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मूक प्राणियों का वध किया जाना अनैतिकता और अधर्म को प्रोत्साहित करना है : सरकार को समझना चाहिए अपना राजधर्म

ईद के अवसर पर दी जा रही निरीह प्राणियों की बलि के अवसर पर विशेष आज मेरा हृदय बहुत ही व्यथित है, क्योंकि आज बहुत सारे निरीह, निरपराध,मूक प्राणियों यथा ऊंट, बकरा, मेंढें, गाय आदि का वध ‘अल्लाह’ के नाम पर किया जाएगा। सचमुच कैसी विडंबना है अल्लाह के नाम पर मूक प्राणियों का वध […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति तृतीय खण्ड : अध्याय-ईसाई और आर्यशास्त्र

गतांक से आगे.. स्वामी विवेकानन्द की इस वक्तृता से स्पष्ट हो जाता है कि , थियोसोफिस्ट भारत का उत्कर्ष नहीं चाहते । उनका उद्देश्य तो संसार को ईसाई बनाना है । एनी बीसेंट सब धर्मावलम्बियों को थियोसोफी में केन्द्रित करके ईसा को संसार का धर्मगुरु मनवाने का यत्न करती हैं और कृष्णमूर्ति को ईसा का […]

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जो 300 साल पहले हो रहा था ,वही आज भी हो रहा है

धर्म और संस्कृति पर जब-जब भी आपदा आई है तब तब मां भारती ने अनेक ऐसे शूरवीर धर्मवीर पैदा किए हैं जिनके कारण जनेऊ और चोटी की वैदिक संस्कृति की रक्षा हो सकी है। ऐसा ही एक धर्मवीर बालक 1719 में पैदा हुआ था । उस समय दिल्ली पर मुगल बादशाह मोहम्मद शाह रंगीला का […]

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उगता भारत न्यूज़

राष्ट्रपति चुनाव : हार के अंतर को कम करना ही यशवंत सिन्हा के लिए बड़ी चुनौती

राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव की कहानी अब बड़े रोचक दौर में पहुंच चुकी है। अभी राजनीतिक दल बड़ी तेजी से अपना ध्रुवीकरण कर रहे हैं। फिलहाल राजग की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। उनकी स्थिति दिन प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है और विपक्ष के संयुक्त […]

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महत्वपूर्ण लेख

नूपुर शर्मा : मीडिया ,सर्वोच्च न्यायालय और विधिक व्यवस्थाएं

लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया व्यवस्थापिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका की गतिविधियों और कार्यशैली पर नजर रखने वाला शिवजी रूपी राष्ट्र का तीसरा नेत्र है। यदि किसी की भी भूमिका में कहीं थोड़ी सी भी कमी या चूक होती दिखाई देती है तो मीडिया की सजग और सावधानी से भरी आंखें उसे तुरंत पकड़ लेती हैं। […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति : तृतीय खण्ड : अध्याय – ईसाई और आर्यशास्त्र

गतांक से आगे… होमरूल लीग से पृथक् लो ० तिलक ने तो अपनी एक अलग संस्था निकाली । महात्मा गांधी भी कुछ काम करना ही चाहते थे और इसके लिए केवल देश का वातावरण ही देख रहे थे । इतने में हिंदू यूनिवर्सिटी का उत्सव हुआ । इसी में महात्मा गांधी के कार्य का भविष्य […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति तृतीय खण्ड अध्याय -ईसाई और आर्यशास्त्र

गतांक से आगे… इस तरह से उस नवीन शिक्षक के द्वारा शिक्षा दिलाकर संसार को ईसाई धर्म के अनुकूल बनाने और सब धर्मों में ईसाइयत का शासन जमाने का उत्तम साधन किया गया । परन्तु पाप की नाव बहुत दिन तक नहीं चलती । भूतप्रेत दिखलानेवाले यंत्रों का भण्डाफोड़ खुद उसी आर्टिस्ट ने कर दिया […]

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धर्म-अध्यात्म

योग दिवस 21 जून का भारतीय योग परंपरा में महत्व एवं औचित्य

भारतवर्ष शनै: शनै ;अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है ।एक दिन निश्चित रूप से भारत विश्व गुरु के पद को पुनः सुशोभित करेगा ।ऐसा वर्तमान काल में आभासित होने लगा है। आज 21 जून है। आज के दिन उत्तरी गोलार्ध में पृथ्वी की गति के कारण सूर्य का प्रकाश अधिकतम समय […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत के राष्ट्रपति का चुनाव : प्रक्रिया और राष्ट्रपति पद का महत्व

इस समय देश के जनमानस की निगाहें रायसीना हिल्स की ओर हैं। देखना केवल एक ही है कि भारत के गणतंत्र के प्रतीक इस सोने के पिंजरे अर्थात राष्ट्रपति भवन में रहने के लिए भारत के 16 राष्ट्रपति के रूप में किसका नाम लिया जाता है ? इस कार्य के लिए चुनावी हलचल है बड़ी […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

इस्लाम के अत्याचार और विश्व सभ्यताओं का विनाश

विश्व प्रसिद्ध लेखक अनवर शेख ने इस्लाम के विषय में लिखा है कि यह हिंसा और संभोग से आगे कुछ नहीं सोचता। तलवार के बल पर मानवता का हत्यारा बनकर इस मजहब ने अब तक करोड़ों लोगों को मारने का अपराध किया है। यदि मोहम्मद साहब के समय की बात की जाए तो उन्होंने भी […]

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