भारत में प्रथम -भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति: डा. राजेन्द्र प्रसाद-स्वतंत्र भारत के प्रधानमंत्री : जवाहरलाल नेहरू-भारत की महिला प्रधानमंत्री : श्रीमति इंदिरागांधी-वायुसेना का अधिकारी जिसने परमवीर चक्र प्राप्त किया (मरणोपरांत) : निर्मलजीत सेखों-नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाला भारतीय : रविन्द्र नाथ टैगोर-भारतीय गणराज्य के मुस्लिम राष्ट्रपति : डा. जाकिर हुसैन-इंडियन नेशनल कांग्रेस के सभापति : […]
Author: अमन आर्य
जीवन में शांति क्यों नही
रामकुमार वर्माहम प्राय: देखते हैं कि हम भगवान की खूब पूजा करते हैं भजन भी करते हैं दान भी करते हैं, भंडारा भी करते हैं रोज मंदिर जाकर भगवान के दर्शन भी करते हैं, व्रत भी रखते हैं यानी कि भगवान से खूब धन, अच्छा स्वास्थ्य पुत्र, मकान दुकान आदि आदि पाने के लिए जो […]
बीरेन्द्र सेंगरएनडीए में बहुचर्चित नरेंद्र मोदी के विवादित मुद्दे पर जदयू की आंतरिक राजनीति में भी सरगर्मी तेज हो गई है। शनिवार और रविवार को पार्टी कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक यहां होने जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सिपहसालारों ने तैयारी शुरू कर दी है कि पार्टी की इस बैठक […]
डा. बिमला रानीअंधे को अंधा नही कहकर सूरदास कहो तो ज्यादा अच्छा। ठीक भी है भाषा में शिष्टाचार होना आवश्यक है परंतु माफ करना मेरे पास मोटापे को संबोधित करने के लिए सूरदास जैसा शब्द नही है। मैं यह भी जानता हूं कि मोटे लोग नही चाहते कि उनको मोटा कहा जाए और यह भी […]
सुशील झासिविल सेवाओं में अब अंग्रेज़ी अनिवार्य ही नहीं बल्कि अंग्रेज़ी में बड़ा स्कोर फायदे का सौदा होगा। कलेक्टर बनने के लिए भारत की भाषाएँ जानना अब ज़रूरी नहीं हैं, पर अगर क्लिक करें आपको अंग्रेजी नहीं आती तो आप सिविल सेवा परीक्षा में नहीं बैठ सकते। संघ लोकसेवा आयोग के इन नए नियमों के […]
इंकलाब जिंदाबाद
भगत सिंह एक ऐसा नाम है, जिनके बलिदान को देश का हर नौजवान सदैव याद करता रहेगा, जिनके जज्वे को देश हमेशा सलाम करता रहेगा और जिनके विचार सदा देशवासियों को देश के प्रति ईमानदार रहने, देश की सेवा करने की प्रेरणा देते रहेंगे। उनके जीवन के अनेक ऐेसे प्रसंग हैं, जो प्रेरणाप्रद हैं, लेकिन […]
फैजाबाद के गुमनामी बाबा या भगवनजी के बारे में लगभग 27 वर्ष से यही कयास लगते रहे हैं कि कहीं वह क्लिक करेंसुभाष चंद्र बोस तो नहीं थे।चलते हैं 16 सितंबर, 1985 के दिन। फैजाबाद के रामभवन के पिछवाड़े में रह रहे गुमनामी बाबा के दो प्रमुख भक्त और उनके नज़दीकी डॉक्टर आरपी मिश्रा और […]
मुजफ्फर हुसैनगतांक से आगे….अपने शोधपत्र में डा. मुनाफ लिखते हैं-पवित्र कुरान के अनुसार प्रगति के दो मार्ग हैं-अपनी खुशियों को बढ़ाकर अथवा अपने दुखों को कम कर के लेकिन इसके लिए पशुओं की हत्या करने के लिए नही कहा गया है। मनुष्य को जिनसे प्रेम और खुशियां मिली हैं उनमें महिला, बच्चे, सोने चांदी के […]
गुमनामी बाबा अयोध्या के बीचोबीच स्थित लखनऊवा हाता में कुछ वर्ष रहे।इस कहानी की शुरुआत हुई थी साल 1985 में जब मैने घर में दादाजी को किसी बाबा की मृत्यु के बारे में बात करते सुना था। समय बीतता गया और यदा कदा इस बाबा के बारे में बात होती रही जिसे फैज़ाबाद शहर में […]
भाषा परिवर्तन कैसे आता है
वाक भेद के विकार को समझना भी आवश्यक है। तनिक निम्नलिखित शब्दों पर दृष्टिपात करें कि ये किस प्रकार वाक भेद के कारण विकार ग्रस्त हो गये हैं :-शुद्घ शब्द अशुद्घ शब्दविभीत्सा […]