंगाप्रसाद उपाध्याय कुर्वन्नेवेह कर्माणि जिजीविषेच्छतँ समा:। एवं त्वयि नान्यथेतोऽस्ति न कर्म लिप्यते नरे।। (यजुर्वेद अध्याय ४०, मन्त्र २) अन्वय :- इह कर्माणि कुर्वन् एव शतं समा: जिजीविषेत्। एवं त्वयिनरे न कर्म लिप्यते। इत: अन्यथा न अस्ति। अर्थ- (इह) इस संसार में (कर्माणि) कर्मो को (कुर्वन् एव) करते हुए ही मनुष्य (शतं समा:) सौ वर्ष […]
अनुराग मिश्र जब से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कश्मीर फाइल्स फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने की मांग पर लंबी स्पीच दी है, देशभर में आंदोलन शुरू हो गया है। हां यह केजरीवाल टाइप धरना प्रदर्शन तो नहीं है लेकिन सोशल मीडिया पर, गली-नुक्कड़, घरों में गुस्सा जाहिर किया जा रहा है। […]
उत्तर प्रदेश ने जो राजनीतिक संदेश दिया है अपने आप उसके मायने बेहद अलग है। प्रतिपक्ष की लाख कोशिशों के बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब रहीं। दोबारा सत्ता में वापसी कर भाजपा ने साफ संदेश दे दिया कि है कि उसके मुकाबले विपक्ष कहीं नहीं ठहरता है। प्रधानमंत्री […]
भारत का अद्भुत अवदान है गणित। यह गणित का देश है। यह भी ताज्जुब की बात है कि यहां सबका अपना अपना गणित है! आदमी से लेकर आदम तक का! कोई गणित से बाहर नहीं! सब गणित करते हैं और हर सवाल का हल निकाल लेते हैं! ताज्जुब यह भी है कि हर समय का […]
उगता भारत ब्यूरो विश्व जल दिवस 22 मार्च पर वेदों में जल कई प्रकार के वर्णित किये गए हैं और उनके सम्बन्ध में यह कहा गया है कि वे सबके लिए प्रदूषणशामक एवं रोगशामक हों: शं त आपो हैमवती: शमु ते सन्तूत्स्या:। शं ते सनिष्यदा आप: शमु ते सन्तु वर्ष्या:।। शं त आपो धन्वन्या: […]
आचार्य मित्रसेन सिद्धान्तालंकार एक दिन स्वामी ध्यानानन्द अपनी प्रचार-यात्रा को चल दिये। वे प्रचार करते हुए हिमालय पर्वत के पास पहुंचने वाले ही थे कि उन्हें कहीं से विचित्र ध्वनि सुनाई पड़ी। उन्होंने देखा कि धू धू करके जंगल जल रहा था। जंगल के निकट रहने वाले अपनी सम्पत्ति को बचाने का यत्न कर रहे […]
स्वच्छ वायुमण्डल का महत्त्व स्वच्छ वायु का सेवन ही प्राणियों के लिए हितकर है यह बात वेद के निम्न मन्त्रों से प्रकट होते हैं- वात आ वातु भेषजं शम्भु मयोभु नो हृदे। प्र ण आयूंषि तारिषत्।। -ऋ० १०/१८६/१ वायु हमें ऐसा ओषध प्रदान करे, जो हमारे हृदय के लिए शांतिकर एवं आरोग्यकर हो, वायु हमारे […]