*वेद, उपनिषद्, ब्राह्मण ग्रंथ, महाभारत गीता, योगदर्शन, मनुस्मृति में एक “ओंकार का ही स्मरण और जप” करने का उपदेश दिया गया है।* वेदाध्ययन में मन्त्रों के आदि तथा अन्त में ओ३म् शब्द का प्रयोग किया जाता है। यजुर्वेद में कहा है- *ओ३म् क्रतो स्मर ।।-(यजु० ४०/१५)* “हे कर्मशील ! ‘ओ३म् का स्मरण कर।” यजुर्वेद के […]
Author: ज्ञानप्रकाश वैदिक
उगता भारत ब्यूरो (11 जून को अमर बलिदानी रामप्रसाद जी के जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रचारित) पं. रामप्रसाद बिस्मिल जी का जन्म उत्तरप्रदेश में स्थित *शाहजहांपुरा* में 11 जून 1897 ई. को हुआ था। इनके पिता का नाम *मुरलीधर* तथा माता का नाम *मूलमती* था। इनके घर की आर्थिक अवस्था अच्छी नहीं थी। बालकपन […]
संस्कृत हमारे देश की मातृभाषा है
स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती [ हिंदी राष्ट्रभाषा है। कुछ लोग यह तर्क दे रहे है कि संस्कृत को राजभाषा बनाना चाहिए। स्वामी दर्शनानन्द जी का यह लेख उनकी शंका का यथोचित समाधान है।] इस समय बहुत-से मनुष्य यह विचार कर रहे हैं कि किसी समय में संस्कृत भाषा भारतवर्ष की राष्ट्रभाषा थी, इसलिए वेद ईश्वरीय ज्ञान […]
सत्यं बृहदृतमुग्रं दीक्षा तपो ब्रह्म यज्ञः पृथिवीं धारयन्ति । सा नो भूतस्य भव्यस्य पत्न्युरुं लोकं पृथिवी नः कृणोतु ॥१॥ मातृ पृथ्वी के लिए नमस्कार! सत्य (सत्यम), ब्रह्मांडीय दैवीय नियमों ( ऋतम), सर्वशक्तिमान परब्रहम में विद्यमान आध्यात्मिक शक्ति, ऋषियों मुनियों द्वारा समर्पण भाव से किये गये यज्ञ और तप,–इन सब ने धरती माता को युगों –युगों से संरक्षित और संधारित किया है। वह (पृथ्वी) जो हमारे लिए भूत और भविष्य की सह्चरी है, […]
हिमाचल प्रदेश के अंब में प्राची राणा की हत्या नहीं हुई, बहुत क्रूर तरीके से गला काटकर हत्या हुई। हत्यारा उस घर में अखबार देनेवाला आसिफ मोहम्मद था। प्राची राणा दसवीं में पढनेवाली बच्ची थी और मां बाप की इकलौती संतान थी। मां बाप दोनों नौकरी करते थे, इसलिए दिन भर घर से बाहर ही […]
*”ओ३म्”* *सत्यार्थप्रकाशः क्यों पढ़ें ?* इसका उत्तर निम्नलिखित है :– १. जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त (तक) मानव जीवन की लौकिक – परालौकिक समस्त समस्याओं को सुलझाने के लिए यह ग्रन्थ एक मात्र अमूल्य ज्ञान का भण्डार है | २. यह एक ऐसा ग्रन्थ है, जो पाठकों को इस ग्रन्थ में प्रतिपादित सर्वतंत्र, सार्वजनीन, सनातन […]
क्या हनुमान जी वास्तव में वानर थे ?
आज हनुमान जयंती है । हनुमानजी के भक्त भारत भर में उसे धूमधाम से मनाएंगे । अधिकांश लोग हनुमानजी को वानर(बंदर) मानते है पर क्या वह वास्तव में वानर (बंदर) थे ? आइये विचार करते है : १- हनुमान जी की माता जी का नाम ‘अंजनी’ था और पिता जी का नाम ‘पवन’ था। ये […]
दो दिन पहले एक लाइन का समाचार पेपर और चैनलों पर आया था कि गाजियाबाद में एक गौशाला में आग लगने से ४० गायें जल मरीं और २०घायल हैं।साथ में लगी एक झुग्गी बस्ती जलकर खाक हो गई।आग एक कबाड़ी के गोदाम में लगी थी। पुलिस की जांच पड़ताल शुरू हुई तो भेद खुल गया। […]
रामायण से हम क्या सीखें ?
उगता भारत ब्यूरो स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती श्री रामचन्द्रजी के भक्तो! दिन-रात रामायण के पढ़नेवालो! महाराज रामचन्द्रजी को अपना बड़ा माननेवालों ! देश के क्षत्रिय जनो ! आप रामायण को, जो आर्यकुलभूषण, क्षत्रिय-कुलदिवाकर, वेदवित्, वेदोक्त कर्मप्रचारक, देशरक्षक, शूर-सिरताज, रघुकुलभानु, दशरथात्मज, महाराजाधिराज महाराज रामचन्द्रजी का जीवन-चरित सदा पढ़ते-सुनते हैं, परन्तु शोक है कि आप उस महानुभाव के […]
वैदिक जीवन स्वास्थ्य का आधार
पं. राजाराम प्रोफेसर (7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष ) उठने का समय और पहला कर्तव्य नाम नाम्ना जोहवीति पुरा सूर्यात् पुरोषस:। यदज: प्रथमं संबभृव स ह तत् स्वराज्य मियाय यस्मान्नन्यत् परमस्ति भृतम्।। -अथर्व० १०/७/३१ सूर्य से पहले और उषा से पहले नाम नाम से उसे बार-बार पुकारे, जो अजन्मा है, (अतएव इस जगत् […]