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लोग समान व्यवहार, सम्मान, नैतिकता और कानून चाहते हैं, जबकि इस्लामी नेता और उनके वामपंथी सहयोगी एक विशेषाधिकार का दबाव बना रहे हैं…

————————————————- इन दिनों यूरोप और अमेरिका में ब्लासफेमी यानी ईशनिंदा रोकने के लिए कानून बनाने पर विवाद हो रहा है। एक ओर राजनीतिक इस्लाम के सिद्धांत, व्यवहार और इतिहास के प्रति चेतना बढ़ रही है, तो दूसरी ओर “इस्लामोफोबिया” यानी इस्लाम से डराने का आरोप बढ़ रहा है। हाल में संयुक्त राष्ट्र की ओर से […]

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आतंकवाद भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत के विभाजन के कारक ‘खिलाफत आंदोलन’ को भारत सरकार बता रही आजादी का आंदोलन

शंकर शरण [आज़ादी के अमृत-महोत्सव पर भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय अनेक कार्यक्रम कर रहा है। इस अवसर पर उक्त मंत्रालय द्वारा खिलाफत आंदोलन को भारत की आज़ादी की लड़ाई का भाग बताया जा रहा है। आज से लगभग 103 वर्ष पहले खिलाफत आंदोलन की शुरुआत हुई थी। महात्मा गाँधी ने मुसलमानों के निजी आंदोलन […]

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इतिहास के पन्नों से

खिलाफत आंदोलन और भारत सरकार

[आज़ादी के अमृत-महोत्सव पर भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय अनेक कार्यक्रम कर रहा है। इस अवसर पर उक्त मंत्रालय द्वारा खिलाफत आंदोलन को भारत की आज़ादी की लड़ाई का भाग बताया जा रहा है। आज से लगभग 103 वर्ष पहले खिलाफत आंदोलन की शुरुआत हुई थी। महात्मा गाँधी ने मुसलमानों के निजी आंदोलन को भारत […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

तब्लीगी जमात के एजेंडे से अनजान देश, इसका उद्देश्य है मुसलमानों को पक्का मुसलमान बनाना

शंकर शरण हमारे दल विविध इस्लामी नेताओं संस्थानों संगठनों आदि को सम्मान अनुदान संरक्षण तो देते रहते हैं पर उनके काम का आकलन कभी नहीं करते। तब्लीगी जमात का नाम अभी घर-घर पहुंच जाने के बाद भी उसके काम और उद्देश्य के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। पूछने पर बड़े-बड़े विद्वान और नेता […]

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इसलाम और शाकाहार

इस्लाम का भाईचारा और दुनिया में बढ़ता खून खराबा

शंकर शरण एक बार प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी ने पूछा था, ”जिस मजहबी विश्वास में मुसलमानों की इतनी श्रद्धा है, उसमें ऐसा क्या है जो सब जगह इतनी बड़ी संख्या में हिंसक प्रवृत्तियों को पैदा कर रही है?” दुर्भाग्य से अभी तक इस पर विचार नहीं हुआ। जबकि पिछले दशकों में अल्जीरिया से लेकर अफगानिस्तान […]

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आतंकवाद

यह आतंकवाद है या युद्ध?

एक बार प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी ने पूछा था, ”जिस मजहबी विश्वास में मुसलमानों की इतनी श्रद्धा है, उसमें ऐसा क्या है जो सब जगह इतनी बड़ी संख्या में हिंसक प्रवृत्तियों को पैदा कर रही है?” दुर्भाग्य से अभी तक इस पर विचार नहीं हुआ। जबकि पिछले दशकों में अल्जीरिया से लेकर अफगानिस्तान और लंदन […]

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महत्वपूर्ण लेख

भड़काऊ बयानों पर तंत्र का दोहरा रवैया और सामाजिक विभाजन की खाई

———————————————— देश के पांच राज्यों में फिलहाल विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। चुनावी तपिश में नेताओं की जुबान खूब फिसल रही है। अक्सर उनके वक्तव्य मर्यादा की रेखा लांघकर ‘हेट स्पीच’ यानी भड़काऊ या नफरती भाषण की श्रेणी में आ जाते हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है। हेट स्पीच सियासी गलियारों तक सीमित नहीं […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वामपंथियों की घटिया सोच : नेताजी को कहते रहे हैं ‘तोजो का कुत्ता’

______________________________________ लगभग आरंभ से ही कम्युनिस्टों को अपनी वैज्ञानिक विचारधारा और प्रगतिशील दृष्टि का घोर अहंकार रहा है। लेकिन अनोखी बात यह है कि इतिहास व भविष्य ही नहीं, ठीक वर्तमान यानी आंखों के सामने की घटना-परिघटना पर भी उनके मूल्यांकन, टीका-टिप्पणी, नीति, प्रस्ताव आदि प्राय: मूढ़ता की पराकाष्ठा साबित होते रहे हैं। यह न […]

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इतिहास के पन्नों से

अपनी कही हुई बात पर कभी स्थिर नहीं रहते थे गांधी जी

शंकर शरण भारत के हिन्दूवादियों द्वारा महात्मा गाँधी की जयकार में एक भारी विडंबना है। विदेशी अतिथियों को गाँधी-समाधि पर ले जाने जैसे नियमित अनुष्ठानों से यह और गहरी होती है। ऐसा कर के हमारे नेता क्या संदेश देते हैं? निस्संदेह, गाँधी जी ने अनेक अच्छे काम किए। पर उन की राजनीतिक विरासत अत्यंत हानिकर […]

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गांधी नेहरू की असलियत जानकर चौक जाओगे तुम भी

शंकर शरण भारत में गाँधी-नेहरू के राजकीय प्रचार में सालाना करोड़ों रूपए खर्च होते रहे। अब अटल-दीनदयाल पर वही हो रहा है। दिवंगत जनसंघ नेता के नाम से इधर विश्वविद्यालयो में विद्वत-कुर्सियाँ घोषित की गईं। उन के नाम दर्जनों सड़कें, भवन, योजनाएं, अस्पताल, विश्वविद्यालय, आदि पहले ही बनाए जा चुके हैं। यह सब क्या है? […]

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