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स्वर्णिम इतिहास

भारत की क्षत्रिय परंपरा और गुर्जर जाति

भारत में जितनी भी क्षत्रिय जातियां आज मिलती हैं वे सभी की सभी भारत की उस प्राचीन क्षत्रिय परंपरा की प्रतिनिधि हैं , जिसे हमारी वर्ण व्यवस्था में क्षत्रिय वर्ण के रूप में मान्यता दी गई थी । वास्तव में मनुष्य के तीन शत्रु माने गए हैं – अन्याय ,अज्ञान और अभाव। जहाँ ब्राह्मण वर्ण […]

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उगता भारत न्यूज़

पाकिस्तान : देशद्रोही शियाओं ने जानबूझकर कोरोनावायरस फैलाया , आपस में ही सिर फुटव्वल

पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1500 के पार पहुँच गई है। 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है। स्थिति भयावह है, क्योंकि अस्पतालों में समुचित व्यवस्था नहीं है। लोगों की स्क्रीनिंग की भी सुविधा काफ़ी कम है। वहाँ की सरकार ने अर्थव्यवस्था के गिरने के डर से लॉकडाउन जैसे बचाव के उपायों […]

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कविता

अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला जमीन पर

तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर, अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर! सुबह औ’ शाम के रंगे हुए गगन को चूमकर, तू सुन ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूमकर, तू आ मेरा सिंगार कर, तू आ मुझे हसीन कर! अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन […]

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राजनीति

विश्व का सर्वाधिक बड़ा और संवेदनशील आर्थिक पैकेज

– मोदी 33 करोड़ परिवारों के सदस्य नहीं मुखिया बन गये हैं प्रवीण गुगनानी कोरोना वायरस संकट के कारण देश में लगाए गए 21 दिनों के लॉकडाउन को देखते हुए मोदी सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्व के सबसे बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की। इसके साथ ही मोदी जी ने जी 20 […]

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समाज

घरों में कैद जिंदगी : विश्वास है मिलकर को रोना को भी पराजित कर देंगे

– मुरली मनोहर श्रीवास्तव जिंदगी आज दो पाटों के बीच पीस रही है। चारो तरफ हाहाकार मची है। गांव से लेकर शहर तक सभी लोग अपने घरों, झोपड़ियों में कैदी की जिंदगी जी रहे हैं। अगर इसे हाई प्रोफाइल तरीके से देखी जाए तो पूरा देश ‘बिग बॉस’ के घर जैसा बनकर रह गया है। […]

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महत्वपूर्ण लेख

घातक कोरोना : सामाजिक एवं आर्थिक दृष्टिकोण

डॉ अवधेश कुमार अवध चीन की वूहान-भूमि से उपजा नोबेल कोरोना वायरस आज दुनिया के लिए मृत्यु का पर्याय बन गया है। वूहान शहर मृतप्राय पड़ा है। स्पेन, इटली और अमेरिका तड़पकर गिरते शवों की अन्त्येष्टि नहीं कर पा रहे हैं। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बर्मा जैसे लडखड़ाते देश गौर तलब नहीं रहे। भारत इक्कीस दिनों की […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आर्य समाज स्थापना दिवस पर : ऋषि दयानंद और आर्य समाज ने वैदिक धर्म का पुनरुद्धार और देश उत्थान का कार्य किया

ओ३म् ============ ऋषि दयानन्द (1825-1883) के समय में सृष्टि के आदिकाल से आविर्भूत ज्ञान व विज्ञान पर आधारित सत्य सनातन वैदिक धर्म विलुप्त हो चुका था। इसके स्थान पर देश में वैदिक धर्म का स्थान अविद्या, अन्धविश्वास, पाखण्ड, सामाजिक असमानता, पक्षपात व अन्यायपूर्ण व्यवहार तथा परम्पराओं से युक्त मत-मतान्तरों ने ले लिया था। मूर्तिपूजा, फलित […]

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राजनीति

कोरोनावायरस पर भारत के प्रधानमंत्री श्री मोदी की दुनिया भर में प्रशंसा : हजारों हिंदुस्तानियों को बचाया संकट से

[प्रो. सतीश कुमार]। COVID-19: कोरोना के खतरे से निपटने की दिशा में भारत की कूटनीति ने दुनिया के सामने एक नई मिशाल पेश की है। ईरान, इटली और यूरोप के तमाम देशों में रहने वाले भारतीयों को देश वापस लाया गया, जबकि उन्हें वहां से लाने में बहुत ज्यादा मुसीबतें सामने आई थीं। इसके अलावा […]

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धर्म-अध्यात्म

वायु जल सर्वत्र हों शुभ गंध को धारण किए

पृथ्वी के समस्त प्राणधारियों को जीवन इस सूर्य से मिलता है। पृथ्वी सूर्य से ऊर्जा प्राप्त करती है और यही ऊर्जा इसकी सतह को गर्माती है। वैज्ञानिकों का मत है कि इस ऊर्जा का लगभग एक तिहाई भाग पृथ्वी को घेरने वाली गैसों के आवरण अर्थात वायुमंडल से निकलते समय छिन्न-भिन्न हो जाता है। सूर्य […]

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Uncategorised स्वर्णिम इतिहास

क्या गुर्जर एक विदेशी जाति है ? —- भाग – दो

जिन इतिहासकारों ने गुर्जरों को विदेशी जाति माना है उनमें डॉक्टर डीआर भंडारकर का नाम सबसे पहले लिया जा सकता है। यद्यपि यतेंद्र कुमार वर्मा, रतन लाल वर्मा , गणपतसिंह , मुल्तान सिंह वर्मा , स्वामी वासुदेवानंद तीर्थ , गौरीशंकर हीराचंद ओझा , डॉ दशरथ शर्मा , बी .एन. पुरी , सी. वी. वैद्य आदि […]

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