‘विद्रोही पथिक’ के लेखक सुनील प्रसाद शर्मा जी हैं। यह पुस्तक एक उपन्यास के रूप में लिखी गई है। जिसमें लेखक ने देश की वर्तमान पीढ़ी को झकझोर कर क्रांति के लिए तैयार रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया है। पुस्तक के लेखक श्री शर्मा लोकतंत्र को ‘लूटतंत्र’ मानते हैं। जिसके विरुद्ध क्रांति का बिगुल फूंक […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
गौ रक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित उच्च न्यायालय ने जो निर्णय दिया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। 01 सितंबर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण मामले में टिप्पणी करते हुए कहा है कि किसी भी व्यक्ति के द्वारा गौ मांस खाना उसका मौलिक अधिकार नहीं है। माननीय […]
आजकल अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है उससे हम भारतवासियों को बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है। हमें यह पता होना चाहिए कि अफगानिस्तान कभी भारतवर्ष का एक अंग हुआ करता था । आर्यावर्त कालीन अनेकों सम्राटों का इस क्षेत्र पर शासन रहा है। उस समय वैदिक संस्कृति के ध्वज वाहक अनेकों ऋषियों […]
जी. पार्थसारथी भारत के पश्चिमी पड़ोसी मुल्क आजादी के समय से ही आतंकवाद और सीमा संबंधी समस्याओं से ग्रस्त रहे हैं। फिलहाल अफगानिस्तान में टकराव बन चला है, जहां इस्लामिक स्टेट-खुरासान यानी आईएस(के) के नाम से एक नया आतंकी संगठन उभरा है। भले ही इस्लामिक स्टेट खुरासान के कुछ सिद्धांत तालिबान वाले हैं-जिसे आमतौर पर […]
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रहे राहुल गांधी के बारे में सबसे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि वे अपनी पार्टी को इस समय अपने पैरों पर खड़ा करने में असफल रहे हैं। राजनीतिक रूप से लड़खड़ाती कांग्रेस किसी ऐसे नेता की बाट जोह रही है जो उसे वर्तमान दलदल से बाहर निकाल सके, लेकिन राहुल […]
#डॉविवेकआर्य एक मित्र ने शंका के माध्यम से पूछा कि क्या आप श्री कृष्ण जी को भगवान् मानते है? मेरा उत्तर इस प्रकार से है- महाभारत में श्री कृष्ण जी के विषय में लिखा है- वेद वेदांग विज्ञानं बलं चाप्यधिकं तथा। नृणां हि लोके कोSन्योSस्ति विशिष्ट: ।। अर्थात आज के समुदाय में वेद वेदांग के […]
आज कंधार जल रहा है । संभवत: अपनी पुरानी गलतियों का हिसाब चुकता कर रहा है। जब कंधार ने वैदिक धर्म त्याग कर बौद्ध धर्म स्वीकार किया तो यह अहिंसावादी हो गया । जब इसके अहिंसावादी स्वरूप के सामने इस्लाम की नंगी तलवार आकर खड़ी हुई तो यह उसका सामना नहीं कर पाया। बहुत जल्दी […]
राजकुमार जयशाह से पराजित हुए अरब सैनिकों ने बहुत ही निराश, हताश और उदास अरब सैनिकों ने जाकर खलीफा को अपनी पराजय का संदेश सुनाया। जिसे सुनकर खलीफा को पसीना आ गया । जब अरब के लुटेरे दलों की सर्वत्र जय जयकार हो रही थी, तब एक भारत ही ऐसा देश था जिसकी धरती पर […]
ललित गर्ग श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत नायक हैं। उनका जन्मोत्सव मानवजाति में उल्लास-उमंग को संचार करने के साथ नवीन मानवता के अभ्युदय का प्रतीक है, क्योंकि उन्होंने मनुष्य जाति को नया जीवन-दर्शन दिया। जीने की शैली सिखलाई। उनकी जीवन-कथा चमत्कारों से भरी है, लेकिन वे हमें जितने करीब लगते हैं, उतना और कोई […]
यही कारण है कि राजा दाहिर सेन को जब विदेशी शत्रु आक्रमणकारी अरबों के विषय में यह समाचार मिला कि वे सिन्ध पर आक्रमण करने की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने भी युद्ध का सामना करने की तैयारी करना आरम्भ कर दिया। वैसे भी भारत में मानवता के शत्रुओं से युद्ध करना धर्म युद्ध […]