मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के विपरीत राज्यसभा में इस बार विधेयकों को पारित कराने में रुकावटें आने की संभावना लगभग समाप्त हो गई है। विरोध व्यक्त करने के उपरांत भी जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन पर सरकार को जिस प्रकार तृणमूल कॉंग्रेस ने अपना समर्थन दिया है , उससे आशा की कुछ नई उम्मीद […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
शिमला समझौते के विषय में
मित्रो ! आज 2 जुलाई है । आज का दिन भारत के इतिहास में ‘ शिमला समझौते ‘ के पर किए गए हस्ताक्षरों की साक्षी देता है । 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध के पश्चात 23 अप्रैल 1972 को दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि शिमला में एक बैठक कर युद्ध के पश्चात […]
भारत को भारत के रूप में ही समझना होगा भारत को समझने के लिए भारत के अतीत को समझना आवश्यक है । जी हां , भारत का वह गौरवपूर्ण अतीत जब यह देश संपूर्ण भूमंडल पर निवास करने वाली मानव जाति का धर्मगुरु था । जब इसकी राजनीतिक , सामाजिक और धार्मिक व्यवस्था से सारा […]
आवागमन ( कविता )
प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर डॉ श्याम सिंह शशि किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं , वे एक ऐसे हस्ताक्षर हैं जो अस्सी पार करने के पश्चात भी असीम ऊर्जा से भरे हुए हैं और अपनी लेखनी के माध्यम से निरंतर राष्ट्र का मार्गदर्शन कर रहे हैं । ऐसे तेजोपुंज की लेखनी से निकली यह कविता हमसे […]
राहुल जी ! समय सुधरने का है
— राकेश कुमार आर्य कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय उनके प्रति लापरवाही का प्रदर्शन करते हुए मोबाइल से खेलते रहे । उनका यह आचरण न केवल निंदनीय है , अपितु भविष्य के लिए बड़े-बड़े प्रश्नचिन्ह खड़े करने वाला भी है । श्री गांधी देश के युवाओं में उपहास और उपेक्षा […]
बीसीआर अवार्ड समारोह हुआ सम्पन्न
इतिहास के क्षेत्र में शोध के लिए राकेश आर्य को किया गया सम्मानित नई दिल्ली ।( अजय आर्य ) विगत 29 जून को दिल्ली के लाजपत नगर स्थित लाजपत भवन में मुम्बई के ‘बॉलीवुड सिने रिपोर्टर ‘ नामक प्रतिष्ठित समाचार पत्र की ओर से एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के […]
अध्याय 5 मनुस्मृति में जाति शब्द का जहां-जहां भी प्रयोग हुआ है वहां – वहां उसका अर्थ जन्म के रूप में लिया जाना चाहिए । मनु ( 1/ 201) में ‘ जाति अंधवधिरौ ‘ कहते हैं । जिसका अभिप्राय है – जन्म से अंधे बहरे । 4 /148 में कहते हैं – ‘ जाति स्मरति […]
मित्रो ! आज 29 जून है । आज सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की जयंती है । आज ही के दिन 1901 में इस मां भारती के महान सपूत का जन्म बंगाल (अब बांग्लादेश) के पबना जिले में माता वसंतकुमारी और पिता क्षिति मोहन लाहिड़ी के घर हुआ था । इनके पिताजी व बड़े भाई […]
अध्याय 4 मनु की दृष्टि में वास्तव में शूद्र वह है जो अपने आप को उन्नत करने के लिए , अपना आत्मिक विकास करने के लिए सक्रिय और सचेष्ट नहीं कर पाता और शास्त्रगत धर्म का पालन न कर अपने आप को सांसारिक विषय वासनाओं की आंधी में फंसाकर सर्वथा वेद विरुद्ध कार्यों में लगा […]
नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार इस बार राज्यसभा में लंबित पड़े कई कानूनों को पास कराने का मन बना चुकी है । अभी तेलुगू देशम पार्टी के चार सांसद जिस प्रकार भाजपा के साथ आकर मिले हैं वैसी ही संभावनाएं आने वाले दिनों में भी बन सकती हैं ।सरकार की यह हर संभव […]