अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है उसका भारत पर प्रभाव पड़ना निश्चित है। यह एक बहुत अच्छा संकेत है कि वहां पर उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने तालिबान के सामने हथियार डालने से मना कर दिया है। उनके इस प्रकार इनकार करने के बाद अफगानिस्तान गृहयुद्ध की लपटों में जलने लगा है। राजनीति और […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
भारतीय धर्म संस्कृति और इतिहास के प्रति समर्पित एक महान व्यक्तित्व का नाम था – कल्याण सिंह। जनहित को सदा सामने रखकर चलने वाले और भारतीय लोक परंपरा के अनुसार अनुरूप राज धर्म का निर्वाह करने वाले व्यक्ति का नाम था – कल्याण सिंह ।सहज ,सरल, ईमानदार और राजनीतिक जीवन में शुचिता के समर्थक […]
नताशा लिंडस्टेड अफगानिस्तान को लंबे समय से सोवियत संघ/रूस, ब्रिटेन, अमेरिका, ईरान, सऊदी अरब, भारत और निश्चित रूप से पाकिस्तान से लगातार हस्तक्षेप का सामना करना पड़ा है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंध जगजाहिर हैं। पिछले 20 वर्षों में तालिबान को बाहर करने के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में खरबों डॉलर झौंक […]
समाज को किसने तोड़ा किसने जोड़ा ?
इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत सपा ब्राह्मणों को लुभाने का हर संभव प्रयास कर रही है। इसी के चलते सपा समर्थक एक पूर्व आईएएस और इतिहासकार ने एक पोस्ट लिखी है कि ब्राह्मणों ने समाज को तोड़ा नहीं बल्कि जोड़ा है । इसे पढ़कर कई लोगों को बड़ी प्रसन्नता हुई है। क्योंकि […]
वास्तव में उन दिनों भारत की आर्थिक समृद्धि अरब के खलीफाओं और उनके सैनिकों के लिए बहुत ही अधिक ईर्ष्या का कारण बन चुकी थी। वह किसी न किसी प्रकार से भारत पर आक्रमण कर यहाँ की अकूत सम्पदा को लूटने की योजनाएं बनाने लगे थे। उन दिनों महाराजा दाहिर सेन की राजधानी अलोर थी। […]
अफगानिस्तान में जिस प्रकार तालिबान ने सत्ता पर कब्जा किया है उसे लेकर भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं । भारत सरकार ने अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम पर जो नीति रणनीति अपनाई है उसकी भी कई लोगों ने यह कहकर आलोचना की है कि भारत सरकार को समय रहते अफगानिस्तान में हस्तक्षेप करना चाहिए […]
अरबों से राजा की पहली भिड़ंत चोरी, डकैती, हत्या और बलात्कार – भारत में अरब आयातित दुर्गुण रहे हैं । उससे पहले भारत में इन दुर्गुणों के बारे में कोई कल्पना तक नहीं कर सकता था। जब अरब के लोगों का भारत के साथ सम्पर्क हुआ और कालांतर में अरब या अरबी धर्म […]
अशोक मधुप अमेरिका ने सोचा था कि तालिबान को काबुल फतह करने में 90 दिन लगेंगे, लेकिन इतनी जल्दी कब्जा हो जाएगा, ये किसी को भी गुमान नहीं था। अमेरिका द्वारा ट्रेंड अफगानिस्तान की फ़ौज हथियार डालकर आत्मसमर्पण कर देगी, ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता। अफगानिस्तान में अमेरिका सेना की मौजूदगी में […]
एक शोधपूर्ण प्रशंसनीय ग्रंथ मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा ‘भारत हजारों वर्षों की पराधीनता एक औपनिवेशिक भ्रमजाल’ में बड़े शोधपूर्ण ढंग से हमें बताया गया है कि भारत के विभिन्न क्षेत्रों पर मुस्लिम और ब्रिटिश शासन की अवधि कितने समय तक रही? इस सारणी को देखकर हमें पता चलता है कि भारत के हिंदू […]
देश के वीर क्रांतिकारियों और महान योद्धाओं के अनेकों बलिदानों के बाद जब 15 अगस्त 1947 को हमें आजादी मिली तो गांधी के ‘आशीर्वाद’ से देश का पहला प्रधानमंत्री बनने का ‘सौभाग्य’ पंडित जवाहरलाल नेहरू को मिला। देश के पहले प्रधानमंत्री के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने तब आधी रात को मिली आजादी की […]