दुःखों को आदर सहित स्वीकारें वरना आते रहेंगे बार-बार – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान की जिन्दगी में एक निश्चित अनुपात में सुख और दुःख के आते-जाते रहने का क्रम निरन्तर बना रहता है। यह सुख या दुःख आने का समय व क्रम निर्धारित हो सकता है अथवा इनके रहने और खत्म हो जाने […]
Author: अमन आर्य
जब बंगाल में स्वदेशी आंदोलन चला उस समय दक्षिण भारत में भी स्वदेशी आंदोलन निकला और बंगाल में बंग भंग होने से उसके साथ वह जुड़ गया।दक्षिण भारत की समस्या यह थी कि वहां एक कंपनी थी जो समुद्री तट की सारी जहाजरानी पर अपना कब्जा किये थी। इस कंपनी का नाम ब्रिटिश इंडिया नेवीगेशन […]
कैसे करें गायत्री साधना
वेद प्रकाश शास्त्री वैदिक संस्कृति में गायत्री महामंत्र एवं साधना का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इसलिए संत, महात्मा, ऋषि मुनि और विद्वानों ने इस मंत्र का यथामति विस्तृत और गहन चिंतन, मनन एवं विवेचन किया है। परंतु यहां हमारे द्वारा सर्वसाधारण व्यक्ति के स्तर और समय को ध्यान में रखकर साधना के तीन रूप उपस्थित […]
इसे हिन्दू आतंकवाद कहें या सरकारी साजिश?
डॉ कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री देश में हिन्दू आतंकवाद को स्थापित करने की असफल कोशिशों के बीच भवेश पटेल की चिट्टा सरकार का सारा चिट्टा खोल देती है जो उन्होंने हाल में ही राष्ट्रीय जांच अभिकरण (एनआईए) के विशेष न्यायालय को लिखी है। अपनी चिट्टा में भवेश पटेल ने कहा है कि सोनिया कांग्रेस के सिपाहसलारों […]
आज का चिंतन (21/10/2013)
ज्यादा शोर करते हैं खाली डिब्बे – डॉ.दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो जितना भारी होता है उसका जीवन शोरगुल से दूर होता है। इसके ठीक विपरीत जो जितना हल्का होता है वह अस्थिर होने के साथ ही ज्यादा शोर करता है। बात किसी वस्तु की हो या आदमी की, दोनों में यह सिद्धान्त बराबर […]
रोहिणी आर.एस.डी.-2 भारतीय वैज्ञानिकों ने पूरी तरह भारत में निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण वाहन एसएलवी-3 के द्वारा रोहिणी उपग्रह आरएसडी-2 को 31 मई 1981 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया और यह कक्षा में स्थापित हो गया, किंतु तकनीकी खराबियों के कारण 9 जून 1981 को जलकर नष्टï हो गया। इसका वजन 38 किलोग्राम था।एप्पल-भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी […]
खगोलीय पिंड और हमारा जीवन-2
सुरेन्द्र प्रसाद राय गतांक से आगे…. इस तरह प्रात: होते ही यह वातावरण में विद्यमान रात्रि के प्रदूषण एवं विषाणुओं को नष्ट कर वातावरण को शुद्घ करता है। यही कारण है कि मकान का मुख्य द्वार पूरब की ओर रखना अच्छा माना जाता है ताकि प्रात: होते ही पर्याप्त मात्रा में पराबैंगनी विकिरण घर में […]
आज का चिंतन-20/10/2013
फक्कड़ी जिन्दगी चाहें तो कर दें खुद को महाप्रवाह के हवाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com यह पूरा संसार ही अपने आप में बहुत बड़ा कारोबार है जिसका कोई अंत नहीं है। निस्सीम और अनंत पसरे हुए संसार में जो लोग आए हैं उन्हें इन तमाम प्रकार के सांसारिक व्यवहारों की भूलभुलैया वाली गलियों […]
न हिन्दू बचेगा न मुसलमान बचेगा
बजरंग मुनिमुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों के पीछे दो प्रमुख कारण उभरकर सामने आये हैं। एक, हिन्दू लड़कियों के प्रति मुसलमानों का उग्र और गैर वाजिब व्यवहार तथा दो, इन गैर वाजिब व्यवहार का कुछ सांप्रदायिक शक्तियों द्वारा किया जानेवाला समर्थन और निषेध। भारत में हिन्दू मुस्लिम सांप्रदायिकता की बुनिया इसी गैर बराबरी वाले व्यवहार […]
विश्व में सूचना एवं तकनीकी क्रांति के कारण संवाद का स्वरुप बदल गया है. आज भारत के पास अत्याधुनिक सूचना एवं संचार के साधन उपलब्ध हैं, इस कारण से किसी भी विकासशील देश को भारत से ईर्ष्या हो सकती है. संचार तकनीकी का सरकार देश के विकास के लिए कितना उपयोग करती है या प्रभावी […]