हिन्दू नववर्ष‘नवसंवत्सरोत्सव’ सृष्टि की उत्पत्ति का प्रकरण हर मनुष्य के लिए कौतूहल और जिज्ञासा का विषय सृष्टि के प्रारंभ से ही रहा है। इसके लिए कोई भी ऐसा प्रामाणिक साक्ष्य वेदों के अतिरिक्त संसार में प्राप्त होना असंभव है जिससे इस जिज्ञासा की पूर्ण तृप्ति हो सके। वेद तो है ही सब सत्य विद्याओं की […]
Author: देवेंद्र सिंह आर्य
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।
इस समय पूरे देश में जिस प्रकार बीजेपी का डंका बज रहा है। उसकी भनक विपक्ष के बड़े से बड़े नेता को भी है। यही कारण है कि 5 विधानसभा चुनावों के परिणामों से पहले ही तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने भी यह मान लिया है कि इस समय बीजेपी का कोई विकल्प […]
गतांक से आगे…. पह्यपुराण मैं लिखा है कि अत्रि ऋषि शीत-कटिबन्ध में तपस्या कर रहे थे। वहां उनको सर्दी लगी। वह सर्दी अत्रि ऋषि की आंखों में घुस गई और आंसू बनकर बाहर निकल पड़ी। उस गिरे हुए आंसू से चंद्रद्वीप,शीतद्वीप आदि भूभाग बन गये। वह सर्दी आकाश की और फिर उड़ी, परन्तु खाली जगह […]
🌈 *_बाबासाहेब ने चेता दिया था इस्लाम से खतरे को तथापि आज मद के नशे में चूर उनके अनुयाई कर रहे उन्ही की बेकद्री_* जय भारत जय हिंदू *विवेक दर्शन* पत्रिका प्रताप सिंह भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर (1891-1956 ई.) का भारतीय जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान रहा है। वह भारतीय संस्कृति के […]
8 मार्च महिला दिवस पर विशेष आलेख भारतीय संस्कृति महान् है, जिसने पुरुष से भी अधिक नारी को सम्मान दिया है । भारत में अनेक विदुषी नारियां हुई हैं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में पुरुष से भी आगे बढकर कार्य किया है । जब – जब पुरुष से प्रतिस्पर्धा का समय आया , नारियों ने स्वयं […]
कमलेश पांडे भारत ने जहाँ रूस के साथ अपनी 74 वर्षों की भरोसेमंद मित्रता हर कसौटी पर कायम रखी, वहीं उसके सबसे प्रबल प्रतिस्पर्धी समझे गए अमेरिका से भी उसने ऐसे प्रगाढ़ सम्बन्ध बना लिए, जिसे निगलना या उगलना अब दोनों लोकतांत्रिक देशों के बस की बात भी नहीं रही। साम्यवादी सोवियत संघ यानी यूएसएसआर […]
( महाशिवरात्रि पर विशेष आलेख) जो मूढ होते हैं वह गूढ़ को न समझ कर रूढ़ की बात करते हैं, ऐसे मूढ लोगों से क्षमा चाहते हुए विचारवान विद्वान , सत्यान्वेषी, सत्यपारखी ,सत्याग्रही, लोगों के समक्ष एक प्रकरण उद्धत करना चाहूंगा।गूढ को यदि समझ लें तो मूढ़ता, अज्ञानता , अविद्या, अविवेकता, मूर्खता समाप्त होती है। […]
गतांक से आगे… जिस प्रकार भारत देश में श्री नामी देवी के अंशों से दुर्गा, काली, भवानी, भैरवी, चण्डी, अन्नपूर्णा और चामुण्डा आदि रूप बनाए गए हैं, उसी प्रकार मिस्र देश में भी आदिमाया इसिस के अंशों से मिनर्वा, जूनो, वेनसा,ह्वीआ, हेकेटी, डायन और ह्या आदि रूप माने जाते हैं। यहां वाले जिस प्रकार चंदन, […]
आज 27 फरवरी है । भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जिन देदीप्यमान सितारों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी तथा भारत मां को विदेशी आक्रांताओ के जुल्म जाल से छुड़वाया ,जिन वीर सपूतों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया , ऐसे वीर शहीदों को इतिहास में वह स्थान नहीं मिल पाया जिसके कि […]
(फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष की दशमी की तिथि को स्वामी दयानंद की198 वी जयंती पर लेख की द्वितीय किस्त) ” स्वामीजी महाराज पहले महापुरूष थे जो पश्चिमी देशों के मनुष्यों के गुरू कहलाये।… जिस युग में स्वामीजी हुए उससे कई वर्ष पहले से आज तक ऐसा एक ही पुरूष हुआ है जो विदेशी भाषा नहीं […]