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प्रमुख समाचार/संपादकीय

राष्ट्रदेव की आराधना को ही भाजपा अपना सांस्कृतिक राष्ट्रवाद घोषित करे

भाजपा ने संसद में यूपीए सरकार के मुखिया डा. मनमोहन सिंह को निरूत्तर कर दिया। पीएम के पास ना तो तरकश था और ना ही तीर थे। उनके साथ एक और दुर्भाग्य यह भी जुड़ गया कि पार्टी ने उनके कंधों पर तीर चलाकर आज तक कितने ही शिकार खाए। ‘मोटा माल’ लूटा, पर अब […]

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महत्वपूर्ण लेख

हिंदी भाषा: हमारे राष्ट्रीय गौरव की प्रतीक

कृष्ण चंद्र टवाणी राष्ट्र में भावनात्मक एकता स्थापित करने तथा उसके उत्थान व विकास में भाषा का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसी दृष्टिकोण में भारतीय संविधान में हिंदी को ही राष्ट्रभाषा घोषित किया गया है। हिंदी हमारे राष्ट्र की आत्मा है, प्राण है। चेकोस्कोवाकिया के प्रसिद्घ हिंदी विद्वान डॉक्टर ओदोलेन स्मेकल के विचारों को यहां […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

सरबजीत की रिहाई की उम्मीदें बढ़ी

विदेशमंत्री कृष्णा ने सरबजीत का मामला पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी के साथ अपनी पाकयात्रा के दौरान उठाया है। सरजीत सिंह भारतीय पंजाब का निवासी है, जिस पर आरोप है कि उसने वर्ष 1990 में हुए बम विस्फोटों में अपनी भागीदारी की थी। जबकि उसके परिवार का कहना है कि सरबजीत निर्दोश है और उन्हें रंजिशन गलत […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

महाराज युधिष्ठिर से मोहम्मद गोरी तक के वंश का वर्णन

महाभारत युद्ध के पश्चात् राजा युधिष्ठिर की 30 पीढिय़ों ने 1770 वर्ष 11 माह 10 दिन तक राज्य किया जिसका विवरण नीचे दिया जा रहा है:युधिष्ठिर : 36 वर्ष, परीक्षित: 60 वर्ष, जनमेजय: 84 वर्षअश्वमेध: 82 वर्ष, द्वैतीयरम: 88 वर्ष, क्षत्रमाल: 81 वर्षचित्ररथ: 75 वर्ष, दुष्टशैल्य: 75 वर्ष, उग्रसेन: 78 वर्ष, शूरसेन: 78 वर्ष, भुवनपति: […]

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राजनीति

एक के बाद एक टूट रही है टीम अन्ना

अरविंद केजरीवाल से राहें जुदा होने के बाद अन्ना हजारे को एक और झटका लगा है। लंबे समय से अन्ना के निजी सचिव रहे सुरेश पठारे ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। पठारे का कहना है कि उन्होने निजी कारणों से ये फैसला लिया। लेकिन अन्ना के पूर्व ब्लॉगर राजू पारुलेकर का आरोप है […]

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राजनीति

कानून का संरक्षण और कानून सबके लिए समान

पिछले दिनों दादरी में हुए बवाल के चलते एक युवक की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष ब्रहमानंद गुप्ता ने कहा है कि बवाल में युवक की हत्या होना दुख का विषय है। यह मानवता के विरूद्घ एक घातक अपराध है। इस पर राजनीति करना समाज के लिए […]

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महत्वपूर्ण लेख

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लंबे मौन के बाद कहा- लोग समझें कि पैसे तो पेड़ पर उगते नहीं हैं

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार पर हो रहे चौतरफा हमलो का जबाब देने के लिए अब खुद एक अर्थशास्त्री के रूप में कमान सम्हाल ली है। परन्तु यह भी एक कड़वा सच है कि यूपीए-2 इस समय अपने कार्यकाल के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। जनता की नजर में सरकार की साख लगातार […]

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महत्वपूर्ण लेख

पाक के हिंदुओं की दयानीय दशा

चंद्रमोहन पाकिस्तान से लगातार हिंदू परिवार भारत में प्रवेश कर रहे हैं। कई रेल के रास्ते आए तो कई पैदल वाघा अटारी सीमा पार कर यहां पहुंचे हैं। जो टे्रन से आए वह इतना सामाना लेकर आए कि साफ है कि वह यहां बसने आए हैं। उनके गृहमंत्री रहमान मलिक को बदनामी का डर है। […]

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राजनीति

पूर्वोत्तर क्षेत्र में बढ़ती अशांति

अशोक कुमार पाण्डेयहालांकि भारत को आतंवाद से जूझते हुए लगभग तीन दशकों का समय बीत चुका है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी जो बात हुई है वह यह है कि एक तरफ देश आतंकवाद से जूझने में अपनी पूरी शक्ति तथा ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहा है यही आतंकवाद थमने के बजाए दिनों दिन बढ़ता ही […]

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भारतीय संस्कृति

बाजार और मीडिया के बीच भारतीय भाषाएं

हिंदी और भारतीय भाषाओं को लेकर समाज में एक अजीब सा सन्नाटा है। संचार व मीडिया की भाषा पर कोई बात नहीं करना चाहता। उसके जायज-नाजायज इस्तेमाल और भाषा में दूसरी भाषाओं खासकर अंग्रेजी की मिलावट को लेकर भी कोई प्रतिरोध नजर नहीं आ रहा है। ठेठ हिंदी का ठाठ जैसे अंग्रेजी के आतंक के […]

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