स्वामी दयानंद- सर्वप्रथम देहरादून में एक मुस्लमान को शुद्ध कर उनका अलखधारी नाम रख कर आधुनिक भारत में सदियों से बंद घर वापसी के द्वार को खोला स्वामी श्रद्धानन्द- लाखों मलकाने राजपूतों जो नौमुस्लिम कहलाते थे उन्हें शुद्ध किया और व्यवस्थित रूप से सकल हिन्दू समाज को संगठित करने का उद्घोष किया। शुद्धि चक्र को […]
Author: देवेंद्र सिंह आर्य
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।
कश्मीर के शासकों की सूची
कश्मीर के शासकों की सूची (3238 ई.पू.-1154 ई.) (जी गुरु जी इसका हेडिंग बदलने की कृपा करें।) कश्मीर के इतिहास में कश्मीरी कवि कल्हण की राजतरंगिणी ही मुख्य है। कल्हण के पहले सुव्रत, क्षेमेन्द्र, हेलाराज, नीलमुनि, पद्ममिहिर और छविल्लभट्ट आदि ग्रंथकार हुए हैं, किन्तु इनमें से कई के ग्रन्थ अप्राप्य हैं। कल्हण ने लिखा है […]
रमेश ठाकुर शबनम को फांसी मिल जाने के बाद एक नई किस्म की बहस हिंदुस्तान में शुरू हो जाएगी। महिला अपराधों के उन सभी केसों में जिरह के दौरान कोर्ट रूमों में शबनम की फांसी का उदाहरण गूंजा करेगा। शबनम की दुहाई देकर वकील महिलाओं को फांसी देने की मांग जजों से किया करेंगे। कुछ […]
– देवेंद्र सिंह आर्य 10 मई 1857 की प्रातः कालीन बेला। स्थान मेरठ । क्रांति का प्रथम नायक धनसिंह गुर्जर कोतवाल। नारा – ‘मारो फिरंगियों को।’ मेरठ में ईस्ट इंडिया कंपनी की थर्ड केवल्री की 11 और 12 वी इन्फेंट्री पोस्टेड थी । 10 मई 1857 रविवार का दिन था। रविवार के दिन ईसाई […]
संस्कृत का एकं हिन्दी में एक हुआ,अरबी व ग्रीक में बदल कर ‘वन‘ हुआ। शून्य अरबी में सिफर हुआ,ग्रीक में जीफर और अंग्रेजी में जीरो हो गया। इस प्रकार भारतीय अंक दुनिया में छाये। अंक गणित- अंकों का क्रम से विवेचन यजुर्वेद में मिलता है – “सविता प्रथमेऽहन्नग्नि र्द्वितीये वायुस्तृतीयऽआदिचतुर्थे चन्द्रमा: पञ्चमऽऋतु:षष्ठे मरूत: सप्तमे बृहस्पतिरष्टमे। […]
डॉ. सुशील भाटी Key Words- Bharatpur, Jat Kingdom, Gujar General, Dankour, Jats, Gujars चंदू गूजर भरतपुर के जाट राज्य अंतर्गत ¬रामगढ़ किले का किलेदार और कोइल क्षेत्र (वर्तमान अलीगढ) का सूबेदार था| जे. एम. सिद्दीकी (1981) ने उसका वास्तविक नाम चंद्रभान बताया हैं जबकि के. आर. कानूनगो (1925) ने उसका वास्तविक नाम चन्दन बताया हैं| […]
आज मुझे Nocturia पर मेरे मित्र ने एक राइट अप भेजा जिसे मैं अपने सीनियर साथियों की जानकारी में लाना उचित मानता हूं। मैं भी इससे पीड़ित हूं, पर मुझे हर बार बाथरूम से आने के बाद पानी की ज़रूरत महसूस होती है। आदतन थर्मस से हर बार एक घूंट गुनगुना पानी पीता हूं, एक […]
आपके व आपके परिवार के प्रति अति शुभ कामनाओं के साथ सुप्रभातम। ईश्वर न्याय कारी है क्योंकि ईश्वर न्याय करता है । वह हमारे प्रत्येक किए गए कर्म का फल कर्म के अनुसार देता है । इसलिए हम पूरे जीवन कर्म फल से बंधे हैं प्रत्येक चीज जो हम अपने जीवन में प्राप्त करते हैं […]
रहिमन पीछे क्या रहा गही पकड़ी जब मूल
रहीम दास का कितना सुंदर दोहा है। सब आए इस एक में डाल पात फल फूल। रहिमन पीछे क्या रहा गहि पकड़ी जब मूल।। यदि कोई व्यक्ति किसी वृक्ष के शाखा,डाल , पात, फल और फूल को अलग-अलग पानी देता हो तो उसका ऐसा प्रयास निरर्थक और निष प्रयोज्य है। क्योंकि उसको पेड़ की जड़ […]
प्राण प्रदाता है परमपिता परमेश्वर
शुभकामनाएं एवं सुप्रभातम। परमपिता परमात्मा प्राण को देने वाला है। प्राण आत्मा का सहायक है। प्राण इस शून्य प्रकृति को चलाने वाला है। इंद्र हमारे जीवन का संचालक है, जो अपने जीवन को ऊंचा करना चाहते हैं जो अपने जीवन का कल्याण करना चाहते हैं, वह इंद्र की उपासना करें। अंबर में चंद्र मंडल, सूर्य […]