राजा दाहिर सेन जिस समय भारत में एक राजा के रूप में अपना कर्तव्य निर्वाह कर रहे थे उस समय की परिस्थितियां बहुत ही विपरीत थीं। भारतीय धर्म और संस्कृति के लिए उस समय अरब की ओर से बड़ी भारी चुनौती बार-बार उपस्थित होती थी। भारतवर्ष की एकता और अखण्डता के लिए एक […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
दादरी। (अजय आर्य ) यहां पर बार एसोसिएशन ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य शिव किशोर गौड़ का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर सदस्य श्री शिव किशोर गौड़ ने कहा कि बार एसोसिएशन दादरी का सहयोग और आशीर्वाद सदा उनके साथ रहा है। जिसके लिए वह हृदय से कृतज्ञता […]
पुस्तक समीक्षा : लॉकडाउन रोजनामचा
प्रस्तुत पुस्तक लेखक श्री सुनील प्रसाद शर्मा द्वारा एक उपन्यास के रूप में लिखी गई है। लॉकडाउन के दौरान जिस प्रकार के दु:ख, तकलीफ और कष्ट आम जनता को उठाने पड़े और इतना ही नहीं अपने रोजगार के स्थलों से घरों की ओर प्रस्थान करते समय प्रवासी मजदूरों को जिस प्रकार जान से […]
पुस्तक समीक्षा : स्वयं सिद्धा
पुस्तक समीक्षा : ‘स्वयं सिद्धा’ कोई भी कवि या साहित्यकार अपने आसपास घट रही घटनाओं के प्रति कभी भी निरपेक्ष या उदासीन नहीं रह सकता। सचमुच में वह कवि या लेखक हो ही नहीं सकता जो अपने चारों ओर घट रही घटनाओं के प्रति निरपेक्ष हो जाए। शांत हो जाए। मौन हो जाए। उदासीन […]
भारतीय स्वाधीनता का अमर नायक राजा दाहिर सेन अध्याय – 1 (भाग – 2) इतिहास के काल निर्धारण में दोष वास्तव में इन नगर सभ्यताओं के बारे में उनकी प्राचीनता की ऐसी कल्पना करना केवल माथापच्ची करना है या कहिए कि अंधेरे में तीर मारने के समान है। जो लोग इन नगर घाटी सभ्यताओं के […]
हिंदू-मुस्लिम का डीएनए एक है तो …..
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करेंगे, समान नागरिक संहिता लाएंगे, जनसंख्या नियंत्रण के लिए कठोर कानून लाया जाएगा, मुस्लिम तुष्टिकरण की चल रही राजनीतिक परंपरा को समाप्त किया जाएगा , ‘यदि भारत में रहना होगा तो वंदेमातरम कहना होगा’ – इन जैसे अन्य कई नारे या जनता को दिए गए वचन लगता है आरएसएस और […]
जियाद का भी किया बुरा हाल सिनान के बाद भारत पर आक्रमणकारी के रूप में जियाद चढ़कर आया। उसे भी अपनी शक्ति और शौर्य पर बड़ा घमंड था। उसे लगता था कि उसके पूर्व के आक्रमणकारी चाहे भारत के शौर्य के सामने न टिक सके हों पर वह भारत के शौर्य और शीश को […]
पुस्तक समीक्षा : अतीत का झरोखा
जीवन का संघर्ष व्यक्ति को अनुभव और अनुभूतियों के बहुत सारे हीरे मोती देता चला जाता है । सफल और सार्थक जिंदगी जीने वाले लोगों के लिए अनुभव और अनुभूतियों के ये हीरे मोती उनके जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धि होते हैं। जिन्हें वे सहेज कर रखते हैं। समय आने पर वे इन हीरे […]
पुस्तक समीक्षा : नया सवेरा
दर्जनों पुस्तकों के लेखक पुरुषोत्तम शाकद्वीपी ‘साहित्यरत्न’ द्वारा लिखित ‘नया सवेरा’ पुस्तक एक कहानी संग्रह है। इस पुस्तक में लेखक ने कुल 21 कहानियों का संकलन किया है। ‘नया सवेरा’ भी एक नई कहानी है, जो इस पूरी पुस्तक का सार तत्व बन गई है। पुस्तक के विषय में श्री अभिषेक ‘अमर’ जी का यह […]
भारत का वैदिक हिंदू धर्म कभी संपूर्ण भूमंडल के लोगों का धर्म हुआ करता था। तब धर्म की नैतिक शक्ति से सामाजिक व्यवस्था से ही चला करती थी। कालांतर में जब संसार की वैदिक व्यवस्था में किन्ही कारणों से घुन लगने लगा और विभिन्न राष्ट्रीयताओं का जन्म हुआ तो अनेकों संप्रदाय, मत, पंथ, मजहब […]