मैं संन्यासी हूं तो क्या हुआ? बात 1957 की है। आर्य समाजी नेता महाशय कृष्ण धर्मशाला की कारागार में बंदी का जीवन यापन कर रहे थे। उनके सुपुत्र वीरेन्द्र और महात्मा आनंद स्वामीजी भी उन्हीं के साथ बंदी बनाकर रखे गये थे। महाशय कृष्ण अब वृद्घ हो चले थे, इसलिए कोई न कोई व्याधि उनका […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
ओ३म् ========== परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में वेदों का ज्ञान दिया था। इस ज्ञान को देने का उद्देश्य अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न व उसके बाद जन्म लेने वाले मनुष्यों की भाषा एवं ज्ञान की आवश्यकता को पूरा करना था। सृष्टि के आरम्भ से लेकर महाभारत काल पर्यन्त भारत वा आर्यावत्र्त सहित विश्व भर की […]
——————————————- अध्याय — 15 द्वंद्वभाव और बैरागी का संकल्प प्राचीन काल में हमारे यहां पर एक धौम्य नाम के ऋषि हुए। ऋषि धौम्य के पास बहुत से छात्र विद्याध्ययन हेतु आते थे । आश्रम के पास से बहने वाली एक नदी में वर्षा ऋतु में पानी अक्सर अधिक आ जाता था । उस पर बनाया […]
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में पूरा देश गुस्से में है. सख्त सजा देने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं संसद में भी तत्काल सजा की मांग की गई है. इस बीच एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में पीड़िता के परिजनों ने जो […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे और संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। लेकिन, देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू नहीं चाहते थे कि डॉक्टर राजन भारत के राष्ट्रपति बनें। लेकिन नेहरू के विरोध के बावजूद वो 1950, 1952 और 1957 में लगातार तीन बार देश के राष्ट्रपति चुने गए […]
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक सिद्धान्त है कि संसार में ईश्वर, जीव और प्रकृति तीन अनादि व नित्य सत्तायें हैं। यह तीनों सत्तायें सदा से हैं और सदा रहेंगी। इनका अभाव कभी नहीं होगा। वेद ईश्वरीय ज्ञान होने से स्वतः प्रमाण ग्रन्थ है। वेदों में ईश्वर को सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वातिसूक्ष्म, सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, न्यायकारी, सबके कर्मों का […]
सबसे कम अवस्था में क्रांतिकारी गतिविधियों में सम्मिलित होने के अपराध में फांसी चढ़ने वाले महान क्रांतिकारी खुदीराम बोस का आज जन्म दिवस है । 1889 में आज ही के दिन जन्मे इस महान क्रांतिकारी ने अंग्रेज अधिकारी किंग्स फोल्ड पर हमला किया था। यह घटना 30 अप्रैल 1908 की है । जब खुदीराम बोस […]
आरबीएल निगम ( वरिष्ठ पत्रकार ) केरल की नन सिस्टर लूसी कलाप्पुरा ने अपनी आत्मकथा लिखी है। उनकी पुस्तक लॉन्च होने के बाद केरल के चर्चों में हड़कंप मचनी तय है क्योंकि इसमें पादरियों के कुकर्मों को लेकर कई खुलासे होंगे। सिस्टर लूसी के बारे में बता दें कि इन्होंने ही बलात्कार आरोपित पादरी फ्रैंको […]
किसी व्यक्ति का भारत देश की नब्ज पर हाथ रख कर बोलना कांग्रेस की दृष्टि में सांप्रदायिकता रही है , और यह संस्कार कांग्रेस को गांधीजी जैसे नेताओं से मिला है । यदि आप इस देश के विभाजन का कारण धर्मांतरण से मर्मान्तरण और मर्मान्तरण से राष्ट्रान्तरण की सहज प्रक्रिया को मानेंगे तो आप कांग्रेस […]
ओ३म् =========== परमात्मा ने सृष्टि में अनेक प्राणियों को बनाया है जिनमें एक मनुष्य भी है। मनुष्य योनि में मनुष्य के दो भेद स्त्री व पुरुष होते हैं। मनुष्य अल्पज्ञ होता है। इसका अर्थ है कि मनुष्य में जो चेतन अनादि व नित्य जीव है वह अल्प ज्ञान वाला है। उसको पूरा-पूरा ज्ञान नहीं है। […]