भारत के इतिहास में राणा उदयसिंह का योगदान नगण्य माना जाता है। जबकि कुछ इतिहासकारों का मानना है कि उसका योगदान भारत के इतिहास में अनुपम है। इसके समर्थन में ऐसे इतिहास लेखकों का मानना है कि महाराणा उदयसिंह के दृढ़ निश्चय की ओर कभी ध्यान नही दिया गया। चित्तौड़ पर तीस हजार हिंदू नागरिकों […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद के विध्वंस के प्रकरण को किसी न किसी प्रकार जिंदा रखने की कोशिश बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी अभी भी कर रही है । वह इस विवाद को किसी न किसी प्रकार जिंदा रखना चाहती है। जिससे कि उसकी राजनीतिक रोटियां सेकी जाती रहें । भले ही उसके इस प्रयास का परिणाम […]
भारत में होली पर्व की परंपरा
ब्राह्मण ग्रन्थों में फाल्गुनी पौर्णमासी का पार्विक उल्लेख है। इस से इस त्यौहार की प्राचीनता स्पष्ट है। वेदों में सभी पूर्णमासियों, अमावस्याओं और विविध सङ्क्रान्तियों को यज्ञ आयोजन पूर्वक लेने का उपदेश है। धीरे धीरे इन के साथ जनरूचि और कालानुरूप अलग अलग कर्म काण्ड जुड़ते चले गए। *मूलतः होली एक नवान्नेष्टि पर्व है जो […]
प्रस्तुति : अनिल कुमार पांडे 3 अप्रैल 1967 को चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे उस समय उत्तर प्रदेश के विधानसभा में दो मुसलमान थे… एक दिन विधानसभा भवन में एक कमाल यूसुफ नाम के विधायक ने चौधरी चरण सिंह से कहा कि चौधरी साहब आप केवल हिंदुओं की वोटों से ही […]
आरबीएल निगम (वरिष्ठ पत्रकार ) कासिम अल रिमी यमन में अलकायदा का नेता थाअमेरिका ने यमन में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान AQAP (अल-कायदा इन अरब पेनिनसुला) के संस्थापक और अल-कायदा के दूसरे नंबर के नेता कासिम अल-रिमी को यमन में मार गिराया। कासिम अल-रिमी के साथ ही इस अमेरिकी हमले में अल-कायदा नेता अयमान […]
क्या है महिला सशक्तिकरण
” तोड़ के पिंजरा जाने कब उड़ जाऊँगी मैं लाख बिछा दो बंदिशे फिर भी आसमान मैं जगह बनाऊंगी मैं हाँ गर्व है मुझे मैं नारी हूँ भले ही रूढ़िवादी जंजीरों सेबांधे है दुनिया ने पैर मेरे फिर भी इसे तोड़ जाऊँगी मैं किसी से कम नहीं सारी दुनिया को दिखाऊंगी जो हालत से हारे […]
न्याय प्राप्ति के लिए व्यक्ति का निर्भीक होना आवश्यक है। यदि व्यक्ति में निर्भीकता नही है, तो वह न्याय की प्राप्ति नही कर सकता। यही बात इतिहास के लिखने के संदर्भ में भी जाननी समझनी चाहिए। इतिहास लेखन में न्याय आवश्यक है, अन्यथा आप अपनी आने वाली पीढिय़ों के साथ न्याय नही कर पाएंगे। एक […]
सरहद के सैनिक
सरहद पर सैनिक हँस-हँस कर अपने प्राण गंवाते हैं। मरने वाले इस दुनिया में बिना मरे मर जाते हैं ।। शीत ऊष्ण अतिवर्षण में भी कभी नहीं घबराता है । दुश्मन की छाती पर चढ़कर वंदेमातरम गाता है ।। ऐसा जीवन जीने वाले घर-घर आदर पाते हैं । सरहद पर सैनिक———- माँ बेटी भगिनी भार्या […]
प्रस्तुति : अनिल कुमार पांडेय इस आदमी का उत्थान सारे संसार के लिए खतरा है, क्योंकि इसने भारत में न केवल अपना स्वार्थ चाहने वाले समुदायों को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा कर दिया है, बल्कि उनका उपयोग भी करता है। इसने केवल भारत को एक महान् देश बनाने की इच्छा को प्रकट किया है। उसका […]
व्यक्तित्व को उन्नत बनाने के आधार सूत्र
– ललित गर्ग- हर व्यक्ति में अपनी कोई-न-कोई विशेषता होती है। इन्हीं विशेषताओं से व्यक्तित्व बनता है और किसी भी व्यक्ति का वास्तविक परिचय उसका व्यक्तित्व ही है। श्रेष्ठ व्यक्तित्व ही मानव जीवन की असली पूंजी होती है। इसके अभाव में व्यक्ति व्यावहारिक धरातल पर अत्यंत दरिद्र होता है। सभी का बाह्य जीवन व्यावहारिक पृष्ठभूमि […]