गतांक से आगे…उक्त पशु की कुरबानी होगी, यह तो एक वास्तविकता है, लेकिन उसे जिन रास्तों से गुजरना पड़ता है उसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। एक ट्रक में कितने बकरे, भेड़ अथवा गऊ वंश ले जाए जा सकते हैं, उनके लिए सरकार ने नियम बनाए हैं। लेकिन यदि आप किसी ट्रक को […]
Author: अमन आर्य
ओ३म् साम्प्रदायिक नही है
खुशहाल चन्द्र आर्ययह तो पूरा विश्व मानता है कि वेद संसार के सबसे प्राचीन ग्रंथ हं। ईश्वर ने जब सृष्टि की रचना की तभी चारों वेद जिनके नाम ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद व अथर्ववेद हं जो क्रमश: ज्ञान, कर्म, उपासना और विज्ञान के ग्रंथ हैं और चार ऋषियों जिनके नाम अग्नि, वायु, आदित्य व अंगीरा थे, […]
आज का चिंतन-01/10/2013
जीवन में अनुकूलता पाने करें वैचारिक तरंगों का इस्तेमाल – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हमारा पूरा जीवन अदृश्य अनुनादों और तरंगों पर केन्दि्रत है जिनका ऊपरी तौर पर कोई संबंध नहीं दिखता लेकिन सूक्ष्म धरातल पर जाने पर अक्षर ब्रह्म, तरंगों और अनुनादों की अवधारणा को पूरी तरह स्वीेकारना ही होगा। अदृश्य तरंगों से […]
डॉ. मधुसूदन (एक) प्रवेश:शीर्षक देने में, कुछ कठिनाई, अनुभव कर रहा हूँ। यदि प्रश्न उठाए जाएंगे, तो और उत्तर ढूंढने का प्रामाणिक प्रयास किया जाएगा।वैसे यह विषय एक से अधिक आलेखों के लिए उचित है।आ.गङ्गानन्द जी के,अनुरोध पर , इस आलेख में, “पश्चिमी सभ्यता (संस्कृति?) के उन पहलुओं पर रोशनी डालनेका प्रयास किया है, जिन्हों ने उसे आज कीदुनिया […]
सेक्युलर मीडिया का अनर्गल मुस्लिम जेहाद
विष्णुगुप्त तथाकथित सेक्युलर मीडिया के निशाने पर हिन्दू ही क्यों रहता है। तथाकथित सेक्युलर मीडिया हिन्दुओं और हिन्दू संगठनों को ही झूठ और तथ्य विरोधी आधार पर खलनायक व हिंसक साबित करने पर क्यों आतुर रहता है? मुस्लिम सांप्रदायिकता, मुस्लिम आतंकवाद और मुस्लिम हिंसा पर इनकी चुप्पी क्यों रहती है। ‘मुस्लिम पीड़ित हैं’ पर झूठी […]
राष्ट्रधर्म के ओजस्वी कवि दिनकर
राष्ट्रधर्म के ओजस्वी कवि दिनकर राष्ट्रीय चेतना के मंत्र हैं उनकी रचनाएं – अनिता महेचा, जैसलमेर मैथिलीशरण गुप्त हिन्दी के प्रथम राष्ट्र कवि थे तो दिनकर उनके सच्चे उत्तराधिकारी थे। गुप्तजी की राष्ट्रीयता में सांस्कृतिक तत्त्व गहरा था, उसी का एक व्यापक पक्ष हमें दिनकर के काव्य में दृष्टिगत होता है। दिनकर ने प्रारंभ से […]
रजाक अहमद गाजियाबाद। ‘बम गुरू’ अब्दुल करीम टूण्डा पकडा गया। ऐसी ही एक और खबर आई कि क्राईम ब्रांच व ए. टी. एस. को दूसरी बड़ी सफ लता मिली है कि इंडियन मुजाहिदिन (आई. एम.) का आतंकी सरगना यासीन भटकल पकड़ा गया। टूण्डा ने अपने पाकिस्तानी आकाओं के बारे में कई राज उगले। उसने भारत […]
आज का चिंतन-29/09/2013
सुखों का अस्तित्व टिका है दुःखों की बुनियाद पर – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com सुख और दुःख दोनों समय सापेक्ष एवं अनित्य हैं। दोनों का अस्तित्व मिटने वाला ही है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में सुख और दुःखों का होना स्वाभाविक है और इनका न्यूनाधिक क्रम हमेशा बना रहता है। कभी सुख […]
हिंदू समाज के कुछ धर्माचार्य तथा मठ-परंपराओं में यह प्रचारित किया जाता रहा है कि स्त्रियों और शूद्रों को वेद का अध्ययन व पठन पाठन नही करना चाहिए। तर्क दिया जाता है कि शास्त्रों में इसका निषेध किया गया है। आदि शंकराचार्य द्वारा कहा गया बताते हैं कि स्त्रीशूद्रो नाधीयताम। ये निर्देश केवल शब्दों तक […]
आज का चिंतन-28/09/2013
सफलता चाहें तो साथ न रखें एक ही किस्म के लोगों को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com किसी भी कार्य की योजना बनाने से लेकर इनके क्रियान्वयन की पूर्णता तक की पूरी प्रक्रिया में जिन लोगों की भागीदारी होती है उनकी मनोवृत्तियाँ, स्वभाव, आदतों और कार्य करने की क्षमताओं का प्रभाव कार्य की […]