योग संसार के लिए भारत की अप्रतिम देन है। महर्षि पतंजलि ने योग की परिभाषा करते हुए कहा कि – ”योगश्चित्त वृत्ति निरोध:” चित्त की वृत्तियों का रोकना ही योग है। चित्त को यदि एक सरोवर मानें तो सरोवर में उठी हुई लहरों को चित्त की वृत्तियां मानना पड़ेगा । इस चित्त के सरोवर का एक किनारा […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
डॉ राकेश कुमार आर्य 1674 तक छत्रपति शिवाजी महाराज अपने लिए पर्याप्त क्षेत्र को जीत चुके थे । जिसके आधार पर वह अपने आप को राजा घोषित कर सकते थे ,और अब उन्होंने इसी दिशा में सोचना आरंभ भी कर दिया था । उधर मुगल सत्ता उन्हें राजा मानने को तैयार नहीं थी। अतः […]
अजेय रहा है कुंभलगढ़ का किला कुम्भलगढ़ का दुर्ग भारत के गौरवशाली इतिहास को अपने अंक में समाहित करने वाले महान किलों में से एक है । इसका गौरवशाली इतिहास भारत के स्वर्णिम इतिहास एक उज्ज्वल पृष्ठ है। विदेशी तुर्क आक्रमणकारियों से भारत की स्वाधीनता के लिए संघर्ष करने की कहानी की साक्षी देता यह […]
चीन अब विश्व स्तर पर अपनी होती बेइज्जती को समझने लगा है । उसे पता चल गया है कि दुनिया को खत्म कर दुनिया पर हुकूमत करने की जो उसने योजना बनाई थी, वह कितनी गलत हो सकती है ? और उसकी इस योजना के चलते उसे विश्व स्तर पर कितना अपमान झेलना पड़ रहा […]
आचार्य श्री विष्णु गुप्त योगी आदित्यनाथ के राज्य में भी हिंदुओं की बरात नहीं निकलेगी, हिंदुओं की बरात निकलने पर मुसलमान हिंसा फैलाएंगे ,हिंदुओं का कत्लेआम करेंगे, उनकी बहू बेटियों को उठा के ले जाएंगे, यह सिर्फ धमकी नहीं है बल्कि ऐसा कर के मुसलमानों ने दिखाया है। …….. घटना उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के […]
देश के नेता बड़ी कूटनीतिक भाषा में देश विरोधी बयान दे जाते हैं और आगे निकल जाते हैं। उन्हें पकड़ने वाला कोई नहीं होता। अभी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पश्चिमी बंगाल में टीएमसी के ‘गुंडों’ के द्वारा जिस प्रकार हिंदुओं को निशाना बना बनाकर उनके साथ अमानवीय अत्याचार किए गए […]
…..हो जाते सब मौन
. … हो जाते सब मौन मरण जीवन का अंत है क्यों करता है शोक। संयोग सदा रहता नहीं, वियोग बनावै योग ।। 1।। जो फल पकता डार पर पतन से है भयभीत । मानव डरता मौत से भूल प्रभु की प्रीत ।। 2 ।। मजबूत खम्भे गाड़कर महल किया तैयार। धराधूसरित हो […]
देश का विभाजन और आजादी के बाद की राजनीति अलिखित रूप से अंग्रेजों और मुसलमानों के बीच बनी उपरोक्त सहमति पर काम करते हुए वर्ष 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार अंग्रेज अपनी इसी नीति के आधार पर लाए थे । उन्होंने आगे चलकर ‘भारत सरकार अधिनियम’ लागू किया और उसमें भी मुस्लिम साम्प्रदायिकता को प्रोत्साहित करने […]
मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना , अध्याय – 10 ( 2 ) अंग्रेजों ने मुस्लिमों को समझा दिया था…… भारत में मुस्लिम सांप्रदायिकता शासन द्वारा प्रायोजित होती रही थी । अंग्रेजों ने इस तथ्य को समझकर मुस्लिमों को अपना समर्थन प्रदान कर उन्हें यह बात धीरे से समझा दी कि वह […]
अंधेरा सदा नहीं रह पाता ….
अंधेरा सदा नहीं रह पाता…. रखना ईश्वर पर विश्वास, अंधेरा सदा नहीं रह पाता जीवन है आशा की डोर , आनंद है इसका छोर, हो जा उसी में भावविभोर, मनवा कभी नहीं कह पाता ….. जगत में बांटो खुशियां खूब, तुमसे पाए न कोई ऊब, जीवन का हो ये दस्तूर, हर कोई […]