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इतिहास के पन्नों से

1909 में पटियाला राजद्रोह के समय अंग्रेज सरकार का आर्य समाज और इसके अनुयायियों पर अत्याचार

================ पराधीनता के युग में अंग्रेज सरकार ने आर्यसमाज के प्रति कू्ररता का परिचय दिया था। इसके सदस्यों को अकारण परेशान किया जाता था। आर्यसमाजियों को सरकारी नौकरी नहीं मिलती थी और जो नौकरी में होते थे उन्हें नौकरी से किसी न किसी आरोप में निकाल दिया जाता था। वह आर्यसमाज के सत्संगों में भी […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

मठाधीशों की समानांतर खड़ी होती व्यवस्था चिंता का विषय

संपूर्ण भूमंडल पर भारत सहित जितने भी देश हैं , उन सबमें धर्माधीश और मठाधीशों का एक ऐसा तंत्र इस समय भी स्थापित है जिसे काटना सत्तातंत्र के वश की बात नहीं है । यदि भारत में ही इस दिशा में सर्वेक्षण करवाया जाए तो पता चलेगा कि देश में जितने विधायक और सांसद हैं […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

देश को संस्कार ही बदल सकते हैं सरकार नहीं

हैदराबाद में एक महिला के साथ हुए बलात्कार के प्रकरण ने देश को एक बार फिर सोचने के लिए बाध्य कर दिया है कि हम 21वीं सदी में रहकर भी महिलाओं के प्रति कितने अधिक बर्बर होते जा रहे हैं ? यद्यपि हम अपने आप को ‘सभ्य समाज ‘ का एक व्यक्ति होने का दंभ […]

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देश विदेश

विदेशों में आज भी सम्मानित है भारत की संस्कृति : डॉक्टर सत्यव्रत शास्त्री

नई दिल्ली । ( विशेष संवाददाता ) संस्कृत के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान और भारतीय संस्कृति के उद्भट प्रस्तोता के रूप में जाने जाने वाले डॉ सत्यव्रत शास्त्री का कहना है कि भारत की संस्कृति विदेशों में आज भी बहुत ही सम्मानित दृष्टि से देखी जाती है उन्होंने कहा कि भारत की वैदिक संस्कृति के […]

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इतिहास के पन्नों से

18 57 में ही फट गई थी क्रांतिकारी आर्य समाज की पौ

1857 की क्रांति न केवल भारत के राष्ट्रीय इतिहास के लिए अपितु आर्य समाज जैसी क्रांतिकारी संस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण वर्ष है । इस समय भारत के उस समय के चार सुप्रसिद्ध संन्यासी देश में नई क्रांति का सूत्रपात कर रहे थे। इनमें से स्वामी आत्मानंद जी की अवस्था उस समय 160 वर्ष […]

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व्यक्तित्व

एक मौलवी जिन्होंने इस्लाम छोड़कर आर्य समाज स्वीकार किया

मेरा जन्म कोलकाता में एक पढ़े लिखे परिवार में हुआ, इस परिवार ने कई डॉ० इंजीनियर से लेकर शिक्षाविद बोलपुर शांति निकेतन श्री रवीन्द्रनाथ ठाकुर के विश्वविद्यालय के अरबी फारसी के विभाग अध्यक्ष भी दिया। मैं महेन्द्रपाल आर्य बचपन से घरेलू परम्परा अनुसार इस्लामिक शिक्षा विरासत में अपने पिता के नजदीक रह कर प्राप्त किया, […]

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धर्म-अध्यात्म

वैदिक कर्मफल सिद्धांत सत्य नियमों पर आधारित यथार्थ दर्शन है

========== वैदिक धर्म सृष्टि का सबसे पुराना धर्म है। यह धर्म न केवल इस सृष्टि के आरम्भ से प्रचलित हुआ है अपितु इससे पूर्व जितनी बार भी प्रलय व सृष्टि हुई हैं, उन सब सृष्टि कालों में भी एकमात्र वैदिक धर्म ही पूरे विश्व में प्रवर्तित रहा है। इसका कारण यह है कि ईश्वर, जीव […]

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महत्वपूर्ण लेख

बलात्कार के लिए उकसाने वाली सभी प्रवृतियां कौन करेगा समाप्त

आचार्य श्री विष्णु गुप्त मैं भेंड नहीं हूं, मैं शियार भी नहीं हूं , मैं गंवार नहीं हूं , मैं कानून से भी अनभिज्ञ नहीं हूं , मैं संविधान से भी अनभिज्ञ नहीं हूं। मैं भविष्य के खतरे से भी अनभिज्ञ नहीं हूं, मै पुलिस को सजा देने की कुप्रवृति का समर्थन नहीं कर सकता, […]

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इतिहास के पन्नों से

जब था झंडे में ‘ वंदेमातरम ‘ , झंडा दिवस : 7 दिसंबर पर विशेष

भारत में ध्वजा शब्द झंडे का पर्यायवाची है, प्राचीन काल में राज्यकर्मियों द्वारा उठाकर ले जाने वाली ध्वजा को राजा या सेना के प्रतीक रूप में परिभाषित किया गया है। शुद्घ शाब्दिक रूप में ध्वजा से तीन चीजों का बोध होता है- 1. पताका (हवा में फहराने वाला कपड़े या किसी अन्य वस्तु का टुकड़ा) […]

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महत्वपूर्ण लेख

फर्जी सदस्यता व फर्जी कार्यकर्ता भाजपा के लिए बन गये काल

स्पष्ट तौर फर्जी सदस्यता और फर्जी कार्यकर्ताओं के दुष्परिणाम झेल रही है भाजपा। राज्यों में फर्जी कार्यकताओं और फर्जी सदस्यता का दुष्परिणाम यह निकल रहा है कि प्रदेशों में भाजपा अपनी साख लगातार खो रही है, भाजपा की सरकारें दफन भी हो रही हैं। राज्यों में भाजपा का जनाधार और लोकप्रियता लगातार गिर रही है,सिमट […]

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