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भाषा

पुस्तक समीक्षा : माशी की जीत

‘माशी की जीत’ पुस्तक की लेखिका डॉ. शील कौशिक हैं। जिनकी लगभग 29 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें कहानी संग्रह, लघुकथा संग्रह, कविता संग्रह, बालकहानी संग्रह, बालकविता संग्रह ,पंजाबी बालकथा संग्रह आदि के रूप में कई प्रमुख पुस्तकें सम्मिलित हैं। डॉ.शील कौशिक कहानीकार, कवयित्री, निबंधकार, समीक्षक और बाल साहित्यकार हैं । उन्होंने अपनी बहुआयामी […]

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भाषा

पुस्तक समीक्षा : अद्भुत आत्म बलिदान

पुस्तक समीक्षा अद्भुत आत्म बलिदान अद्भुत आत्मबलिदान एक ऐतिहासिक उपन्यास है। जिसे हिंदी जगत के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार दुर्गा प्रसाद माथुर द्वारा लिखा गया है। श्री माथुर के द्वारा अब से पूर्व में लगभग एक दर्जन ऐसी पुस्तकें प्रकाशित कराई जा चुकी हैं जो भारत के इतिहास के गौरवपूर्ण भक्तों को उजागर करते हैं। भारत […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, अध्याय – 4 ( 2 ) मोहम्मद बिन कासिम का आक्रमण और हिंदू

मोहम्मद बिन कासिम का आक्रमण और हिन्दू यूँ तो अरब वालों के आक्रमण भारत पर 638 ईसवी से ही प्रारम्भ हो गए थे, परन्तु प्रमुख आक्रमणकारी के रूप में मोहम्मद बिन कासिम 712 ईस्वी में भारत भारत आया । जिसने सिंध के तत्कालीन हिन्दू राजा दाहिर से युद्ध किया। राजा दाहिर ने अपने देश की […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना , अध्याय- 4 (1)

इस्लामिक आक्रमण और हिन्दू दमन उत्पीड़न और मजहब का चोली दामन का साथ है। जहाँ मजहबी सोच है वहाँ विपरीत सम्प्रदाय के लोगों का उत्पीड़न अवश्य है । उत्पीड़न मजहब के उग्रवादी स्वरूप को प्रकट करता है । जहाँ तक इस्लाम की बात है तो इसके मानने वाले प्रत्येक शासक ने अपने शासनकाल में पहले […]

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आज का चिंतन धर्म-अध्यात्म

परमपिता परमेश्वर ही सृष्टि का उत्पत्तिकर्त्ता, पालक और जीव आत्माओं का मुक्तिदाता है

ओ३म ========== हम अपने जीवन के प्रथम दिन से ही इस सृष्टि को अपनी आंखों से देख रहे हैं। इस सृष्टि का अस्तित्व सत्य है। यह सृष्टि विज्ञान के नियमों के अनुसार चल रही है। इस सृष्टि तथा इसके नियमों का नियामक कौन है? इस प्रश्न पर विचार करने पर इसका एक ही समाधान मिलता […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

हिंदुत्व की चेतना के स्वर

प्राचीन काल में हम जिसे आर्यत्व की उच्चतम साधना के नाम से जानते थे वही आधुनिक सन्दर्भ में हिन्दुत्व है। हिन्दू की जीवन शैली का नाम हिंदुत्व है, और भारत की प्राचीन जीवन शैली का नाम आर्यत्व है। हिंदुत्व को वर्तमान समय में हमारे न्यायालय और अनेकों विद्वानों ने भारत की चेतना के सबसे अधिक […]

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संपादकीय

भारत की तेजस्वी विदेश नीति और विश्व समाज

इतिहास और विदेश नीति का चोली दामन का साथ है। दोनों का संबंध अन्योन्याश्रित है। विदेश नीति के सतत प्रवाह से इतिहास का निर्माण होता है और इतिहास विदेश नीति को संबल और मार्गदर्शन प्रदान करता है । भारत की प्राचीन काल से ही विदेश नीति बहुत ही उत्कृष्ट और मानवीय मूल्यों को लेकर बनाई […]

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आर्थिकी/व्यापार

स्वाभाविक कर नीति और कर ढांचे से इतना डर क्यों?

-प्रो. कुुसुमलता केडिया इस सन्दर्भ में कतिपय तथ्यों को याद कर लेना उचित होगा। अभी जो करों का ढाँचा है, वह दुनियाभर में 100 साल पुराना है। भारत में इंग्लैंड द्वारा भारत में बनाए गए कानूनों की निरंतरता में अधिकांश नीतियाँ जारी रखी गई हैं। यद्यपि ये नीतियाँ इंग्लैंड द्वारा स्वयं अपने देश इंग्लैंड में […]

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आतंकवाद भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना, अध्याय -3(2) किताबी फितरत ने मजहब को मोर लेकर …

इतिहास के मर्मज्ञ विद्वानों का मानना है कि भारत में कभी ब्राह्मणों की एक पतित शाखा थी जिसको शैख के नाम से सम्बोधित किया जाता था । भारत के ब्राह्मणों की यही पतित शाखा ईरान और अरब में आज भी निवास करती है । संस्कृत के अर्व से ही अरब देश बना है, जिसका अर्थ […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना , अध्याय 3 (क)

सभ्यताओं को गटक जाता है मजहब सारे संसार को इस्लाम अल्लाह की पार्टी और शैतान की पार्टी में बांट कर देखता है । इसी को दारुल- इस्लाम और दारुल हरब के नाम से भी जाना जाता है । जहाँ इस्लाम के व्याख्याकारों में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो इस्लाम को भाईचारे और शान्ति का […]

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