लिमटी खरे देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। इस व्यवस्था में न्यायपालिका को ही सबसे ऊपर दर्जा दिया गया है। देखा जाए तो देश का संचालन विधायिका के द्वारा कार्यपालिका के जरिए किया जाता है। देश का लोकतंत्र इन्हीं तीनों पायों पर खड़ा दिखता है। इसके अलावा प्रेस जगत यानी जिसे अब मीडिया की संज्ञा दी […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
एल. खरे भारत में अनेक प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। इन पक्षियों की तादाद में एकाएक कमी दर्ज किया जाना वास्तव में चिंता का विषय माना जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र के द्वारा किए गए प्रवासी प्रजातियों के पक्षियों पर समझौते के अनुसार इसके तेहरवें सम्मेलन में वर्ष 2020 की जो रिपोर्ट जारी की […]
ओ३म =========== ऋषि जन्म भूमि न्यास, टंकारा में ऋषि बोधोत्सव के प्रथम दिवस 20 फरवरी, 2020 की रात्रि को ऋषि दयानन्द के भक्त युवा-दम्पति श्रीमती सुकीर्ति माथुर एवं श्री अविरल माथुर जी के गीतों व भजनों का कार्यक्रम हुआ। हम जब इस कार्यक्रम में पहुंचे तो कुछ भजन हो चुके थे। श्रीमती सुकीर्ति एवं श्री […]
ओ३म् =========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून साधना उपासना सहित वृहद वेद पारायण यज्ञों का केन्द्र है। यहां पर योग शिविर एवं युवक-युवति शिविर लगाकर वेद प्रचार किया जाता है। वर्ष में दो बार मई एवं अक्टूबर माह में पांच दिवसीय वार्षिकोत्सव होता है जिसमें देश भर से लोग श्रद्धापूर्वक सम्मिलित होते हैं और यहां […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हिन्दुओं के ख़िलाफ़ हुई हिंसा पूर्व नियोजित होने के कई सबूत सामने आ रहे हैं। हिंसाग्रस्त इलाकों से लगातार ऐसी तस्वीरें और विडियो सामने आ रही हैं, जो इस बात को प्रमाणित करती हैं कि ये हिंसा दो समुदायों के आमने-सामने आने से नहीं भड़की, बल्कि ये […]
करावल नगर में एक गेट से झॉंकती आँखों में खौफ उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जो कुछ हुआ उसका डर अब भी हिन्दुओं के चेहरे पर साफ दिखाई पड़ रहा है। दंगा प्रभावित चाँदबाग में कुछ जगहों पर थोड़ी बहुत चहलकद़मी दिखी। लेकिन नाले से आगे करावल नगर की तरफ बढ़ने पर लोग बंद गली के गेट […]
गौतम बुद्ध खुद को ब्राह्मण मानते थे
– कार्तिक अय्यर जो लोग बुद्ध जी के नाम पर ब्राह्मणों को कोसते हैं,वे यह भी देख लें कि बुद्ध स्वयं को ही ब्राह्मण मानते थे! इसके बाद भला वे अंबेडररवादी किस बात का विरोध करेंगे? हम भिक्षु धर्मरक्षित के सुत्तनिपात हिंदी अनुवाद का उद्धरण दे रहे हैं। पाठकगण,अवलोकन करें- १- ऋषिसत्तम ब्राह्मण वंगीश ने […]
ओ३म् ============ ऋषि दयानन्द जन्मभूमि न्यास, टंकारा-गुजरात में आयोजित तीन दिवसीय ऋषि बोधोत्सव 20 फरवरी, 2020 को आरम्भ हुआ। प्रथम दिन 15 फरवरी, 2020 से आरम्भ सामवेद पारायण यज्ञ भी उत्सवों के प्रथम दो दिनों में जारी रहा। हम दिनांक 20-2-2020 को प्रातः व दिन के कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत कर चुके हैं। सायं 5.30 […]
प्रतिष्ठा में श्रीमान नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली विषय :– विश्वकर्मा मंदिर ,पहाड़गंज , नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास , में “भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति ” ( ‘ उगता भारत ट्रस्ट ‘ द्वारा संचालित ) की दिनांक 29 फरवरी 2020 को हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार भारत […]
श्रद्धा का महत्व क्या है ?
जब तक ऐसी स्थिति किसी साधक की नहीं बनती है तब तक वह श्रद्घालु नही बन पाता है। आर्य वेदधर्म से इतर जितने भी मत-पंथ या संप्रदाय है, उन सबमें भी श्रद्घा को प्रमुखता प्रदान की गयी है। परंतु उनमें और वैदिक धर्म में अंतर केवल यह है कि ये अन्य मत वाले लोग श्रद्घा […]