आप तनिक कल्पना करें । एक नदी है । उस नदी के एक छोर पर एक विशाल टीला स्थित है । नदी बरसात की ऋतु में बार बार उस टीले को काटने व मिटाने का प्रयास करती है । उसे एक चुनौती देती है, और उसकी थोड़ी बहुत मिट्टी हर बार वर्षा ऋतु में अपने […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
1 . भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा2 – भारतीय संस्कृति में साम्यवाद के मूल तत्व3 – इस्लाम संदेहों के घेरे में4 – भारतीय मुसलमानों के हिंदू पूर्वज मुसलमान कैसे बने ?5 – मूर्ख बनाओ – मौज उड़ाओ , भाग – 16 – मूर्ख बनाओ – मौज उड़ाओ , भाग – 27 – मूर्ख बनाओ – […]
आज महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि है । शेरे – पंजाब के नाम से विख्यात सिख सम्राज्य के संस्थापक, पंजाब के महाराज और जमन शाह को नानी याद दिलाने वाले महाराजा रणजीत सिंह का भारतीय इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान है । उनका जन्म 13 नवंबर 1780 को हुआ था। जब वह 12 साल के थे, […]
अध्याय 3 महर्षि मनु ने मनुष्य के मूल स्वभाव का अध्ययन कर उसके आधार पर अपनी मनुस्मृति में वर्ण व्यवस्था का प्रतिपादन किया । यद्यपि मनु से पूर्व वेदों में वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है । मनु ने वेदों का अध्ययन कर उनकी वर्ण व्यवस्था का निष्कर्ष सार रूप में निकालकर जो कुछ हमारे समक्ष […]
अध्याय 2 डॉक्टर सुरेंद्र कुमार अपनी पुस्तक मनु का विरोध क्यों के पृष्ठ 5 पर लिखते हैं कि मनु की प्रतिष्ठा गरिमा और महिमा का प्रभाव एवं प्रसार विदेशों में भी भारत से कम नहीं रहा है। ब्रिटेन ,अमेरिका ,जर्मन से प्रकाशित एनसाइक्लोपीडिया में मनु को मानव जाति का आदि पुरुष, आदि धर्मशास्त्रकार, आदि विधि […]
14 जून की एक विशेष घटना
14 जून 1033 की घटना है । जब भारत पर महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद ने 11 लाख की सेना लेकर भयंकर आक्रमण किया था । स्पष्ट है कि 11 लाख की सेना सेना नहीं होती , अपितु एक ऐसा भयंकर तूफान होता है जिसके सामने किसी का भी रुकना असंभव होता है , […]
आज 25 जून है । आज ही के दिन 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश में पहली बार आपातकाल की घोषणा की थी ।आपातकाल लगाने का एकमात्र कारण यह था कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज जगमोहन सिन्हा ने राज नारायण की एक चुनाव याचिका को स्वीकार करते हुए 1971 में इंदिरा […]
आर्य पुत्र हो तुम भारत के
तर्ज : फिरकी वाली तूकल फिर आना…. सुनो हिन्दू , तू वीर है बंधु , मत भूलो उस इतिहास को तूने धूल चटाई हर तूफान को ।। पुकारती है हमारी भारती आरती करें माँ ले थाली । केसरिया ले बढो साथियों घड़ी है बलिदानों वाली ।। सुभाष पुकारे, बंधु प्यारे ध्यान से सुन लो सारे […]
आज गढ़मंडल ( गोंडवाना ) की रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस है। घटना 24 जून 1564 की है । जिस समय मुगल शासक अकबर का राज्य था। रानी के पति दलपतशाह का देहांत हो चुका था। पुत्र नारायण अभी नाबालिग था । ऐसी स्थिति को देखकर अकबर की कोप दृष्टि रानी के राज्य पर लग […]
अध्याय 1 मानव धर्म और मनुस्मृति वैदिक धर्म में मनुस्मृति का विशेष और सम्मानजनक स्थान है । भारतीय साहित्य में मनुस्मृति का मनु संहिता , मानव धर्मशास्त्र, मानव शास्त्र जैसे कई नामों से भी उल्लेख किया गया है। यह प्राचीन काल से ही हमारे भारतीय साहित्य में सबसे अधिक चर्चित धर्मशास्त्र के रूप में मान्यता […]