डॉ॰ राकेश कुमार आर्य गोस्वामी तुलसीदासजी ने ‘रामचरित मानस’ में जिस प्रसंग में यह कहा है कि ‘लघुता पाय प्रभुता पाई’-उसका वहां अर्थ है कि विनम्रता से अर्थात लघुता से मनुष्य बड़प्पन प्राप्त कर लेता है, महानता की प्राप्ति करता है। गोस्वामीजी ने जहां भी जैसे भी जो भी कुछ कहा है उसका विशेष और […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
राजधानी के नेहरू मेमोरियल में विगत 20 अगस्त को हुई रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़ी भवन निर्माण समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 2024 की जनवरी तक राम मंदिर निर्माण का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा । यह बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य है कि देश जिस राम मंदिर के लिए पिछले […]
हुमायूँ को भी मिली चुनौती बाबर के पश्चात उसका उत्तराधिकारी हुमायूँ बना था। हुमायूँ के शासनकाल में चित्तौड़ पर गुजरात के शासक बहादुर शाह के आक्रमण की प्रसिद्ध घटना का उल्लेख हमें इतिहास में मिलता है । उस युद्ध में रानी कर्णावती ने हुमायूँ के लिए कथित रूप से राखी भेजी थी । जब तक […]
गुर्जर सम्राट की जयंती के अवसर पर विशेष सम्राट मिहिर भोज का शासनकाल अरब साम्राज्य के अब्बासी वंश के खलीफाओं मौतसिम (833 से 842 ई0 ), वासिक ( 842 से 847 ई0 ) मुतवक्कल ( 847 से 861 ई0 ) , मुन्तशिर ( 861 से 862 ई0 ) मुस्तईन ( 862 से 866 ई0 ) […]
जहीरूद्दीन बाबर ने 1526 ई0 में भारत पर आक्रमण किया । जब वह भारत में एक बादशाह के रूप में काम करने लगा तो उसे भारत के लोगों से उपेक्षा और सामाजिक बहिष्कार के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला। उसने स्वयं ने लिखा है :- “मेरी दशा अति शोचनीय हो गई थी और मैं बहुत अधिक […]
सिकन्दर लोदी के शासनकाल में अवध में 24 हिन्दू रायों सामन्तों ने वहाँ के प्रान्तपति मियां मोहम्मद फर्मूले के विरुद्ध स्वतन्त्रता आन्दोलन आरम्भ किया । 24 हिन्दू रायों एवं सामन्तों का इस प्रकार एक साथ आना एक उल्लेखनीय घटना है । जो हिन्दुओं के भीतर की वेदना और स्वतन्त्रता के प्रति तड़प को स्पष्ट करती […]
वर्तमान में भारतवर्ष में ‘हिंदू विनाश’ के गहरे षड्यंत्र में लगे हुए कुछ हाथों की यदि पहचान की जाए तो पता चलता है कि बॉलीवुड को मुगलिस्तान की सोच रखने वाले लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया है , वहां पर लड़का कोई खान मिलता है तो उसके साथ हीरोइन हिंदू मिलती है । […]
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व के नाम से हमारे हृदय पर राज करने वाले सुभाष चंद्र बोस के बारे में रह-रहकर नए नए तथ्य सामने आते जा रहे हैं । जिनसे पता चलता है कि उनके साथ स्वाधीन भारत की पहली नेहरू सरकार और उसके बाद की कांग्रेसी सरकारों ने कितना बड़ा धोखा […]
लाल किले की प्राचीर से निरंतर सातवीं बार देश को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने फिर एक इतिहास रचा है । क्योंकि अब उनके पश्चात केवल 3 कांग्रेसी प्रधानमंत्री ऐसे हैं , जिन्होंने 7 से अधिक बार लाल किले पर निरंतर झंडा फहराया है , और यह प्रधानमंत्री हैं – पंडित […]
दलन बनाम पराक्रम तुगलक वंश के सुल्तान गयासुद्दीन तुगलक ने अपने शासनकाल में वारंगल पर आक्रमण किया था । उस समय वीर हिन्दू शासक राय लद्दर देव वहाँ शासन कर रहा था । लददरदेव की राष्ट्रभक्ति बहुत ही वन्दनीय है। इस युद्ध के बारे में बरनी ने जो कुछ लिखा है वह यद्यपि अपने सुल्तान […]