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महत्वपूर्ण लेख

चीन के विषय में स्वातन्त्रयवीर सावरकर के विचार

शिव कुमार गोयल(1962 में चीन ने भारत पर आक्रमण किया। चीन ने आक्रमण के साथ साथ भारत की पीठ में भी छुरा घोंपा। वह हमसे हिंदी चीनी भाई-भाई का नारा लगाकर मित्रता का ढोंग करता रहा और हमें मारने की नीतियां भी चलता रहा। आज फिर वही हालात चीन की ओर से भारत की सीमा […]

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राजनीति

भारत में भ्रष्टाचार क्या शिष्टाचार हो चुका है

डा.राज सक्सेनादेश में आए दिन सत्तारूढ़ दल के खुलने वाले आर्थिक घोटालों के प्रति सत्तारूढ़ दल का बेशर्मी से उसे नकार कर अपनी ही किसी एजेंसी को जाँच सौंप कर जाँच रिपोर्ट आने तक खुद को स्वयं ईमानदार घोषित कर दूसरों को बेईमान कह कर गरियाना अब जनता को कुछ अजीब नहीं लगता है । […]

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आओ कुछ जाने

राजीव गांधी जन्म दिवस दिनांक 20 अगस्त 2013

-आप इंदिरा गांधी के पुत्र होने के कारण देश के प्रधानमंत्री बनाए गये।-आपने ईसाई धर्मी सोनिया से ईसाई पद्घति से विवाह किया था।-आपकी सोच थी कि देश भक्ति हर भारतीय के खून में बसी है जबकि 1947 में 93 प्रतिशत मुस्लिमों ने देश विभाजन का समर्थन किया था और भारतीय कश्मीर में देश विरोधी नारे […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

हिंदू धर्म के दिग्विजय व्याख्याता युगदृष्टा विवेकानंद और उनका हिंदुत्व दर्शन-3

दिनेश चंद्र त्यागीगतांक से आगे…भारतवासियों के धन्यवाद के पात्र हैं हार्वर्ड विश्व-विद्यालय के प्रो. राइट जिनसे परिचित होने पर स्वामी जी ने धर्म सभा के लिए परिचय पत्र न होने की कठिनाई बताई। विद्वान प्रोफेसर स्वामी जी से प्रथम वार्तालाप में ही इतने अधिक प्रभावित हो गये थे कि उन्होंने कहा-To ask swami, for your […]

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भारतीय संस्कृति

अजेय आजाद की अजेय कहानी

चंद्रशेखर जी पढ़े लिखे तो यूं ही, हां धरनों, प्रदर्शनों और सभाओं में सक्रिय भाग लेने लग गये। और एक दिन बनारस की एक दुकान पर धरना देते हुए पकड़े गये, अभी वे मात्र चौदह वर्ष के किशोर थे।पुलिस ने इन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष ले जाकर खड़ा कर दिया।यह कौन है, इसे क्यों ले आए? […]

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महत्वपूर्ण लेख

हमारे लोकतंत्र का पावन मंदिर : संसद भवन

सुभाष कश्यपभारत की राजनीतिक व्यस्था को, या सरकार जिस प्रकार बनती और चलती है, उसे संसदीय लोकतंत्र कहा जाता है। ग्राम-पंचायतें हमारे जन-जीवन का अभिन्न अंग रही है। पुराने समय में गांवो की पंचायत चुनाव से गठित की जाती थी। उसे न्याय और व्यवस्था, दोनों ही क्षेत्रों में खूब? अधिकार मिले हुए थे। पंचायतों के […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

हिंदू धर्म के दिग्विजय व्याख्याता युगदृष्टा विवेकानंद और उनका हिंदुत्व दर्शन-1

दिनेश चंद्र त्यागीसन 1897 में स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। इन सौ से अधिक वर्षों में शिक्षा स्वास्थ्य व आध्यात्मिक क्षेत्र में रामकृष्ण मिशन ने बहुत सराहनीय कार्य किया है, भारत में भी और भारत से बाहर भी । बहुत बड़ी संख्या में उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन तथा अस्पतालों की स्थापना […]

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राजनीति

भावी पीएम करेंगे संसद को संबोधित

नरेन्द्र मोदी को ब्रिटेन की पार्लियामेंट को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही अमेरिका ने भी संकेत दिया है कि वह भारत में जिसकी भी सरकार बनेगी उसी के साथ काम करने के लिए तैयार है।दोनों संकेत स्वतंत्रता दिवस की 66वीं वर्षगांठ के अवसर पर मिले हैं, इन्हें निश्चित ही शुभसंकेत […]

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भारतीय संस्कृति

“वंदे मातरम” की शब्द शक्ति ”

  डॉ. मधुसूदन (एक)मातृभूमि की भक्ति जगाने की शक्ति:मातृभूमि के प्रति भक्ति-भाव जगाने की शक्ति,जिस गीत के शब्दों में कूट कूट कर भरी हुयी है, ऐसे ”वंदेमातरम” का सामुहिक गान जब सम्पन्न हुआ, तो एक ओर, पंक्तियाँ गायी जा रही थी, जिसके बोल थे –-शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकितयामिनीम्फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्,सुहासिनीं सुमधुरभाषिणीम्,सुखदां वरदां मातरम् । वन्दे मातरम् ।।२।।तो […]

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महत्वपूर्ण लेख

स्वतंत्रता दिवस की 66वीं वर्षगांठ (१५-८-२०१३)

देश में पुन: 1947 वाली दशा दिखाई दे रही है। मजबूत नेता न होने से समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं। भ्रष्टाचार-बलात्कार-गैंगरेप जैसी घटनाओं में अभूतपूर्व वृद्घि हुई है जिससे सिर शर्म से झुक जाता है। खाने पीने की वस्तुओं में मिलावट-नकली मिठाईयां, सिंथैटिक दूध नकली देशी घी, विदेशी खादों के अधिक प्रयोग से सब्जियों […]

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