आर्यों का संप्रदाय परिवर्तन ऊपर हम यह दिखला आए हैं कि आस्ट्रेलिया निवासी अनार्य लोग, मौका पाकर द्रविड़ होकर ब्राह्मण बन गए और अपने देश तथा जाति के असभ्य और अनार्य आचार – विचारों को आर्यों में वेद, धर्म और यज्ञ आदि के नाम से प्रचलित किया।वही सब आचार – विचार पहले पड़ोसी देशों […]
Author: देवेंद्र सिंह आर्य
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।
आयुर्वेद लिखनेवाले पुरुष को आप्त कहा जाता है, जिनको त्रिकाल (भूत, वर्तमान, भविष्य) का ज्ञान था। यद्यपि आयुर्वेद बहुत पुराने काल में लिखा गया है, तथापि वर्तमान में नये रूप में उभरनेवाली हर बीमारियों का समाधान इसमें समाहित है। आयुर्वेद मतलब जीवनविज्ञान है। अतः यह सिर्फ एक चिकित्सा-पद्धति नहीं है, जीवन से सम्बधित हर […]
महाभारत के युद्ध का अंतिम चरण था। कर्ण युद्ध में मारा जा चुका था। उसके पश्चात शल्य भी मारा गया। तब दुर्योधन छुपकर एक तालाब में जा बैठा। ऐसे में उसकी सेना के तीन महारथी कृतवर्मा ,अश्वत्थामा और कृपाचार्य रह गये। कृपाचार्य से अश्वत्थामा ने कहा कि अब आप हमारे सेनापति बन जाओ । […]
“आओ लौट चलें वेदों की ओर”
देवेंद्र सिंह आर्य वैदिक संस्कृति ,वैदिक सभ्यता और वैदिक धर्म को किस प्रकार से सुरक्षित और संरक्षित रखते हुए हम भारत को उसके प्राचीन गौरव को प्रदान करते हुए कैसे उसे विश्व गुरु के गौरवशाली पद पर पुन: पदस्थापित करें ? इस पर लेखनी प्रत्येक विद्वान समूह सदस्य साथी की चलनी चाहिए ,ऐसी अपेक्षा की […]
जीव को होने वाले दु:खों के कारण क्या हैं ? जीवन में दुख कोई नहीं चाहता। सब सुख को तरसते हैं। यह अलग बात है कि सुख की चाह रखने वाला मानव दुख प्राप्ति के ही कार्यों में लगा रहता है। यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है कि दुखों के मार्ग पर चलने वाला […]
मुगलों का महिमामंडन मुख्यधारा की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर उदारवादियों और वामपंथियों द्वारा अक्सर किया जाता है। यहाँ तक भी दावे किए जाते हैं कि औरंगजेब जैसे आक्रांताओं ने भी भारत में रहते हुए मंदिरों की रक्षा की और उनकी देखरेख का जिम्मा उठाया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्कूलों […]
लाशों के व्यापारियों ने लूट लिया देश
लाशों के व्यापारी आज कल बहस चल रही है किस सरकार ने आपदा समय में क्या किया तो मुझे 2013 की बाबा केदारनाथ धाम मे भीषण बादल फटने की घटना याद आ गई। आइये जानें इस आपदा में काँग्रेस ने कैसे की लोगों की मदद। 16 जून 2013 को उत्तराखंड केदारनाथ में जलप्रलय शुरू हुआ […]
भारतीय वामपंथी के मुंह से यह शब्द आपने भी सुने होंगे। तानाशाही, फासीवाद अभिव्यक्ति की आजादी लोकतन्त्र की हत्या सर्वाहारा, समानता और मानवता भगवान श्री राम से लेकर सावरकर तक हर महापुरुष पर अंगुली उठाने वाले कम्युनिस्टों के आदर्श माओ कैसे थे? हाँ वही चीनी माओ जिसने1962 मे भारत पर आक्रमण किया था। हाँ वही […]
मैं उस समय की बात कर रहा हूं जब मेरी उम्र10 या 12 वर्ष की रही होगी। पैतृक ग्राम महावड में हमारी ईख की फसल खड़ी हुई थी । पता नहीं किस कारण से उसमें एक किनारे से आग लग गई। पूज्य पिताजी , दोनों बड़े भाई साहब, सभी आग को बुझाने में लगे हुए […]
सोनिया ने पर्दे के पीछे किस कदर लूट की होगी ? सोचिये… तब 40 करोड़ के लिए सोना गिरवी रखा था… जबकि 64 करोड़ की दलाली तो सिर्फ बोफोर्स में खाई गयी थी… RBI गवर्नर रहे Y.V रेड्डी की पुस्तक ADVISE AND DECENT से साभार… काँग्रेस के शासनकाल में सिर्फ 40 करोड़ रुपए के […]