– विनोद बंसल दीपावली का नाम स्मरण करने मात्र से अनेक प्रकार के विचार मन में दौड लगाने लगते हैं। बच्चों को जहां नए-नए कपडे, मिठाई, खिलोने व पटाखे याद आते हैं तो बडों को समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की आराधना कर कुछ पाने की आकांक्षा रहती है। महिलाएं इसकी तैयारियों के विषय में […]
Author: अमन आर्य
हिन्दुत्व की हुंकार भरते नरेन्द्र मोदी
भाजपा के भावी पी.एम. नरेन्द्र मोदी ने पटना के गांधी मैदान में खतरों के बावजूद जिस-शेर-दिली का परिचय देते हुए सफल रैल का आयोजन किया है उससे उनके विरोधी और विशेषत: नीतीश कुमार की बोलती भी बंद हो गयी है। भाजपा ने नीतीश कुमार पर जानबूझकर मोदी की सुरक्षा में ढील बरतने का आरोप लगाया […]
आज का चिंतन-02/11/2013
असली सौंदर्य चाहें तोचित्त की शुद्धता पर ध्यान दें – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com आज रूप चौदस है यानि की रूप-रंग निखारने का वार्षिक पर्व। दुनिया में आजकल हर कोई सबसे ज्यादा ध्यान ब्यूटी पर देने लगा है। इसके लिए अब खूब सारे आविष्कारों और प्रयोगों के साथ अनगिनत संसाधनों का भण्डार उपलब्ध है। जमाने की मांग के […]
इतिहास को विकृत करने का षडयंत्र
शिव कुमार गोयलकांग्रेस सरकार ने देश के स्वाधीन होने के बाद से ही सेकुलरिज्म के नाम पर भारत के स्वर्णिम इतिहास के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी थी। प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वयं अपनी पुस्तक ‘भारत की खोज’ में महाराणा प्रताप की अपेक्षा अकबर को महान सिद्घ करने का प्रयास किया था।स्वाधीनता संग्राम के […]
आज का चिंतन-01/11/2013
असली धन है आरोग्य और संतोषबाकी सब बेकार – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल इंसान की सर्वाधिक दौड़ धन की ओर लगी हुई। इसमें दो किस्मों के लोग हैं। एक वे हैं जो धर्म एवं नीति संगत कार्यों और स्वयं के पुरुषार्थ से धन संग्रह करते हुए पूरी मस्ती के साथ जीवन जीते हैं। दूसरे प्रकार […]
आज का चिंतन-30/10/2013
सुकून की बुनियाद है सृजन सामग्री की शुद्धता – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर सृजन का शाश्वत सुख और चरम आनंद तभी प्राप्त किया जा सकता है कि जब इनकी बुनियाद शुचितापूर्ण हो तथा इसमें प्रयुक्त सभी तत्व पवित्र भावना से युक्त हों। बात किसी विचार, कल्पना और लक्ष्य की हो अथवा किसी […]
आज का चिंतन-28/10/2013
शरीर को मुक्त रखें फालतू चीजों से भारीपन औरतनाव लाते हैं ये – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com शरीर के आभामण्डल को साफ-सुथरा, ओजस्वी और पारदर्शी बनाए रखने के लिए हमें सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। अपना आभामण्डल जितना शुभ्र होता है उसी अनुपात में ब्रह्माण्ड की शक्तियों, प्राकृतिक प्रवाह और नैसर्गिक ताजगी के साथ ही […]
भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता के आधार पर बनाया गया है। परंतु संविधान की विभिन्न धाराएं हैं, जिनमें हिंदुओं के अधिकार घटाकर, मुस्लिम, ईसाई व ऐंग्लो-इंडियन्स के अधिकार सुरक्षित किये गये हैं। अत: आवश्यक है कि भारत के संविधान में निहित हिंदू विरोधी प्रावधानों को बदलकर सब नागरिकों को समान अधिकार दिये जाएं। भारत एक राष्टर […]
कैसे करें गायत्री साधना-2
वेद प्रकाश शास्त्रीगायत्री-महत्व-इस संसार में कीट, पतंग, सरीसृप, पशु, पक्षी, मनुष्य आदि अनेक प्राणी है परंतु इनमें मानव योनि से श्रेष्ठ अन्य कोई नहीं-नहि मानुषात श्रेष्ठतरं हि किञ्चित् ।।महाभा. शा. 180। 12क्योंकि मनुष्य योनि कर्म और भोग दोनों के लिए ही है। जबकि मनुष्येतर सारी योनियां भोग योनियां हैं। मनुष्य शुभ कर्मों के द्वारा अपने […]
प्रकाशवीर शास्त्री वीर सावरकर उन दूरदर्शी राजनीतिज्ञों में थे जो समय से पहले ही समय के प्रवाह को अच्छी तरह समझ जाते हैं। जब भारत विभाजन की चर्चा चल रही थी तो भारत विभाजन के बाद क्या क्या परिस्थितियां इस देश को देखनी होंगी, सावरकर जी को इसका अनुमान बहुत पहले था और इसीलिए स्थान […]