मनीराम शर्मा ब्रिटिश साम्राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए गवर्नर जनरल ने भारतीयों पर विभिन्न कानून थोपे थे। यह स्वस्प्ष्ट है कि भारत में राज्य पदों पर बैठे लोग तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य के प्रतिनिधि थे और उनका मकसद कानून बनाकर जनता को न्याय सुनिश्चित करना नहीं बल्कि ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार करना, […]
Author: अमन आर्य
भारत में नागरिकों के मौलिक अधिकार
भारतीय नागरिकों को 7 मौलिक अधिकार प्रदान किये गये थे, परंतु 44वें संशोधन के द्वारा संपत्ति का अधिकार अब मौलिक अधिकारों से नही रहा है। इस प्रकार भारतीय नागरिकों को केवल 6 मौलिक अधिकार प्राप्त हैं, जो इस प्रकार है-1. समानता का अधिकार-कानून की दृष्टि में प्रत्येक नागरिक समान है। धर्म, जाति, वंश, लिंग, रंग, […]
हमारी विस्मयकारी शब्द शक्ति
डॉ. मधुसूदनओउम्-गीतकार होना चाहते हो?ओउम्-प्रचण्ड शब्द शक्ति का स्रोत।ओउम् -प्रास रचना में भी सहायक ।(एक) संस्कृत गीत रचनाआपने, पूजनीय, आदरणीय, माननीय, पठनीय, वाचनीय, निन्दनीय, वंदनीय, अभिनन्दनीय, दर्शनीय, श्रवणीय इत्यादि, शब्द प्रयोग सुने होंगे। ऐसे प्राय: 250 शब्द तो सरलता से भाषा में, मिल ही जाएंगे। इन सारे शब्दों के अर्थ भी जुडे हुए हैं। जो […]
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरू पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरंभ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु-संत एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक […]
लो, अब सरकार ही चली मन्दिर तोड़ने
विनोद बंसलकभी असामाजिक तत्वों, तो कभी आतंकवादियों के निशाने पर रहने वाले दिल्ली के असंख्य मन्दिर व गुरुद्वारे अब जनता द्वारा चुनी गई सरकार की हिट लिस्ट में भी सामिल हो गए हैं। जिन 74 धर्म स्थलों को तोडने के लिए दिल्ली सरकार उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दे चुकी है उनमें से 54 मन्दिर […]
पिछले कई दिनों से चल रही अफवाहों और चर्चाओं के बीच आखिरकार नोकिया ने लूमिया सीरीज में एक नया फोन लॉंच किया है। हाल ही में नोकिया 625 को भारतीय बाजार में उतारा गया और प्रवेश के साथ ही यह फोन काफी लोकप्रिय होने लग गया है।4.7 डिस्प्ले स्क्रीन वाला नोकिया लूमिया 625 कीमत के […]
राकेश कुमार आर्यकांग्रेस ने विपक्षी दलों का उपहास उड़ाकर व्यंग्य पूर्ण किंतु अतार्किक भाषा में उनकी बातों का उत्तर देने के लिए अपने पास कोई न कोई स्तरहीन नेता अवश्य रखा है। वर्तमान में इस कांग्रेसी प्रवृत्ति का नेतृत्व दिग्विजय सिंह कर रहे हैं। वह जो चाहे बोल जाते हैं, कांग्रेस की ‘राजमाता’ की चुप्पी […]
राज सक्सेनाआम मान्यता है और जगह.जगह मन्दिरों में स्थापित हनुमान जी की मूर्तियों को देख कर 99.99 प्रतिशत हिन्दू और शत प्रतिशत विधर्मी विश्वास करते हैं कि भगवान के रूप में प्रतिस्थापित हनुमान बानर बन्दर थे या हैं वस्तुत: यह एक भ्रान्त धारणा है इस भ्रान्त धारणा के स्थापन में तुलसी रामायण चरित.मानस के अर्थों […]
भारत में तेल शोधक कारखाने
भारत में इस समय देश में सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत 15 तेलशोधक कारखाने हैं। इनके नाम नीचे दिये गये हैं –तेलशोधक कारखाने का नाम उत्पादन वर्ष1. आई.ओ.सी. डिगबोई 19012. एच.पी.सी.एल. मुंबई 19543. बी.पी.सी.एल मुंबई 19554. एच.पी.सी.एल. बिशाखापट्टनम 19575. आई.ओ.सी. गुवाहाटी 19626. आई.ओ.सी. बरौनी 19647. आई.ओ.सी. कोयाली 19658. सी.आर.एल. कोचीन 19669. एम.आर.एल. चैन्नई 196910. आई.ओ.सी. हल्दिया […]
भाई परमानंदगतांक से आगे…..दुर्भाग्य से इन दिनों इंग्लैंड में मजदूर मंत्रिमंडल (लेबर गवर्नमेंट) टूट गया और उसका स्थान राष्टï्रीय सरकार ने ले लिया। भारत मंत्री अब सेसुअल होर बना। यह बड़ा पक्का रूढ़िवादी था।गांधी जी ने आगाखान से, जो उस समय मुस्लिम प्रतिनिधियों का नेता था, बातचीत आरंभ की। गांधी जी अपने दिमाग में एक […]