भारत का इतिहास ऐसे अनेकों वीर योद्धाओं, वीरांगनाओं के बलिदान और त्याग से भरा हुआ है जिनके कारण आज हम आजाद देश के आजाद नागरिक कहे जाते हैं । देश पर जब विभिन्न आक्रमणकारी गिद्धों की भांति टूट टूट कर पड़ रहे थे तब ऐसे अनेकों योद्धा और वीरांगनाएं रही जिन्होंने उनका डटकर सामना […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
अशोक सिंह ‘अक्स’ कुर्सी की अहमियत वही लोग जानते हैं जो पहले कुर्सी पर बैठ चुके हैं, जिनके पास उस पर बैठने का अनुभव है या फिर कुर्सी पर बैठने वाले के करीबियों में से एक हों। नहीं तो फिर एक लंबे अरसे से कुर्सी पाने व हथियाने के चक्कर में पड़े हों और […]
बलिदान जिसने हैं दिए ….
जिन आर्यों के धर्म पर हम भारतीयों को नाज है , जिनकी मर्यादा विश्व में कल बेजोड़ थी और आज है । उनको विदेशी मानना इस राष्ट्र का भी अपमान है , जो लोग ऐसा कह रहे समझो वह कोढ़ में खाज हैं।।’ संस्कृति रक्षार्थ बलिदान जिसने हैं दिए , भारत भूमि के लिए प्राण […]
देश में कुछ ऐसे चेहरे हैं जो अपने किसी न किसी उल्टे सीधे बयान के द्वारा छपने को लालायित रहते हैं। इन्हीं में से एक हैं जस्टिस काटजू ,जो कि पूर्व में भी कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहे हैं। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे मार्कंडेय काटजू ने […]
पीटीआई,नई दिल्ली।नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुक्रवार को शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत एक महीने से अधिक समय पहले इस परियोजना की आधारिशला रखी थी। नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार का होगा। साल 2022 में देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस तक इसके […]
राजाओं के राज भवन कैसे हों ? उसकी अपनी वेशभूषा कैसी हो? और उसकी राज्यसभा, धर्मसभा, न्याय सभा आदि कैसी हों? इस विषय में हमारे प्राचीन कालीन राजनीतिशास्त्र के मनीषियों ने बड़ा स्पष्ट लिखा है कि इन सब में वैभव और देश का गौरव स्पष्ट दिखाई देना चाहिए। राजा दीन ,- हीन, फटे हाल […]
मजहब को कुछ लोगों ने ‘अफीम’ की संज्ञा दी है। यद्यपि ऐसा कहने वाले लोगों ने मजहब को धर्म का समानार्थक या पर्यायवाची मानकर अपनी ऐसी धारणा व्यक्त की है, परन्तु सत्य यह है कि मजहब और धर्म में जमीन आसमान का अन्तर है। मजहब सचमुच एक अफीम है और एक ऐसा नशा भी […]
किसी भी देश का रत्न वही व्यक्ति हो सकता है जो देश की अनुपम सेवा करने में अपनी सर्वमान्यता सिद्ध कर चुका हो। यदि किसी व्यक्ति ने किसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर या किसी संकीर्ण मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए या किसी वर्ग विशेष का तुष्टीकरण करते हुए अपनी राजनीति की है या अपने […]
पुस्तक समीक्षा : हिंदुत्व रक्षार्थ
‘हिंदुत्व रक्षार्थ’ पुस्तक सचमुच रोमांच पैदा करने वाली है। हिंदू इतिहास की परंपराओं और उसके गौरवशाली पक्ष को विद्वान लेखक श्री रतन सनातन ने बहुत ही विद्वतापूर्ण और शोधपरक ढंग से हमारे समक्ष प्रस्तुत करने का सराहनीय और राष्ट्रप्रेम से भरा हुआ कार्य किया है। पुस्तक के अध्ययन से विद्वान लेखक की भारतीयता और […]
पाकिस्तान जैसा शातिर देश सारे संसार में नहीं है यह अपनी चालों से सारे संसार का मूर्ख बनाने का प्रयास करता रहा है । कुछ समय के लिए इसने अमेरिका , ब्रिटेन और चीन जैसी बड़ी शक्तियों को मूर्ख बनाकर भारत के विरुद्ध प्रयोग करने में सफलता भी प्राप्त की थी । परंतु अब […]