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विशेष संपादकीय

क्या केन्द्र का दखल राज्य सरकारों को कमजोर करता है?

केंद्र के साथ अपनी सरकार की खींचतान के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारत के संघवाद को मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह विकेंद्रीकरण की मांग की है । दिल्ली के मुख्यमंत्री ने  आरोप लगाया है कि मोदी सरकार राज्यों के कामकाज में हस्तक्षेप कर रही है और न्यायपालिका को भी कमजोर कर […]

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विशेष संपादकीय

भारत मां का अमर सपूत शहीदे आजम सरदार भगत सिंह

अभी संपूर्ण देश ने अपने महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को विनम्र श्रद्घांजलि अर्पित की है। उस शहीद सम्राट, शहीद शिरोमणि, बलिदानी एवं देशभक्ति की अनुपम मिसाल सरदार भगत सिंह के विषय में विचार आते ही उनकी ये पंक्तियां अनायास ही मेरे मानस में गुदगुदी करने लगती हैं-दिल से न निकलेगी मरकर भी वतन की […]

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विशेष संपादकीय

…तो बंजर हो जाएंगे उत्तराखंड के गांव

हिमालयन एनवायरमेंट स्टडीज एंड कंजर्वेशन आर्गेनाइजेश (एचईएससीओ) के प्रमुख डा. अनिल जोशी का मानना है कि विकास की गलत नीतियों के कारण उत्तराखंड के गांवों में आज भी विकास की किरणें नहीं पहुंच पाई हैं। राज्य बनने के डेढ़ दशक के गांवों की स्थिति नहीं सुधरी। पहले गांव सिर्फ बदहाल थे लेकिन अब बंजर भी […]

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विशेष संपादकीय

क्या कहते हैं हामिद अंसारी?

मुसलमानों को सशक्त बनाने और ‘सबका साथ सबका विकास’ में मुसलमानों के साथ पक्षपात जैसी बातें होने के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के बयान की समीक्षा कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उन पर ‘मुस्लिम नेता की तरह बोलने’ का आरोप लगाया है। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने जो कुछ कहा है उस पर उन्हें उत्तर देने के […]

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विशेष संपादकीय

सुरक्षा के प्रति सतर्क भारत

यह अच्छी बात है कि भारत पहले से अधिक इस समय अपने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सतर्क है। अब कांग्रेस भी कह रही है कि पाकिस्तान को या किसी भी विदेशी शक्ति को भारत की एक इंच भूमि भी नही लेने देंगे। इसी सोच के साथ भारत ने इजराइल से ऐसे ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया […]

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विशेष संपादकीय

लालू की बेतुकी बकवास

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर दिए गए बयान पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने फेसबुक पर लिखा कि आर.एस.एसऔर भाजपा आरक्षण खत्म करने का कितना भी सुनियोजित माहौल बना ले। देश का 80 फ़ीसदी दलित,पिछड़ा वर्ग इनको मुंहतोड़ जवाब देगा। वोटों की राजनीति के जादूगर और वोटों के लिए राजनीति […]

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विशेष संपादकीय

राजनीतिक बयानबाजियों का गिरता स्तर

राजनीति में वर्तमान दौर सचमुच गिरावट का दौर है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राजनीतिक बयानबाजियों को एक गरिमा तक बांधे रखने में असफल रहे हैं। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘मां-बेटे की सरकार’ कहकर सोनिया और राहुल गांधी पर खूब व्यंग्य कसे थे, बाद में ऐसे व्यंग्य कसना और भाषण में कड़वाहट घोलना उनकी स्वयं […]

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विशेष संपादकीय

सपा सुप्रीमो पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश

जब सत्ता राजनीतिज्ञों के सिर चढक़र बोलती है, तो वह अच्छे-अच्छे शूरमाओं से उल्टे-सीधे काम करा जाती है। सत्ता का नशा सारे नशाओं से भयंकर होता है। बात यदि सपा की जाए तो इस पार्टी का इतिहास तो और पार्टियों से इस मामले में 21 ही रहा है। अब एक ऐसे ही मामले में उत्तर […]

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विशेष संपादकीय

पतझर का मतलब है फिर बसंत आना है

तूफ़ानी लहरें हों अम्बर के पहरे हों पुरवा के दामन पर दाग़ बहुत गहरे हों सागर के माँझी मत मन को तू हारना जीवन के क्रम में जो खोया है, पाना है पतझर का मतलब है फिर बसंत आना है राजवंश रूठे तो राजमुकुट टूटे तो सीतापति-राघव से राजमहल छूटे तो आशा मत हार, पार […]

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विशेष संपादकीय

नेताओं का व्यक्तिगत जीवन

देवेन्द्रसिंह आर्य जनता के प्रतिनिधि अपने बचाव के लिए अक्सर यह कहते मिलते हैं कि व्यक्ति का व्यक्तिगत जीवन अलग होता है और सार्वजनिक जीवन अलग होता है। इसलिए व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन में कभी तांक-झांक नही करनी चाहिए। यह तर्क दिखने में तो अच्छा लगता है और ऐसा आभास देता है कि ऐसा ही […]

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