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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

कलम आज उनकी जय बोल …..

हमारे जिन क्रांतिकारियों ने भारत के विषय में और भारतीय स्वाधीनता के विषय में इतने ऊंचे विचार रखे उन्हीं के कारण आज हम स्वतंत्र भारत के स्वतंत्र नागरिक हैं। आज हम स्वतंत्र होकर सोच सकते हैं और स्वतंत्र होकर लिख सकते हैं। जिनके बलिदानों ने हमें आजादी की ये नेमत दी है, उनके विषय में […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वतंत्रता संग्राम में हमारे साहित्यकारों का योगदान

साहित्य समाज का दर्पण होता है। जैसा समाज होता है वैसा ही साहित्य दिखाई देता है। यह बात पूरी तरह सही है । जब हमारा देश पराधीननता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था और उनसे मुक्ति के लिए संघर्ष कर रहा था, तब हमारे देश का साहित्य और साहित्यकार भी देश की संघर्ष की उस […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

आजादी की वर्षगांठ : कहां गए वो लोग ?

  देश अपने 75 वें स्वतंत्रता दिवस के रंग में रंग गया है। सचमुच यह पावन पर्व हमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों और अमर बलिदानियों के उद्यम और पुरूषार्थ का स्मरण कराकर अपने देश के प्रति समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है। भारत की संस्कृति की महानता का राज ही यह है कि […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

प्राचीन काल में भारत का उन्नत धातु शास्त्र

लेखक:- प्रशांत पोळ हमारे भारत में, जहां-जहां भी प्राचीन सभ्यता के प्रमाण मिले हैं (अर्थात नालन्दा, हडप्पा, मोहन जोदड़ो, तक्षशिला, धोलावीरा, सुरकोटड़ा, दायमाबाग, कालीबंगन इत्यादि), इन सभी स्थानों पर खुदाई में प्राप्त लोहा, तांबा, चाँदी, सीसा इत्यादि धातुओं की शुद्धता का प्रतिशत ९५% से लेकर ९९% है. यह कैसे संभव हुआ? आज से चार, साढ़े […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वाधीनता का अमर नायक राजा दहिर सेन , अध्याय – 3 (भाग – 2) अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक था राजा दाहिर सेन

    सब लोगों को मारता हुआ भी नहीं मारता, यह बात आज के कानून विदों के लिए या विधि विशेषज्ञों के लिए समझ में न आने वाली एक रहस्यमयी पहेली है। पर इसे हमारे वीर योद्धाओं ने भारतीय स्वाधीनता और संस्कृति की रक्षा के अपने प्रण का निर्वाह करते समय पूर्णतया अपनी नजरों के […]

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संपादकीय

देश की आजादी की जंग और मां के गीतों के वे बोल …

. देश अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारियों में जुट गया है। किसी भी देश व समाज को खड़ा करने के लिए 74 वर्ष बहुत होते हैं। यद्यपि राष्ट्र के सनातन स्वरूप को देखते हुए 74 वर्ष एक अरब 40 करोड़ की जनसंख्या को सही दिशा देने और उसकी सभी समस्याओं का […]

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राजनीति विधि-कानून

भारत में जनप्रतिनिधियों के लिए क्या होनी चाहिए आवश्यक शर्तें ?

  डा. उदयशंकर पाण्डेय अपनी पुस्तक प्राचीन भारत की राज्य व्यवस्था’ में विभिन्न नीतिकारों, विद्वानों, ग्रंथों और स्मृतियों का उद्घरण दे देकर हमें बताते हैं कि उन सबमें राजा में किन गुणों की आवश्यक माना गया है- याज्ञवल्क्य : याज्ञवल्क्य ने राजा के गुणों की गणना के क्रम में कहा है कि-राजा को शक्ति संपन्न, […]

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उगता भारत न्यूज़ देश विदेश

भारत के सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष बनने पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची

दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्‍था संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद के अध्‍यक्ष के तौर पर भारत की ताजपोशी से पाकिस्‍तान को तीखी मिर्ची लगी है। पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को उम्‍मीद जताई कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान निष्‍पक्ष होकर काम करेगा। पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता जाहिद हाफ‍ीज चौधरी ने कहा कि हमें […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : पंजाब केसरी लाला लाजपतराय द्वारा लिखित “भारतवर्ष का इतिहास”

  संपूर्ण भारत वर्ष में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय धर्म, संस्कृति और इतिहास की अनुपम सेवा करने में ‘अमर स्वामी प्रकाशन विभाग’ गाजियाबाद ने अपना सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया है। आर्य जगत के महान सन्यासी और शास्त्रार्थ महारथी पूज्यपाद अमर स्वामी जी महाराज की स्मृति में स्थापित इस प्रकाशन विभाग के […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : कवितांश

  ‘कवितांश’ पुस्तक के लेखक विरेंद्र भारती हैं। पुस्तक के नाम से ही प्रकट हो जाता है कि कवि ने इस पुस्तक में अपनी काव्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। विरेंद्र भारती एक युवा कवि हैं । जिनके भीतर से काव्य रस का झरना बहता है, उसी झरने की बूंदों को कविता के रूप में […]

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