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पर्व – त्यौहार

जानिए कि सच्चा गणेश और गणेश की पूजा क्या ?

गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष आज गणेश चतुर्थी है। मैं हैरान हूं, परेशान हूं, यह कौन से गणेश की बात कर रहे हैं ? क्या वह गणेश जो लंबी सूंड वाला है ? या वह गणेश जिसका मोटा सा पेट है ? या वह गणेश जिसके हाथी जैसे कान हैं ? या वह गणेश […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र विशेष संपादकीय

किसान आंदोलन का सच और मोदी सरकार

पर्वों से पूर्व किसानों को एमएसपी बढ़ोतरी का तोहफा शीर्षक से समाचार दैनिक जागरण समाचार पत्र में पढ़ा। जिसकी छाया प्रति संलग्न की जा रही है। सर्वप्रथम यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि भाजपा की केंद्रीय सरकार और प्रदेश सरकार की कुछ नीतियों का मैं समर्थन करता हूं। लेकिन इसका कदापि तात्पर्य यह नहीं है कि […]

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कविता

कविता — ऐ अफ़गानिस्तानी तालिबान

ए अफगानिस्तानी तालिबान। तू मान न मान । मैं तेरा मेहमान । मैं हूं पाकिस्तान। मुल्लाअब्दुल गनी बरादर। मुल्ला अखुंद ने किया निरादर। मुल्लाह बरादर को मारी गोली। फिर भी पाक तुर्की आदि की नजर में तालिबान की सूरत भोली। काबुल में गूंजा मुर्दाबाद पाकिस्तान। “मेरे अंगने में तुम्हारा क्या है काम” इस्लाम का है […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक संपत्ति : संप्रदायप्रवर्तन

गीता और उपनिषदों में मिश्रण गतांक से आगे… गीता भी तर्क से घबराती है।वह कहती है कि, ‘संशयात्मा विनश्यति’ अर्थात संशयात्मा नष्ट हो जाती है। परंतु हम देखते हैं कि तर्कशास्त्र में संशय एक जरूरी विषय है जो सत्यासत्य के निर्णय में काम आता है। बिना संशय के तो किसी बात का निर्णय ही नहीं […]

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इतिहास के पन्नों से

1857 की क्रांति और स्वामी दयानन्द* राजीव दीक्षित जी की जुबानी।

दीक्षित जी कहते हैँ मैंने 3,4 वर्ष अपने भारतीय अधिकारी साथियों के साथ इंग्लैंड के इंडिया हाऊस और पुरातत्व संग्रहालय मे 1857 के स्वाधीनता आंदोलन के प्रपत्र देखे हैं। 1857 स्वतंत्रता संग्राम के पाँच मुख्य केंद्र थे।मेरठ,दिल्ली, कानपुर, झाँसी और बिठूर। बिठूर तांत्याटोपे का गांव था। वहाँ अंग्रेज़ो ने तीन वर्ष में पैंतालीस हजार सैनिक […]

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महत्वपूर्ण लेख

राष्ट्रहित से ऊपर कुछ नहीं, अब यह परिवेश बनना ही चाहिए

मुझे एक बात रह रह कर परेशान करती है कि हमारी राष्ट्रीय सोच ,हमारी राष्ट्रीय जागृति, हमारी राष्ट्र भक्ति, हमारा राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना, हमारा राष्ट्र जागरण का पवित्र भाव, हमारे राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व एवं कर्तव्य आदि के भाव बड़ी तेजी से क्यों धूमिल होते जा रहे हैं ? हमारे लिए राष्ट्र […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक संपत्ति: संप्रदायप्रवर्तन : गीता और उपनिषदों में मिश्रण

गतांक से आगे.. उपनिषदों की नवीनता का दूसरा प्रमाण तो बहुत ही स्पष्ट है। छान्दोग्य 3/17/ 6 में लिखा है कि ‘तद्वैतद् धोरआंगिरसः कृष्णाय देवकीपुत्राय’अर्थात् घोर आंगिरस के शिष्य देवकीपुत्र कृष्ण के लिए। इनमें देवकीपुत्र कृष्ण का नाम आया है।यह वाक्य कृष्ण के बाद ही लिखा गया है। हम प्रथम खण्ड में कृष्णकालीन महाभारतयुद्ध को […]

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आओ कुछ जाने हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

5250 वर्ष पहले हुआ था योगिराज श्री कृष्ण जी का जन्म

आज हम अपने देश के महान इतिहासनायक, युगपुरुष योगिराज श्री कृष्ण जी की 5250 वी जयंती मना रहे हैं। इस राष्ट्र नायक के राष्ट्रवादी स्वरूप को स्थापित न करके उसे छलिया, चूड़ी बेचने वाला श्याम आदि बनाकर जिस प्रकार पाखंड चलाया गया है उससे हमारे देश का बहुत अहित हुआ है। आज अपने इस योगीराज […]

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Uncategorised

देश की दुर्दशा के लिए कितनी जिम्मेदार है वर्तमान राजनीति

प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य (चेयरमैन ‘उगता भारत’) पिछले कुछ समय में हमारी राजनीति का स्तर जिस तेजी से गिरा है, उसके साक्ष्य वैसे तो हम हर रोज ही देख रहे हैं लेकिन उसका ताजातरीन उदाहरण केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच उपजा विवाद है, जो बतलाता है कि […]

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उगता भारत न्यूज़

कल्याण सिंह के प्रति योगी आदित्यनाथ की निष्ठा से भावविभोर हुए कल्याण सिंह के बेटे राजू भैया, सौंप दी पिता की विरासत योगी के सामने

नई दिल्लीः कल्याण सिंह के निधन के बाद उनके नाम को लेकर यूपी में राजनीति चरम पर है. वो एक पुरानी कहावत है राम से बड़ा राम का नाम. उसी तर्ज़ पर कल्याण से बड़ा अब उनका नाम है. उनके नाम के पीछे है पिछड़ों और हिंदुत्व की राजनीति के अद्भुत प्रयोग का चेहरा. जो […]

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