खून नहीं वो पानी है जो देश के काम न आए – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com समाज और देश बुजुर्गों के अनुभवों और युवाओं के ज्ञान तथा ताकत के बूते चलता है और इसीलिए कहा जाता है कि युवा शक्ति समुदाय और देश की रीढ़ है। इस युवा पीढ़ी पर दोहरे-तिहरे दायित्व स्वतः ही […]
Author: अमन आर्य
डा. अशोक आर्यमानव अपने जीवन को सदा सुखों में ही देखना पसंद करता है । वह सदा सुखी रहना चाहता है । सुखी रहने के लिए उसे अनेक प्रकार के यत्न करने होते हैं । अनेक प्रयास करने होते हैं । इन यत्नों के बिना , इन प्रयासों के बिना, इन पुरुषार्थों के बिना वह […]
आज का चिंतन-22/01/2014
सज्जनों को हमेशा मिलता है ईश्वरीय शक्तियों का संरक्षण – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com दुनिया भर में इंसानों की तमाम प्रकार की प्रजातियों के बीच सज्जनों का वजूद भी हमेशा रहा है। वर्तमान कलियुग में भी सज्जनों को भले ही हाशिये पर समझा जाता हो, प्रचार से दूर हों, मगर सज्जनों का अस्तित्व हर क्षेत्र में न्यूनाधिक […]
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी
राकेश कुमार आर्यपड़ोसी देश बांग्लादेश 1971 के भारत-पाक युद्घ के पश्चात भारत की सहायता से एक स्वतंत्र देश के रूप में अस्तित्व में आया था। तब इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी की कूटनीति और युद्घनीति की एक बहुत बड़ी मिसाल के रूप में महिमामंडित किया गया था। 1971 में बने बांग्लादेश में तब 28 […]
गतांक से आगे….कुछ महिलाओं में यह भी भ्रम है कि मांसाहारी महिलाएं अधिक सुंदर होती हैं। उनकी यह दलील है कि दुनिया के अधिकांश पक्षी मांसाहारी हैं। हम देखते हैं कि वे रंग बिरंगे व सुंदर शरीर के होते हैं। लेकिन मांसाहारी महिलाएं जल्द बूढ़ी हो जाती हैं और उनके शरीर की चमड़ी लटकने लगती […]
आज का चिंतन-19/01/2014
हमेशा बह जाती हैं भरोसे की भैंसें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com भरोसा एक ऎसा शब्द है जो हर किस कर्म में निश्चिन्तता का मूलाधार होता है। इस एकमात्र शब्द से हर कोई सुकून पा लेता है और पारस्परिक सहकारिता का धर्म निभाने वाले धन्य होते रहते हैं। लेकिन हाल के कुछ वर्षों से […]
दशमेश गुरु का खालसा और भारत
विनोद बंसलइतिहास इस बात का साक्षी है कि मुगलों के अत्याचारों से हिन्दू समाज को न सिफऱ् बचा कर बल्कि उसके संस्कार, संस्कृति व स्वाभिमान की रक्षा करने में गुरू गोविन्द सिंह जी का योगदान अविस्मरणीय है। वे शायद दुनिया के एक मात्र ऐसे महा पुरुष हैं जिनकी तीन पीढिय़ों ने देश व धर्म की […]
(1) प्रारंभिक अधिकार-इसके अंतर्गत निम्नलिखित विषय आते हैं-(ए) भारत सरकार तथा एक या अन्य राज्यों के बीच विवाद।(बी) दो या अधिक राज्यों के बीच विवाद।(2) अपीलीय क्षेत्राधिकार-इसमें तीन प्रकार की अपीलें की जा सकती हैं-(ए) संवैधानिक,(बी) दीवानी(सी) फौजदारी से संबंधित(3) परामर्शदात्री अधिकार-उच्चतम न्यायालय राष्ट्रपति को परामर्श दे सकताा है, परंतु इसको मानना या न मानना […]
सावरकर और हिन्दू महासभा
दिनेश चंद्र त्यागीहिंदू महासभा के अखिल भारत संगठन की स्थापना सन 1915 में हरिद्वार में हुई। उस समय वीर सावरकर और भाई परमानंद दोनों ही अण्डमान की जेल में बंद थे। 1920 में भाई परमानंद को अण्डमान से मुक्ति मिली। कुछ ही समय बाद भाईजी अखिल भारत हिंदू महासभा में जुड़ गये। 1921 में स्वातंत्रयवीर […]
आज का चिंतन-14/01/2014
रोशनी का पैगाम देता है आज का सूरज – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आज का सूरज सभी धरतीवासियों को नई रोशनी का परिचय देता है। अंधेरों से घिरे जो लोग साल भर सूरज से लुकाछिपी करते रहते हैं वे भी छतों पर किसी न किसी बहाने आकर सूरज को अपनी पावन और शुभ्र जिस्म […]