राजीव दीक्षितठंड से राहत दिलाने वाले आसान घरेलू उपाय ठण्ड का कहर बढ़ता जा रहा है। आए दिन तापमान में गिरावट के नए रिकॉर्ड बनते जा रहे हैं । ऐसे में ठंड की मार से बचने के लिए क्या किया जाए यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। आइए जानते हैं कुछघरेलू उपाय जिनके […]
Author: अमन आर्य
आज का चिंतन-30/01/2014
कुर्सियों में ही धँसे न रहें थोड़ा हिलना-डुलना भी करें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल इंसानों की दो तरह की प्रजातियां हमारे सामने हैं। एक वे हैं जो दिन-रात परिश्रम करते हैं, अपने शरीर से काम लेते हैं और मौज-मस्ती के साथ जीते हैं। दूसरी किस्म में वे लोग आते हैं जो दिमाग ज्यादा चलाते […]
शिक्षा और तकनीक को आज सबसे जरूरी चीज मानने वाले शायद इस खबर पर थोड़ी त्योरी चढ़ाएं लेकिन रामायण और महाभारत भी अब युवाओं की जरूरत और संभावनाएं बनेंगे। धार्मिक इतिहास को धर्मग्रंथों में होने और दादी-नानी की कहानियों, साधु-महात्माओं के प्रवचनों में सुनने के अलावा अब खासकर युवा इसमें अपना भविष्य बनाएंगे..और यह सब […]
अधिकार एवं कत्र्तव्य
1. न्याय संबंधी-राज्य सूची के विषय से संबंधित वह अपराधियों की सजा को माफ कर सकता है।2. वित्त संबंधी-प्रत्येक धन विधेयक पर राज्यपाल की स्वीकृति आवश्यक होती है।3. व्यवस्थापिका संबंधी-इसे विधानमंडल की बैठक बुलाने, स्थगित करने तथा भंग करने का अधिकार है। वह विधान परिषद के कुछ सदस्यों को भी मनोनीत करता है।4.कार्यपालिका संबंधी-यह मुख्यमंत्री […]
अपराध बढऩे के मुख्य कारण
आज मौत कितनी सस्ती हो गयी है कि ऐसे कई गिरोह सक्रिय है जो सिर्फ चन्द रुपयो के लिए किसी की भी हत्या कर देते है फिर चाहे जिसकी हत्या करानी है वह कोई भी क्यों न हो वे यह भी नही सोचते कि उस व्यक्ति कि हत्या से कितने बच्चे अनाथ हो जायेंगें उसके […]
आज का चिंतन-29/01/2014
व्योम की तरंगों से संभव है विचारों का सूक्ष्म आदान-प्रदान – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हममें से कई लोगों का यह अनुभव रहा है कि अक्सर हमें वे लोग संपर्क साधने की कोशिश करते हैं जिनके जेहन में हम आ जाते हैं अथवा जो हमारे जेहन में आ जाते हैं। कई बार यह […]
राकेश कुमार आर्यकांग्रेस का कर्णधार (पी.एम. पद का प्रत्याशी) आगामी चुनावों में कौन होगा? इस पर पार्टी मोदी के सामने अपने युवराज को लाने से बचने का बहाना बना रही है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस में पी.एम. पद का प्रत्याशी घोषित करना उसकी परंपरा नही रही है। बात तो सही है, जिस पार्टी […]
आज का चिंतन-26/01/2014
गण और गणनायक दोनों स्वीकारें मर्यादाओं की लक्ष्मण रेखाएँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com तंत्र का सुव्यवस्थित और दीर्घकालीन संचालन और स्थायित्व बनाए रखने के लिए उससे जुड़े हुए प्रत्येक अंग-उपांग को स्वस्थ और काबिल बनाए रखना पहली शर्त और प्राथमिक अनिवार्यता है। जड़ और जीवन दोनों के लिए अपनी कुछ मर्यादाएं हैं जिनका […]
गणराज्य से लाएँ स्वराज्य
आज गणतंत्र दिवस है। वह दिन जो गण के नाम समर्पित है। जो गण का अपना, अपने लिए और अपने द्वारा संचालित है। आम गण का अपना ही जब सब कुछ है फिर गण का कोई वजूद कहीं क्यों नहीं दिख रहा है? गण के नाम पर जो कुछ हो रहा है, हुआ है और होने वाला है […]
हिंसा और मांसाहार के विभिन्न पहलुओं पर विचार कर लेने के पश्चात इस मुद्दे पर चिंतन करने की आवश्यकता है कि आज जो दुनिया के पर्यावरण की स्थिति है, उसके अनुसार मनुष्य शाकाहारी बनकर जीवित रहेगा या फिर उसे मांसाहार अपनाकर अपना जीवन व्यतीत करना होगा? प्रकृति का नियम है कि हर चीज अपनी असलियत […]