लखनऊ (उत्तम हिन्दू न्यूज): जनसंख्या के दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है । यहां पर 22 – 23 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं । देश के आर्थिक संसाधनों के दृष्टिकोण से यह जनसंख्या बहुत अधिक है । यह अच्छी बात है कि अब जनसंख्या नियंत्रण को लेकर योगी सरकार एक […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार लगता है भाई-बहन राहुल गाँधी और राहुल गाँधी एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। राहुल वही बोलते हैं, जो पाकिस्तान बोलता है और राहुल की बहन पाकिस्तान की तस्वीरों को भारत के उत्तर प्रदेश की बताकर जनता को भ्रमित कर, कांग्रेस को पाताललोक में ले जाने में प्रयत्नशील है। प्रियंका को सक्रीय राजनीति […]
शाहीन बाग इलाके से मिले तीन शव
प्रतीकात्मक नए नागरिकता कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन के नाम पर होती अराजकता के लिए बदनाम हुए दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र से 3 शव मिलने की खबर से हड़कंप मच गया है। दिल्ली के इस शाहीन बाग़ इलाके में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में 84 दिन से धरना चल रहा है। ये 3 […]
क्या इस धरती पर हिंदू होना पाप है ?
लेखक – (डॉ विवेक आर्य द्वारा रचित) सुरेश पंडिता रात के दो बजे एकाएक नींद से उठकर बैठ गया। उसको सपने में श्रीनगर के समीप गांव में अपना घर, खलियान, सेब के बाग, डल झील में शिकारे की सवारी, बर्फ से ढके पहाड़ और सोहाना मौसम दिख रहा था। उसने देखा कि तभी एक गोली […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिन्दू विरोधी दंगों का सरगना ताहिर हुसैन अब पुलिस की गिरफ्त में है। चाँदबाग में हिंसा भड़काने और आईबी के अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन को गुरुवार(मार्च 5) को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब खबर आ रही है कि दंगों […]
ऋषि हरते हैं लोगों के संताप
मनुष्य अपने आप में स्थित (स्वस्थ-निर्भान्त और शांत) कैसे रहे ? – ऋषि लोग उसे इसका उपाय बताते हैं। इन ऋषियों के दर्शन के लिए लोग तरसते हैं और इनके मुखारबिन्द से निकले एक-एक शब्द को अपने लिए सहेज कर रखते हैं। हमारे यहां प्राचीनकाल में हमारे ऋषि पूर्वज अपने प्रवचनों से लोगों का कल्याण […]
भारतीय वांग्मय में वेदों का महत्व
हमारे वेदवेत्ता विद्वानों ने जब उपनिषद या दर्शन शास्त्रों की या स्मृतियों जैसे आर्षग्रंथों की रचना की तो उनमें उनका वैदिक ज्ञान और उसका दर्शन स्पष्ट झलकता है। इतना ही नहीं रामायण और महाभारत जैसे इतिहास ग्रंथों में भी विद्वान लेखकों का वैदिक दृष्टिकोण और उनके वैदिक चिंतन की उदात्त भावना स्पष्ट परिलक्षित होती है […]
हमारे आर्य हिंदू परिवारों में जब पंडित लोग कोई संकल्प दिलाते हैं तो उस समय वह जिस मंत्र को बोलते हैं उसमें ‘जम्बूद्वीपे भरतखंडे ‘ – यह शब्द आते हैं। यह मंत्र आर्य विचारधारा के कितना अनुकूल है या कितना प्रतिकूल है ? – हम इस पर कोई चर्चा नहीं करेंगे। परंतु इस मंत्र या […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार जैसाकि शाहीन बाग़, जामिया, जामा मस्जिद और देश के अन्य क्षेत्रों में नागरिकता संशोधक कानून के विरोध में हो रहे, प्रदर्शन और धरने आदि को देश में अराजकता फ़ैलाने का संयोजित षड़यंत्र कहने पर लोग कहते थे कि “क्यों कोई अपने दूध पीते बच्चों को लेकर कड़कती ठंठ में लेकर आएगी?” लेकिन […]
काश ! ऋषि दयानन्द जी कश्मीर जा पाते तो जो कश्मीर का इस्लामीकरण हो गया है, जो कश्मीर समस्या देश के लिए घातक बनी हुई है वह न होती। कश्मीर के नरेश महाराजा रणवीर सिंह स्वयं ऋषि से मिलना चाहते थे इसलिए उन्होनें अपने मन्त्री नीलाम्बर बाबू और दीवान अनन्त राम को स्वामी जी के […]