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धर्म-अध्यात्म

स्वार्थ भाव मिटे हमारा प्रेम पथ विस्तार हो

प्रेम में सृजन है, और प्रेम में परमार्थभाव भी है। कैसे ? अब यह प्रश्न है। इसके लिए महात्मा बुद्घ के जीवन के इन दो प्रसंगों पर तनिक विचार कीजिए। महात्मा बुद्घ एक घर में ठहरे हुए थे। एक व्यक्ति जो उनसे घृणा करता था, उनके पास आया और उसने आते ही उन पर थूक […]

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स्वर्णिम इतिहास

गुर्जर प्रतिहार शासकों और आर्य संस्कृति के बारे में विद्वानों के मत ,भाग — 1

मुस्लिम आक्रमणकारियों ने भारत के धर्म व संस्कृति को नष्ट करने और यहाँ पर अपनी इस्लामिक संस्कृति को थोपकर जबरन हिन्दुओं को मुस्लिम बनाने की प्रक्रिया को लागू करने के उद्देश्य से भारत पर आक्रमण करने आरम्भ किए थे । भारत पर सबसे पहला आक्रमण इस्लाम की ओर से 638 ईसवी में किया गया । […]

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उगता भारत न्यूज़

सरकारी दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाने वाली तबलीगी जमात के बचाव में उतरा लिबरल गैंग

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार देश की राजधानी दिल्ली में निजामुद्दीन कोरोना वायरस का एक खतरनाक हॉटस्पॉट बनकर सामने आया है। दिल्ली में धारा 144 लागू होने के बावजूद निजामुद्दीन इलाके में एक धार्मिक जलसा हुआ, जिसमें करीब 2000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। लेकिन इस जलसे में शामिल होने वाले 10 लोगों की मौत और […]

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उगता भारत न्यूज़

मस्जिद में जमा थे 100 जमाती , समझाने गई पुलिस टीम पर हमला कर जमाती फरार

दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में कोरोना पॉजिटिव केस के बाद हड़कंप मचा हुआ है। निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में कई लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी कई मस्जिदों में इसी तरह के जमात की खबरें आ रही है। ऐसे में बिहार के मधुबनी जिले के अंधराठाढ़ी ब्लॉक के गीदड़गंज गांव की मस्जिद […]

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धर्म-अध्यात्म

जीवन में कर्म की प्रधानता

-पण्डित गंगाप्रसाद उपाध्याय कुर्वन्नेवेह कर्माणि जिजीविषेच्छतँ समा:। एवं त्वयि नान्यथेतोऽस्ति न कर्म लिप्यते नरे।। (यजुर्वेद अध्याय ४०, मन्त्र २) अन्वय :- इह कर्माणि कुर्वन् एव शतं समा: जिजीविषेत्। एवं त्वयिनरे न कर्म लिप्यते। इत: अन्यथा न अस्ति। अर्थ- (इह) इस संसार में (कर्माणि) कर्मो को (कुर्वन् एव) करते हुए ही मनुष्य (शतं समा:) सौ वर्ष […]

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महत्वपूर्ण लेख

आरएसएस के सेवा प्रकल्प और महामारी

ललित गर्ग:- कोरोना ऐसा संकट ऐसा है, जिसने भारत के लोगों को संकट में डाल दिया है। इस महासंकट के निजात पाने में दुनिया की बड़ी-बड़ी शक्तियां धराशायी हो गई या स्वयं को निरुपाय महसूस कर रही है, ऐसे समय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं उसके स्वयंसेवक अपनी सुनियोजित तैयारियों, संकल्प एवं सेवा-प्रकल्पों के जरिये […]

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विविधा

कोरोना महामारी का इलाज व बचाव

प्रस्तुति : विमल आर्य कोरोना एक कफ है पर ये एक सूखा कफ है। हमारे डाक्टर जितनी भी एंटीबायटिक दवाईयां देते हैं वो कफ को सुखाने के लिए देते है लेकिन ये पहले ही सूखा हुआ कफ है तो इस पर कोई असर नहीं होता। इसी वजह से इसका इलाज अभी तक नहीं ढूंढा जा […]

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स्वास्थ्य

अथर्ववेद में वायरोलॉजी महामारी की रोकथाम

“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””” यह निर्विवाद मूर्धन्य तथ्य सत्य है कि संसार के पुस्तकालय की सबसे प्राचीनतम पुस्तक वेद है| यद्यपि वेदों की प्राचीनता का कोई कालखंड आज तक निश्चित नहीं हो पाया है जैसे पृथ्वी की आयु , ब्रह्मांड की उत्पत्ति का कालखंड भी विवादित है ऐसे ही वेद कितने प्राचीन हैं इस पर अभी कोई एकमत […]

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स्वास्थ्य

जीवनशैली ही हमारे स्वास्थ्य की धुरी

डॉ. राकेश राणा वास्तव में स्वास्थ्य एक संतुलित जीवन पद्धति का नाम है। स्वास्थ्य की भारतीय अवधारणा के केन्द्र में संतुलन ही प्रमुख है। मानव शरीर में वात, कफ और पित्त का संतुलन ही स्वास्थ्य का आधार माना जाता है। शरीर में किसी प्रकार का असंतुलन होना ही रुग्ण होना है। एक स्वस्थ व्यक्ति के […]

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समाज

पर्यावरण संरक्षण में पंचायतों की भूमिका

डॉ संजीव कुमारी गुर्जर भारत गांव का देश है । गांव में ग्राम पंचायतों का राज है। पंचो को गांव में परमेश्वर माना जाता है। पंचायतें पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। जिससे हम अपनी धरती मां को प्रदूषण से बचा सकते हैं। पंचायतें निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण के […]

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