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प्रमुख समाचार/संपादकीय

जंतर-मंतर पर ममता ने भरी हुंकार–देश के लिए मनमोहन सरकार पूरी तरह बेकार

राकेश कुमार आर्यअक्टूबर का महीना कई अर्थों में महत्वपूर्ण है, इस माह के प्रारंभ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के सबसे अधिक आदरणीय प्रधानमंत्री रहे लालबहादुर शास्त्री की जयंती दो अक्टूबर को आती है, जबकि इसी माह के अंत में देश के लौहपुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती और लौह महिला के नाम […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

वेद, महर्षि दयानंद और भारतीय संविधान-36

गतांक से आगे….. जिसका परिणाम निकला कि हमारे संविधानविदों ने और संविधान निर्माताओं ने अस्पृश्यता को देश और समाज के लिए एक कोढ़ माना। इसलिए अस्पृश्यता को मिटाने की और पंथ जाति व लिंग के आधार पर किसी प्रकार की असमानता का व्यवहार न होने देने की दिशा में समाज के लिए एक क्रांतिकारी कदम […]

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महत्वपूर्ण लेख

नलकूप क्रांति से मिल रही है नई चुनौती

प्रमोद भार्गव हमारे देश में बीते चौसठ सालों के भीतर जिस तेजी से कृत्रिम, भौतिक और उपभोक्तावादी संस्कृति को बढावा देने वाली वस्तुओं का उत्पादन बढ़ा है उतनी ही तेजी से प्राकृतिक संसाधनों का या तो क्षरण हुआ है या उनकी उपलब्धता घटी है। ऐसे प्राकृतिक संसाधनों में से एक है पानी। ‘जल ही जीवन […]

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महत्वपूर्ण लेख

पर्यावरण संकट को बढ़ाती हिमालय की दुर्दशा

दिनेश पंतइस वर्ष देश में उम्मीद से कम और अनियमित वर्षा ने ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरे की चिंता को बढ़ा दिया है। विकास और उन्नति के नाम पर औद्योगिकीकरण ने पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। निवेश के बढ़ते अवसर ने गांव को भी तरक्की के नक्षे पर मजबूती से उकेरा है। गांवों […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

मनमोहन पर मुल्ला मुलायम की ममता आखिर क्यों..?

सिद्धार्थ शंकर गौतम18 सितम्बर की शाम जैसे ही यह खबर राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खी बनी कि ममता अपने तमाम मंत्रियों के साथ संप्रग सरकार 2 से समर्थन वापस लेंगी, केंद्र की राजनीति में उन्हें मनाने से लेकर अन्य जोड़-तोड़ के समीकरणों पर माथापच्ची होने लगी। इसी तारतम्य में बुधवार 19 सितम्बर को कांग्रेस कोर कमेटी […]

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महत्वपूर्ण लेख

असम का हिंसाचार: जिन्ना और भुट्टोवादी सोच का परिणाम

19 जुलाई से पूर्वोत्तर के असम प्रांत में जारी हिंसा को लेकर पूरा देश चिंतित है। इस हिंसा को लेकर जहां देश के तमाम राजनीतिक दल तरह-तरह के तर्क प्रस्तुत कर रहे हैं वहीं गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा भी अनेक प्रकार की बातें कही जा रही हैं। आखिर इस हिंसा का कारण क्या है? क्या […]

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राजनीति

नेताओं के रंग

नेताओं के रंग निराले। कुरसी के सारे मतवाले।।हाथी, हाथ, साईकिल वाले। वोटर को सब चाहने वाले।।ऐसा राजनीति का ड्रामा। मचा रहे नेता हंगामा।।वोटर भी चालाक बड़ा है। उसे चाहिए दारू दामा।।छुटभैये नेतन की चांदी। सभी बने हैं गांधीवादी।।देश में लूटतंत्र हावी है। जब से पाई है आजादी।।गाफिल कहें चुनावी चक्कर। खेल खिलाता है जी भर […]

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महत्वपूर्ण लेख

‘कोलगेट’ पर प्रधानमंत्री का लचर बचाव / लालकृष्ण आडवाणी

कोयला आवंटन को लेकर संसद में गतिरोध एक सप्ताह से ज्यादा समय से बना हुआ है। एनडीए ने इस गतिरोध को समाप्त करने हेतु प्रस्ताव दिया है कि इन सभी आवंटनों को रद्द कर दिया जाए और इन्हें आवंटित करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की प्रक्रिया की न्यायिक जांच कराई जाए। सरकार इस पर अभी तैयार […]

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महत्वपूर्ण लेख

मृत्यु शय्या पर पड़े भीष्म से नही पूछा कोई सवाल

द्रोपदी जैसी सन्नारी पर एक आरोप ये भी है कि जब महाभारत युद्घ के पश्चात पाण्डवों को मृत्यु शय्या पर पड़े भीष्म ने उपदेश दिये तो उस समय द्रोपदी ने बीच में हस्तक्षेप करते हुए पितामह से कहा कि आपके ये उपदेश उस समय कहां गये थे जब मेरा चीरहरण किया जा रहा था। कहा […]

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राजनीति

ठाकरे ने सुषमा स्वराज को पीएम पद की अपनी पहली पसंद क्यों बताया?

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भाजपा की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष श्रीमति स्वराज को पीएम पद की अपनी पहली पसंद बताया है। भाजपा ने ठाकरे की इस पसंद को ये कहकर हल्का करने का प्रयास किया है कि भाजपा में पीएम पद के एक नही बल्कि दस अच्छे प्रत्याशी हैं। यानि भाजपा ने सामूहिक […]

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