राजीव रंजन प्रसादतहलका प्रकरण किसी एक व्यक्ति या एक संस्था पर प्रश्नचिन्ह नहीं है। यह गढ़ों और मठों के टूटने की कड़ी में एक और महत्वपूर्ण घटना है। वैचारिक असहिष्णुता और विचारधारात्मक अस्पृश्यता के वातावरण में जब यह घटना घटी तो अनायास ही इसके सम्बन्ध समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र और राजनीतिशास्त्र से जुड़ने लगे। एक आम अपराधी […]
Author: अमन आर्य
इस्लाम साहित्य में शाकाहार
मांसाहार को अपने दैनिक जीवन में स्थान देने का यह अर्थ कदापि नही होता है कि शाकाहार का उनके जीवन में स्थान नही है। वास्तविकता तो यह है कि हर मांसाहारी को खेती बाड़ी में पैदा होने वाली वस्तुओं पर ही निर्भर रहना पड़ता है। असलियत तो यह है कि जिस पशु पक्षी का यह […]
दी लीजेंड ऑफ झंडा
सुशील भाटीब्रिटिशराज के दौरान भारत में बहुत से लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों और शोषण के खिलाफ संघर्ष किया और अपने प्राणों तक की आहूति दे दी। इनमें से बहुत से बलिदानियों को तो इतिहास में जगह मिल गयी परंतु कुछ के तो हम नाम भी नही जानते। ब्रिटिश साम्राज्य के विरूद्घ आम आदमी […]
प्रथम अंतरिक्ष यात्री जिन्होंने लगभग सत्रह दिन अंतरिक्ष उड़ान में बिताए-एड्रिन निकोलाई, विट्रली सेवास्तीनो (सोयुज-9 जून, 1970)चंद्रमा पर उतरने वाला प्रथम व्यक्ति -नील आर्मस्ट्रोंग, एडविन एल्ड्रिन (21 जुलाई, 1969)अंतरिक्ष में प्रवेश करने वाले प्रथम व्यक्ति-मेजर यूरी गागरिन (रूसी)संसार की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री-वेलेन्टिना तेरेशकोवाअंतरिक्ष में तैरने वाला प्रथम अमरीकन अंतरिक्ष यात्री-एडवर्ड हिराइटप्रथम बिना मानव का […]
(प्रात:काल उठकर मैं नित्य प्रति की भांति अध्ययन कर रहा था तो मैंने वैदिक विद्वान पं. रघुनंदन शर्मा की पुस्तक ‘वैदिक संपत्ति’ को पढ़ना आरंभ किया। इस पुस्तक के संस्करण की भूमिका 13 सितंबर 1931 को लिखी गयी थी। यह महज संयोग ही है कि 13 सितंबर ही पूज्य पिता महाशय राजेन्द्र आर्य जी की […]
गुजरात और कठियावाड़ के राज्य गुजरात और काठियावाड़ के कई राजवंश प्रारंभ में कभी राष्ट्रकूटों के तो कभी गुर्जर प्रतिहारों के सामन्त रहे थे। परंतु राष्ट्रकूटों तथा गुर्जर प्रतिहार वंश के दुर्बल हो जाने पर वहां भी कई स्वतंत्र राज्य वंशों ने शासन करना आरंभ कर दिया था। इनमें अनहिलपाटक का चौलुक्य राज्य और सौराष्ट्र […]
समाज का पतन निकट समझिए
लोग कहते हैं कि ये विज्ञान का युग है। इसमें बच्चे समय से पहले बड़े हो रहे हैं। लेकिन ऐसा भी नही है, हमारा मानना है कि ये संक्रमण का युग है और इसमें पुरानी मान्यताएं बदल रही हैं और नई जन्म ले रही हैं।बीता हुआ कल बीत गया, पर उसमें मेरे टोकने वाले, रोकने […]
आज का चिंतन-30/11/2013
बहुत कुछ कहता है ये सन्नाटा हमारे लिए – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com इतने दिनों के शोरगुल और आवाजाही के दौर-दर-दौर चलने के बाद इस समय ऊपर से सब तरफ लग रहा है कि कितना सन्नाटा पसरा हुआ है हर कहीं। सन्नाटे के पीछे छिपी आवाजों पर चर्चा को छोड़ कर हम इस गहन […]
हिमालय के दक्षिण में एक विस्तृत समतल मैदान है जो लगभग सारे उत्तर भारत में फैला हुआ है। यह गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा सिंधु और उनकी सहायक नदियों द्वारा बना है। यह मैदान गंगा सिंधु के मैदान के नाम से जाना जाता है। इसका अधिकतर भाग गंगा, नदी के क्षेत्र में पड़ता है। सिंधु और उसकी […]
आज का चिंतन-29/11/2013
हर प्रतिस्पर्धा स्वस्थ हो, हर प्रतिस्पर्धी मस्त हो – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 व्यक्ति की जिन्दगी से लेकर परिवेशीय और सम सामयिक परिस्थितियों के बीच अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने और समाज के लिए जीने-मरने की भावनाएँ आदि काल से रही हैं और आगे भी बनी रहेंगी। व्यक्तिगत महत्त्वाकांक्षाओं और उच्चाकांक्षाओं का यह खेल […]