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महत्वपूर्ण लेख

लापरवाह नागरिक बनाना चाहते हैं आदर्श राष्ट्र

एक से अधिक व्यक्तियों के जुडऩे से एक परिवार बनता है, परिवारों के मिलने से मोहल्ला, नगर और समाज का निर्माण का होता है। इसी क्रम में कुछ गांवों को मिला कर एक विकास खंड बना है, कुछ विकास क्षेत्रों को मिला कर एक तहसील और कई तहसीलों को मिला कर एक जनपद बना है। […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

गुलामी से छुटकारा

राष्ट्रीय पर्वों पर मदिरालय बंद रखने काजब से सरकार ने कानून बनाया हैतब से लोगों ने पीने का,नया ही ढंग अपनाया है।दो चार रोज पहले, बोतलें ले आते हैं।और समारोह में ही जाम टकराते हैं।।पीते हैं तो क्या, शहीदों को भी देते हैं दुआ।हे भारत के अमर सपूतों, आजादी के अवधूतो।हम तुम्हारे आभारी हूं,क्योंकि तुम्हारे […]

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भारतीय संस्कृति

सामाजिक उल्लास का पर्व है पोंगल

अनिता महेचाउत्सव प्रिया: मानवा: यानि मानव उत्सव प्रिय होते हैं। महाकवि कालिदास का यह कथन मानव-स्वभाव पर पूर्णत: लागू होता है क्योंकि पर्वों से हमारे जीवन की एकरसता और नीरसता दूर होती है तथा रोचकता, उल्लास और आनन्द की अभिवृद्धि होती है।लोक जीवन में लाता है उल्लास का ज्वारभारत धार्मिक एवं आध्यात्मिक देश हैं। भारत […]

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राजनीति

लालकृष्ण आडवाणी के तेवर लाल

निरंजन परिहारबीजेपी में हड़कंप है। लालकृष्ण आडवाणी अड़ गए हैं। नितिन गड़करी नहीं चलेंगे। संघ परिवार बहुत कोशिश कर रहा है। कोशिश यह कि कैसे भी करके गड़करी को एक बार फिर चला लिया जाए। लेकिन बूढ़ा शेर बिदक गया है। संघ परिवार बहुत सालों से बीजेपी के सिर पर सवार है। पर, गड़करी के […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

धरती है बलिदान की

उन्नीसवीं सदी के आरंभ में एक नवचेतना प्रस्फुटित हुई। शासन की ओर से दमन का विकराल चक्र अपनी तीव्रगति से चल रहा था। उधर देशवासी उस चक्र से अपना पिंड छुड़ाने के प्रयत्न में थे। देश की राजनीति प्रार्थना व याचना से आगे बढ़कर लोकमान्य तिलक के नेतृत्व में दबाव डालने की नीति तक पहुंच […]

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आओ कुछ जाने

आओ जानें, अपने प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों के बारे में-3

गतांक से आगे…सवाई जयसिंह-द्वितीय इनका जन्म 1668 ईं में हुआ। 13 वर्ष की आयु में अंबर के राजा बने। राजा होने के साथ साथ ये अपने समय के प्रसिद्घ ज्योतिषी तथा शिल्पकार भी थे। 1727 में जयपुर नगर बसाया जो स्थापत्य कला का अनूठा उदाहरण है। पंडित जगन्नाथ इनके गुरू थे। इन्होंने खगोल शास्त्र से […]

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महत्वपूर्ण लेख

नागरिक अधिकारों की रक्षापंक्ति में चीन

हमारे पडौसी राष्ट्र चीन ने अपने देश के नागरिकों के लिए प्रशासनिक प्रक्रिया कानून बनाया है जो दिनांक 01.10.90 से लागू है। उक्त कानून के अनुच्छेद 1 में प्रावधान है कि प्रशासनिक मामलों के समयबद्ध और सही परीक्षण और नागरिकों, कानूनी व्यक्तियों व अन्य संगठनों के वैधपूर्ण अधिकारों व हितों की रक्षा के लिए और […]

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भारतीय संस्कृति

कुम्भ का मेला क्यों आता है 12 वर्ष पश्चात?

पौराणिक कथाओं अनुसार देवता और राक्षसों के सहयोग से समुद्र मंथन के पश्चात् अमृत कलश की प्राप्ति हुई। जिस पर अधिकार जमाने को लेकर देवताओं और असुरों के बीच युद्ध हुआ। इस युद्ध के दौरान अमृत कलश से अमृत की कुछ बूंदे निकलकर पृथ्वी के चार स्थानों पर गिरी।वे चार स्थान है – प्रयाग, हरिद्वार, […]

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भारतीय संस्कृति

इलाहाबाद कुंभ मेला: गंगा स्नान पर्व का महत्व

प्रयाग इलाहाबाद में गंगा के किनारे पूरे 144 वर्ष के बाद महाकुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। कुंभ का मेला प्रत्येक 12 वर्ष में आता है। इस तरह प्रत्येक 12 कुंभ पूरा होने के उपरांत एक महाकुंभ का आयोजन होता है जो 144 वर्ष के बाद आता है और वो प्रयाग में ही संपन्न […]

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राजनीति

सीएम ने की पीएम से राजस्थान में रिफाईनरी की मांग

राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मुलाकात कर उनसे राजस्थान में रिफाईनरी की स्थापना करवाने और राज्य सरकार द्वारा हाथ में ली गई महत्वाकांक्षी-ऊर्जा परियोजनाओं से समय पर बिजली का उत्पादन शुरू करने के लिए दीर्घ कालीन कोल लिंकेज और कोयला तथा गैस आवंटन करवाने के […]

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