“महात्मा गांधी जी की हिंदू-मुस्लिम एकता की विधि दूषित थी और उक्त लक्ष्य के विरुद्ध बैठी थी । उसका परिणाम 1946 – 47 के प्रचंड हत्याकांडों में प्रकट हुआ और अंत में देश – विभाजन हुआ , जिसके दु:खद परिणाम होने की संभावना तब तक बनी रहेगी , जब तक यह विभाजन स्थिर रहेगा।” —- […]
लेखक: धर्मचंद्र पोद्दार
हमारे देश के विद्यालयों में निर्धारित किए गए पाठ्यक्रम को लेकर यह कहना उचित ही होगा कि इसमें हमारे देश के न तो इतिहास की सही जानकारी दी जाती है और न ही उन तथ्यों को सही ढंग से बताया पढ़ाया जाता है जिनसे बालकों के भीतर अपने देश के प्रति गौरव बहुत उत्पन्न होता […]
हमारे इतिहास को इतना नीरस बना दिया गया है कि उसे आज की पीढ़ी पढ़ना पसंद नहीं करती । कैसी विडंबना है कि अपने देश में विद्यालयों से ही छात्र एवं छात्राएं भूगोल और इतिहास को केवल इसलिए पढ़ती हैं या कुछ इस प्रकार का पढ़ती है कि पास होना है । इतिहास और भूगोल […]
बी पी मेनन भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के निजी सचिव थे । उन्होंने कहा था कि जो राष्ट्र अपना इतिहास तथा अपना भूगोल भूल जाता है उस राष्ट्र का विनाश अटल है। आज के संदर्भ में भी मेनन के उपरोक्त शब्द अक्षरश: सत्य सिद्ध होते हैं । संसार के किसी […]