कांग्रेसी , कांग्रेस के समर्थक और गांधीवादी – सब यह कहते हैं कि गांधी के चरखा चलाने से हमें आजादी प्राप्त हो गई थी। यदि इस बात पर विचार किया जाए तो संसार के समकालीन इतिहास का यह सबसे बड़ा झूठ है। भारतवर्ष के संदर्भ में इस बात को पूरी तरह समझ लेना चाहिए कि […]
Author: देवेंद्र सिंह आर्य
लेखक उगता भारत समाचार पत्र के चेयरमैन हैं।
“मोदी सरकार का बड़ा निर्णय: देश में अब पारंपरिक तरीके से होगी स्कूली पढ़ाई, सरकार ने रामदेव को सौंपी नए बोर्ड की कमान” देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर सरकार ने 140 करोड़ देशवासियों को नया तोहफा दिया है। सरकार ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर पारंपरिक भारतीय शैली में […]
हम अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्षय में अमृत महोत्सव मना रहे हैं। कुछ लोग इस अमृत महोत्सव को आजादी का महोत्सव कहकर बोल रहे हैं जबकि ऐसा कहना गलत हैं । जिन लोगों को हमारी संस्कृत और हिंदी भाषा का व्याकरण बोध नहीं है, उनके द्वारा इसे आजादी का महोत्सव कहा […]
गतांक से आगे…. इसके पूर्व तीन खण्डों में हमने वेदों की प्राचीनता , वेदों की अपौरुषेयता और वेदों की उपेक्षा पर प्रकाश डाला है । हमने यथाशक्ति यह दिखलाने का यत्न किया है कि , वेद अपौरुषेय और ईश्वरप्रदत्त हैं , अतः जब तक आर्यों ने उनके अनुकूल अपनी रहन – सहन , शिक्षा – […]
बहुत से लोग संसार में उत्साही और आशावादी होते हैं। कुछ लोग स्वभाव से ही निराशावादी होते हैं। निराश तो कभी भी होना ही नहीं चाहिए। जो लोग निराशावादी हैं, वे अपना स्वभाव बदलने का प्रयास करें। जो उत्साही और आशावादी लोग हैं, वे भी कभी-कभी निराशा की लपेट में आ जाते हैं। तब वे […]
गतांक से आगे….. यहाँ तक हमने विदेशियों द्वारा नवीन सम्प्रदायों का प्रवर्तन और वैदिक साहित्य का विध्वंस दिखलाया । अब हम यह समस्त कथा यहीं पर समाप्त करते हैं । इतने ही वर्णन से अनुमान करने के लिए मौका न छोड़ना चाहिये और तुरन्त ही यह बात ध्यान में ले लेना चाहिये कि जब दीर्घकाल […]
कैसे मिलेगा वह सच्चा शिव ?
जो मिथ्याज्ञान में विचरण करते हैं, जो अज्ञान रूपी अंधकार में पड़े होते हैं, अर्थात जो मूढ होते हैं वह गूढ़(वैदिक शिक्षा के रहस्य को) को न समझ कर रूढ़(सामान्यतः प्रचलन) की बात करते हैं, ऐसे मूढ लोगों से क्षमा चाहते हुए विचारवान विद्वान , सत्यान्वेषी, सत्यपारखी ,सत्यग्रही, लोगों के समक्ष एक प्रकरण उद्धत करना […]
विद्या और अविद्या का भेद
ईशोपनिषद का मंत्र है कि :- ॐ असुर्या नाम ते लोका अन्धेन तमसाऽऽवृताः। ताँस्ते प्रेत्याभिगच्छन्ति ये के चात्महनो जनाः॥३॥ इसका भावार्थ है कि इस संसार में रहते हुए जो अज्ञान अंधकार में भटकते हैं, आत्मा का हनन करते हैं, वे मृत्यु के पश्चात ऐसे लोकों में जन्म लेते हैं जिनमें सूर्य के दर्शन भी […]
गतांक से आगे…… हमने यहाँ तक यह थोड़ी सी किन्तु देर तक गौर करने योग्य बात ईसाइयों , ईसाई शासकों और ईसाई थियोसो फिस्ट की लिखी है । यह वर्तमान जमाने की बात है , जो सबके सामने है , तो भी कितनी पेंचदार है ? पढ़े लिखे हिन्दू , पारसी , मुसलमान आदि सभी […]
उगता भारत’ के बारह वर्ष
आपका अपना समाचार पत्र ‘उगता भारत’ अपने 12 वर्ष पूर्ण कर 13 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। 12 वर्ष का यह काल कई उतार-चढ़ावों को लेकर आया, परंतु पाठकों का सतत प्यार और आशीर्वाद हमको प्राप्त होता रहा, उसके फलस्वरूप यह समय कब गुजर गया, पता ही नहीं चला। किसी भी समाचार पत्र […]