Categories
कहानी

पुस्तक समीक्षा : तेरे शहर के मेरे लोग

तेरे शहर के मेरे लोग संसार के आज तक के इतिहास में ऐसी अनेकों कहानियां बनी बिगड़ी हैं जिन्हें मैंने अपने ढंग से लिखा है तो आपने अपने ढंग से लिखा है । कहानी का सच क्या था ? – इसे ना तो वक्त ने तय किया और ना ही लोगों ने मिल बैठकर तय […]

Categories
इतिहास के पन्नों से संपादकीय

फूट डालो और राज करो की नहीं ‘तोड़ डालो और राज करो’ की नीति थी अंग्रेजों की

अंग्रेजों ने भारत का विभाजन करते हुए कई बफर स्टेट बनाए। जिनमें अफगानिस्तान का नाम सर्वोपरि है। बफर स्टेट के नाम पर वास्तव में भारत के विभाजन की प्रक्रिया को ही अंग्रेजों ने बलवती किया था। रूसी व ब्रिटिश भारत के बीच हुई गंडामक संधि से अफगानिस्तान नाम के एक बफर स्टेट जन्म हुआ था। […]

Categories
प्रमुख समाचार/संपादकीय

प्रणव मुखर्जी के अंतिम संस्मरण हो सकते हैं कांग्रेस के लिए अभिशाप सिद्ध

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद अब उनके संस्मरण का अंतिम हिस्सा प्रकाशित होने वाला है, जिससे कांग्रेस आलाकमान को झटका लग सकता है। जिसका असर प्रकाशन पूर्व ही परिवार में लगभग विवाद-सा खड़ा हो गया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार हुई और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग […]

Categories
मुद्दा राजनीति संपादकीय

मुद्दों को भूल जाना हम भारतीयों का पुराना रोग है

वर्तमान केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए किसानों संबंधित कानूनों को लेकर देश के कुछ किसान आंदोलनरत हैं , उन पर आरोप है कि उनमें से अधिकांश यह नहीं जानते कि केंद्र सरकार जो कानून लाई है उसकी विषय वस्तु क्या है ? और वह किस का विरोध कर रहे हैं। वास्तव में मुद्दों के […]

Categories
Uncategorised

भारतीय पंचांग की वैज्ञानिकता का रहस्य क्या है ?

    लीना मेहेंदले हमारे शैक्षणिक पाठ्यक्रमों और समाज में उपेक्षित रखी गई कई महत्वपूर्ण बातों में एक है हमारा राष्ट्रीय सौर पंचांग यानी कैलेंडर। हमें पता होना चाहिए कि भारत का राष्ट्रीय पंचांग एक वैज्ञानिक पंचांग है। विद्यालयों में यह पढ़ाया जाना चाहिए। प्रतिदिन सुबह में सूर्योदय और संध्या में सूर्यास्त होता है। सूर्य […]

Categories
इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया, अध्याय 18 – ( 2 ) कांग्रेस इस्लाम को मानती रही है शांति का धर्म

  इस्लाम को मानती है कांग्रेस शांति का धर्म कांग्रेस ने भारतवर्ष में करोड़ों लोगों के विरुद्ध अमानवीय अत्याचार करने वाले इस्लाम को प्रारम्भ से ही प्रगतिशील , उदार और ‘भाईचारे’ का प्रतीक मानकर शांति का ध्वजवाहक माना है , जबकि हिन्दू धर्म या वैदिक धर्म को इसने रूढ़िवादी माना है । ‘शांति का संदेश […]

Categories
आज का चिंतन धर्म-अध्यात्म

मनुष्य को अपने सभी शुभ व अशुभ कर्मों का फल भोगना पड़ता है

-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून हमारा मनुष्य जन्म हमें क्यों मिला है? इसका उत्तर है कि हमने पूर्वजन्म में जो कर्म किये थे, उन कर्मों में जिन कर्मों का भोग हम मृत्यु के आ जाने के कारण नहीं कर सके थे, उन कर्मों का फल भोगने के लिये हमारा यह जन्म, जिसे पूर्वजन्म का पुनर्जन्म भी […]

Categories
इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया अध्याय , 18 – (1 ) गांधीवादी कांग्रेस के काले कारनामे

  गांधीवादी कांग्रेस के काले कारनामे 1885 में कॉन्ग्रेस का जन्म हिन्दू विरोध और राष्ट्रविरोध की भावना से प्रेरित होकर किया गया था। ए0ओ0 ह्यूम नाम के एक अंग्रेज ईसाई द्वारा जब इस संगठन की स्थापना की गई थी तो इसने प्रारम्भ से ही हिन्दू विरोधी और राष्ट्रविरोधी नीति का अनुसरण किया । दुर्भाग्य से […]

Categories
संपादकीय

नेताओं का अहंकार और संसार का भविष्य

  वर्तमान में सभी देशों की राजनीति और विदेश नीति पूर्णतया अहमकेंद्रित हो गई है । स्वार्थों की पूर्ति के लिए एक देश दूसरे देश को नीचा दिखाने की योजनाओं में लगा हुआ है । मानवता का हितचिन्तन और सारे भूमंडलवासियों को अपना मानने की पवित्र भावना राजनीति और राजनीतिक लोगों के मन मस्तिष्क से […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

नए संसद भवन से देश की अपेक्षाएं

  किसी भी संस्था या संस्थान को गरिमामय बनाने के लिए उसका दिव्य और भव्य होना बहुत आवश्यक माना गया है। जब तक कोई संस्था ,संस्थान या व्यक्तित्व दिव्य और भव्य नहीं होगा तब तक उसकी गरिमा में चार चांद नहीं लग सकते । यही कारण है कि मनु महाराज सहित हमारे जितने भी राजनीति […]

Exit mobile version