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मनुष्य धर्म का सार

देवेंद्र सिंह आर्य एडवोकेट (चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र) धर्म जीवन में धारण करने के नियमों का नाम है । जो हो समस्त सृष्टि का एक ही होता है। धर्म कोई ग्रहण करने की योग्य वस्तु नहीं है।धर्म भिन्न-भिन्न नहीं हो सकता। यदि कोई भिन्न-भिन्न है तो वह मत, पंथ, रिलीजन, मजहब हैं जो धर्म […]

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मुद्दा

ईद मुबारक और देश का हिंदू समाज

_(लेख का आधार और स्रोत- किताब- तुगलककालीन भारत, अनुवादक- सैयद अतहर अब्बास रिजवी, प्रोजेक्ट-अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, प्रकाशन-राजकमल)_ -आपने अक्सर देखा होगा… मुस्लिम काफी उत्सुक रहते हैं कि हिंदू भी उनको ईद मुबारक कहें लेकिन अगर इतिहास के किताबों के पन्नों कों पलटेंगे तो ये पता चलेगा कि हिंदुओं के लिए ईद मुबारक कभी नहीं रही… […]

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महत्वपूर्ण लेख

जनपद गौतम बुध नगर और उसका शानदार अतीत : स्थापना दिवस पर विशेष

1 मई को नव जनपद गौतम बुद्ध नगर के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती द्वारा सृजन करने की‌ 25वी वर्षगांठ के अवसर पर विशेष आलेख। वर्तमान जिला गौतम बुद्ध नगर का गौरवपूर्ण इतिहास। वर्तमान जनपद गौतम बुद्ध नगर की भूमि को हम लोग देखते हैं उसका बहुत ही प्राचीन इतिहास है जो निम्न प्रकार है ।परंतु […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ती तृतीय – खण्ड अध्याय – मुसलमान और आर्यशास्त्र

गतांक से आगे… इन आगाखानी गुरुओं के पूर्वज बड़े ही चालाक थे। इन्होंने अपनी चालाकी से दूर-दूर तक अपने धर्म का प्रचार किया।इन्होंने मिश्रियों में, ईसाइयों में और दूसरे फिर्को में बड़ी ही चातुरी से प्रचार किया। इनकी प्रचार सम्बन्धी चालाकीयों का पता खोजों के एक मुकदमे का फैसला देखने से लगता है। यह फैसला […]

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आर्थिकी/व्यापार

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और देश की महिलाएं

 डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना केवल और केवल महिलाओं के लिए ही नहीं थी अपितु युवाओं और हुनरमंद या फिर स्वरोजगार को बढ़ावा देने की योजना रही है। महिला सशक्तिकरण का माध्यम तो इसलिए सिद्ध हो रही है क्योंकि इस योजना का महिलाओं ने अधिक लाभ उठाया है। कहने को भले ही कुछ […]

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आओ कुछ जाने

शेषनाग पर नृत्य करते श्री कृष्ण जी का रहस्य

कृष्ण को शेषनाग पर करते हुए नृत्य हमने देखा , बल खाती माथे पर पड़ गई एक हमारे रेखा । किस मूर्ख ने कर डाली है यह शरारत गहरी ? आओ ! सच को समझें, क्या है इसका लेखा ? सचमुच लोगों ने हमारे महापुरुषों के साथ पता नहीं क्या-क्या जोड़ दिया है ? जिसे […]

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धर्म-अध्यात्म

*”धर्म क्या है, और अधर्म क्या है?”

*”धर्म क्या है, और अधर्म क्या है?” यह बड़ा जटिल प्रश्न है। लाखों करोड़ों वर्षों से लोग इस प्रश्न में उलझे हुए हैं। बहुत कम लोग ही इसे समझ पाते हैं, कि धर्म क्या है? और अधर्म क्या है?”* *”वेदों और ऋषियों के ग्रंथों के अनुसार धर्म उस आचरण का नाम है, जो कार्य हमें […]

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आज का चिंतन

यजुर्वेद का साधारण परिचय

यजुर्वेद में विशेष क्या है ? यजुर्वेद में विभिन्न प्रकार के यज्ञों की चर्चाएं हैं। कर्मकांड है। यजुर्वेद का तात्पर्य ऋग्वेद से प्राप्त ज्ञान को, विचारों को कार्य में परिणत करके अभीष्ट की सिद्धि कैसे प्राप्त हो ? इसका विवरण है। कर्म का सोपान चढ़ने के लिए जो प्रेरित करता है ,जो कर्म वेद है, […]

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आज का चिंतन

यजुर्वेद का निचोड़ है इस मंत्र में

वैसे तो यजुर्वेद का प्रत्येक मंत्र ही अपने आप में विशिष्टता लिए हुए है। परंतु मेरा मानना है कि यजुर्वेद के 22 वें अध्याय का 33 वां मंत्र पूरे यजुर्वेद का निचोड़ है । यदि जीवन में इस मंत्र की भावना को अंगीकार कर लिया जाए तो निश्चित ही आशातीत सफलता प्राप्त होती है । […]

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आज का चिंतन

बुद्धिमान लोग धन आदि का नाश नहीं करते : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक

मनुष्य के पास अनेक प्रकार की संपत्तियां होती हैं। धन बल विद्या बुद्धि समय इत्यादि। *”कुछ मनुष्य बुद्धिमान होते हैं, जो हर वस्तु को सोच समझकर खर्च करते हैं। कुछ लोग इतने बुद्धिमान नहीं होते, उनमें बुद्धि या ज्ञान की कमी होने के कारण वे उक्त वस्तुएं यूं ही नष्ट करते रहते हैं।”* बाद में […]

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