दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उबाल खाई और अक्रोशित जनता सडक पर उतर आई है और जगह-जगह जनता भावावेश में आकर बलात्कारियों को मृत्यु दंड देने की मांग कर रही है। ऐसा नहीं है कि बलात्कार के विषय में यह आक्रोश पहली बार उभरा हो। पूर्व में भी इस […]
Author: अमन आर्य
दिल्ली में चलती बस में सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उबाल खाई और अक्रोशित जनता सडक पर उतर आई है और जगह-जगह जनता भावावेश में आकर बलात्कारियों को मृत्यु दंड देने की मांग कर रही है। ऐसा नहीं है कि बलात्कार के विषय में यह आक्रोश पहली बार उभरा हो। पूर्व में भी इस […]
कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई, 1961 ई. को हरियाणा के करनाल कस्बे में हुआ था। कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय (बाद में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ले ली थी) महिला थी। कल्पना के पिता का नाम श्री बनारसी लाल चावला तथा और माता का नाम संज्योती था। वह अपने परिवार के […]
कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई, 1961 ई. को हरियाणा के करनाल कस्बे में हुआ था। कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय (बाद में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ले ली थी) महिला थी। कल्पना के पिता का नाम श्री बनारसी लाल चावला तथा और माता का नाम संज्योती था। वह अपने परिवार के […]
मॅक्स मूलर ने, की परीक्षा के हेतु तैय्यार होने वाले युवाओं के सामने 1880 के आस पास, केम्ब्रिज युनीवर्सीटी में 7 भाषण दिए थे।उन भाषणों के उपलक्ष्य़ में जो पत्र व्यवहार हुआ था, उसका अंश प्रस्तुत है। सभी भारतीय संस्कृत प्रेमी और अन्य भारतियों को यह जानकारी, संस्कृत अध्ययन की प्रेरणा ही दे कर रहेगी।जब […]
मॅक्स मूलर ने, की परीक्षा के हेतु तैय्यार होने वाले युवाओं के सामने 1880 के आस पास, केम्ब्रिज युनीवर्सीटी में 7 भाषण दिए थे।उन भाषणों के उपलक्ष्य़ में जो पत्र व्यवहार हुआ था, उसका अंश प्रस्तुत है। सभी भारतीय संस्कृत प्रेमी और अन्य भारतियों को यह जानकारी, संस्कृत अध्ययन की प्रेरणा ही दे कर रहेगी।जब […]
मैं गरीब हूं
मेरा परिवार बड़ा ही विचित्र है।मेरी मां दौलत और समय बाप है।। तो भी हम सभी हम बड़ा ही मेल मिलाप है।यही नही महंगाई मेरी बहिन।।और भाई है भ्रष्टाचार, ऐसा है मेरा परिवार।तो भी मैं गरीब हूं क्योंकि।। मेरी मां मर चुकी है, मेरा बाप खराब है।मेरी बहिन तेज मिजाज है।। और मेरा भाई मुझसे […]
मैं गरीब हूं
मेरा परिवार बड़ा ही विचित्र है।मेरी मां दौलत और समय बाप है।। तो भी हम सभी हम बड़ा ही मेल मिलाप है।यही नही महंगाई मेरी बहिन।।और भाई है भ्रष्टाचार, ऐसा है मेरा परिवार।तो भी मैं गरीब हूं क्योंकि।। मेरी मां मर चुकी है, मेरा बाप खराब है।मेरी बहिन तेज मिजाज है।। और मेरा भाई मुझसे […]
कानून की कठोरता बनाम निर्ममता सामान्यत: कानून की कठोरता और निर्ममता को एक ही माना जाता है। लेकिन यह भी आजकल के कथित बुद्घिजीवियों की कोरी कल्पना ही है। कठोरता और निर्ममता में भारी अंतर है। कानून कठोर तो होना चाहिए, परंतु निर्मम नही। हमारे देश में ही नही अपितु विश्व में भी कुछ बातों […]
कानून की कठोरता बनाम निर्ममता सामान्यत: कानून की कठोरता और निर्ममता को एक ही माना जाता है। लेकिन यह भी आजकल के कथित बुद्घिजीवियों की कोरी कल्पना ही है। कठोरता और निर्ममता में भारी अंतर है। कानून कठोर तो होना चाहिए, परंतु निर्मम नही। हमारे देश में ही नही अपितु विश्व में भी कुछ बातों […]