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समाज

सेवा संस्कार से शून्य होते हमारे बच्चे और स्कूल

यह बहुत ही कष्ट का विषय है कि आज के बच्चे अपने माता-पिता के प्रति सेवाभावी नहीं हो पा रहे हैं । जब माता-पिता के प्रति सेवाभावी या कहना मानने वाले नहीं है तो वह समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं , सेवा भाव का तो प्रश्न ही समाप्त हो जाता है। […]

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राजनीति

हिंदुत्व आरएसएस और कम्युनिस्ट

साम्यवाद की विचारधारा क्या भारतीय संस्कृति के अनुकूल है? या साम्यवाद का भारतीय संस्कृति, धर्म और इतिहास से भी कोई संबंध है? यदि इन जैसे प्रश्नों के उत्तर खोजे जाऐं तो ज्ञात होता है कि वास्तविक साम्यवाद भारतीय संस्कृति में ही है। संसार का कम्युनिस्ट समाज भारतीय साम्यवाद को समझ नहीं पाया है और ना […]

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इतिहास के पन्नों से

देश का वास्तविक गद्दार कौन ?- गांधी , नेहरू या सावरकर

जब सुभाष के मार्गदर्शक बने वीर सावरकर जब क्रांतिवीर सावरकर ने 26 फरवरी 1966 को अपना नाशवान शरीर त्यागा तो उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा था-‘‘सावरकर जी की मृत्यु से विद्यमान भारत के एक महान व्यक्ति को हमने खो दिया।’’ बात स्पष्ट है कि इंदिराजी की दृष्टि में […]

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व्यक्तित्व

सुषमा स्वराज : स्वराज्य की साधिका

यक्ष युधिष्ठिर संवाद में यक्ष ने युधिष्ठिर से पूछा कि किमाश्चर्यम ?- अर्थात आश्चर्य क्या है ? यक्ष के इस प्रश्न का उत्तर देते हुए तब धर्मराज युधिष्ठिर ने बड़े संतुलित , सटीक और तार्किक ढंग से कहा कि — ” महाराज ! हम प्रतिदिन अपनी इन नग्न आंखों से देखते हैं कि हजारों लोग […]

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महत्वपूर्ण लेख राजनीति

आवश्यकता भारत जोड़ो आंदोलन की

भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर आज हम महात्मा गांधी द्वारा 1942 में चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मना रहे हैं । वैसे हमारा मानना है कि यदि 1857 की क्रांति के इतिहास का और उस समय घटे घटनाचक्र का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि भारतवासियों […]

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व्यक्तित्व

नोबेल पुरस्कार विजेता : गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर

7 अगस्त को उनकी पुण्यतिथि पर विशेष भारत की पावन धरती पर कितनी ही महान विभूतियों ने जन्म लिया है, कितने ही विदेशी महापुरूषों ने इस पावन धरती को अपनी कर्म स्थली बनाया है। प्राचीन काल से ही भारत की पावन धरा ने मातृवत मानवता को अपने पुनीत पयोधर से पावन पयपान कराकर उसे सत्कृत्यों […]

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राजनीति विधि-कानून

आजाद जी ! देश के संविधान की हत्या तो नेहरु जी ने की थी

5 अगस्त को जब धारा 370 और 35a को हटाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया तो कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस प्रस्ताव का यह कहकर विरोध किया भाजपा ऐसा करके लोकतंत्र और संविधान की हत्या कर रही है । जबकि उन्हें यह ज्ञात होना […]

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अन्य

100 वर्षों के पापों का हुआ प्रक्षालन

5 अगस्त को 5 मूर्खताओं के 5 स्मारक 5 घण्टे में हुए ध्वस्त , लगी 5 को चपत जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a को हटाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार का जितना अभिनंदन किया जाए उतना कम है । इस एक निर्णय से पिछले 100 वर्षों के पापों का प्रक्षालन करने में […]

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Uncategorised

कश्मीर के लिए सरदार पटेल की नीतियों का अनुसरण करे मोदी सरकार : पोद्दार

नई दिल्ली । ( विशेष संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर पोद्दार का कहना है कि सरदार पटेल और वीर सावरकर जैसे दूरदृष्टि वाले और स्पष्टवादी राजनेता की आज भी आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि कई बिंदुओं पर सरदार पटेल और सावरकर जी का चिंतन एक जैसा है । […]

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स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

शिवाजी महाराज की विचारधारा और हमारा राष्ट्रीय आंदोलन

इतिहास में कोई भी घटना अपने समकालीन इतिहास को अवश्य प्रभावित करती है । यदि उस घटना के समकालीन घटना चक्र पर दृष्टिपात किया जाए तो पता चलता है कि एक घटना दूसरी को और दूसरी घटना तीसरी को प्रभावित करके चली जाती है । इससे एक घटना का प्रभाव बहुत आगे तक भी पड़ना […]

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